मिसाइल अटैक अभी भी जारी! ट्रंप द्वारा घोषित सीजफायर हुआ या नहीं?
इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) के अनुसार, ईरान ने एक घंटे के भीतर तीन बार मिसाइल अटैक किए, जिसमें छह नागरिकों की मौत हुई। तेल अवीव में सायरन गूंज रहे हैं और लोग सेफहाउस में शरण ले रहे हैं।

Israel-Iran War: डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता से इजरायल और ईरान के बीच घोषित संघर्षविराम के बावजूद, जंग थमती नहीं दिख रही है। मंगलवार सुबह 9:30 बजे (भारतीय समयानुसार) से लागू हुआ सीजफायर अभी पूरी तरह जमीन पर नहीं उतर पाया है। इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) के अनुसार, ईरान ने एक घंटे के भीतर तीन बार मिसाइल अटैक किए, जिसमें छह नागरिकों की मौत हुई। तेल अवीव में सायरन गूंज रहे हैं और लोग सेफहाउस में शरण ले रहे हैं।
ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "हमारी ताकतवर मिलिट्री फोर्स आखिरी मिनट तक इजरायल को उसके हमलों की सजा देगी।" उनके इस बयान से साफ है कि ईरान अब भी आक्रामक रुख बनाए हुए है, जो सीजफायर की गंभीरता पर सवाल खड़े करता है।
13 जून से शुरू हुई इस जंग में ईरान को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। अमेरिका ने उसके तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर बंकर बस्टर बम गिराए। इस हमले में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के चीफ हुसैन सलामी समेत कई सैन्य कमांडर्स और वैज्ञानिक मारे गए। करीब एक हजार नागरिकों की मौत और व्यापक इंफ्रास्ट्रक्चर तबाही ने ईरान को झकझोर दिया।
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि दोनों देश संघर्षविराम पर सहमत हो गए हैं और यह 'लास्ट मिशन' पूरे होते ही पूरी तरह लागू होगा। उनके अनुसार, सीजफायर पहले ईरान और फिर 12 घंटे बाद इजरायल द्वारा लागू किया जाना था।
हालांकि, ईरान का यह संदेश भी स्पष्ट है कि उसने यह सीजफायर किसी दबाव में नहीं, बल्कि अपनी शर्तों पर स्वीकार किया है। अमेरिका और इज़राइल के हमलों के बाद ईरान की घरेलू राजनीति पर खासकर कट्टरपंथी गुटों की ओर से भारी दबाव बना हुआ है। ऐसे में ताजा हमले शायद ईरान की ताकत और संप्रभुता का संदेश देने का तरीका हैं।
सीजफायर की घोषणा के बावजूद जारी हिंसा यह संकेत देती है कि यह जंग अभी पूरी तरह थमी नहीं है। आने वाले घंटे तय करेंगे कि यह संघर्ष वास्तव में समाप्त हुआ या सिर्फ एक और मोड़ ले रहा है।