Rajasthan Assembly Results: BJP के इन चार साधु-संतों ने कर दिया कमाल, लगाया जीत का चौका
हवा महल में बालमुकुंद आचार्य, तिजारा में बालकनाथ योगी और पोखरण में महंत प्रतापपुरी की जीत पार्टी के रणनीतिक कदम को रेखांकित करती है। इस बार के इलेक्शन में बीजेपी की ये रणनीति कामयाब रही।

Rajasthan विधानसभा चुनाव 2023 में BJP ने चार संतों को मैदान में उतारकर धार्मिक दांव खेला और वो इस दांव में सफल रही। गौरतलब है कि इस बार बीजेपी ने राजस्थान में कोई भी मुस्लिम उम्मीदवार नहीं उतारा था। बीजेपी के इन चार दिग्गजों ने अपनी-अपनी विधानसभा में जीत का चौका लगाकर बीजेपी की राह आसान कर दी।
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हवामहल से बालमुकुंद आचार्य जीते
भाजपा उम्मीदवार और हाथोज धाम के मुख्य पुजारी Balmukund Acharya जयपुर के हवा महल निर्वाचन क्षेत्र से जीते। कांग्रेस प्रत्याशी आर.आर.तिवारी को मैदान में हार का सामना करना पड़ा। इस बार 76.30 फीसदी मतदान हुआ, जो पिछले चुनाव से चार फीसदी ज्यादा है। 2018 में, मतदान प्रतिशत 72.78% था, और 2013 में, यह 73.64% था। 2008 में मतदान प्रतिशत 57.8% था। बालमुकुंद वो संत थे जिन्होंने जयपुर में हिंदू मंदिरों को तोड़े जाने का सबसे पहले विरोध किया था।
तिजारा से बालकनाथ योगी जीते
अलवर जिले के तिजारा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा ने जीत हासिल की और सांसद Balaknath Yogi कांग्रेस उम्मीदवार इमरान खान को हराकर विजयी हुए। इस बार तिजारा में 86.11% मतदान हुआ और बालकनाथ ने जीत दर्ज की। फिलहाल वो सीएम की रेस में भी हैं।
महंत प्रतापपुरी पोखरण से जीते
इस बीच, परमाणु नगरी पोखरण में 87.79% मतदान हुआ। पिछले दो चुनावों में मतदान का प्रतिशत इतना ही रहा था। पोखरण में भाजपा के Mahant Pratappuri ने जीत हासिल की, जो वर्तमान में तारातारा मठ के प्रमुख हैं। गौरतलब है कि महंत प्रताप पुरी के समर्थक उनकी तुलना उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करते हैं। उन्हें बाड़मेर के योगी के नाम से भी जाना जाता है। प्रतापपुरी ने कांग्रेस मंत्री सल्ले मोहम्मद को हराया।
सिरोही से ओटाराराम देवासी जीते
इस साल के विधान सभा चुनाव में बीजेपी ने एक बार फिर सिरोही से Otaram Dewasi को मैदान में उतारा। उन्होंने सिरोही विधानसभा सीट से 35,805 वोटों से जीत हासिल की, जो एक महत्वपूर्ण अंतर है। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार संयम लोढ़ा को हराया. ओटाराराम देवासी को कुल 1,14,729 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के संयम लोढ़ा को 78,924 वोट मिले। ओटाराराम देवासी इससे पहले वर्ष 2014-15 में भाजपा सरकार में गोपालन एवं देवस्थान मंत्री रह चुके हैं। हवा महल में बालमुकुंद आचार्य, तिजारा में बालकनाथ योगी और पोखरण में महंत प्रतापपुरी की जीत पार्टी के रणनीतिक कदम को रेखांकित करती है। इस बार के इलेक्शन में बीजेपी की ये रणनीति कामयाब रही।