
चीन के इंटरनेट ने किया दुनिया को दंग!
चीन में 1.2 टेराबाइट प्रति सेकंड की स्पीड मिल रही है। इस उपलब्धि के बाद यहां मिनटों में होने वाली डाउनलोडिंग को सेकंड भर में किया जा सकेगा। चर्चा थी कि 2025 से पहले दुनिया में सबसे तेज इंटरनेट तैयार नहीं होना मुश्किल है लेकिन चीन ने समय से पहले ही इसे लॉन्च करके दुनिया को चौंका दिया है।

चीन हमेशा से ही अपनी टेक्नोलॉजी से दुनिया को दंग करता रहा है। चीन में सबसे तेज रफ्तार की बुलेट और मैगलेव जैसी ट्रेन मौजूद है। साथ ही सबसे तेज रफ्तार का सुपर कंप्यूटर मौजूद है। वही अब चीन ने दुनिया को हैरान करते हुए सबसे तेज रफ्तार इंटरनेट को लॉन्च किया गया है। रिपोर्ट के हवाले से दावा किया गया है कि इसकी स्पीड 1.2 टेराबाइट है। मतलब एक सेकेंड में आप 1200 जीबी की कोई फाइल या फिर डाउनलोड कर सकते हैं, इसको और आसानी से समझें तो एक फिल्म का साइज करीब 1 जीबी से 3 जीबी होता है। एक सेकेंड में आप लगभग 150 फिल्म डाउनलोड कर सकते है। ऐसे में आप चीन के फास्टेस्ट इंटरनेट की स्पीड का अंदाजा लगा सकते हैं।

चीन में 1.2 टेराबाइट प्रति सेकंड की स्पीड मिल रही है। इस उपलब्धि के बाद यहां मिनटों में होने वाली डाउनलोडिंग को सेकंड भर में किया जा सकेगा। चर्चा थी कि 2025 से पहले दुनिया में सबसे तेज इंटरनेट तैयार नहीं होना मुश्किल है लेकिन चीन ने समय से पहले ही इसे लॉन्च करके दुनिया को चौंका दिया है।
चीन की फास्टेस्ट इंटरनेट स्पीड को ऑप्टिकल फाइबर पर टेस्ट किया गया है। यह स्पीड मोबाइल टॉवर या फिर सैटेलाइट बेस्ड इंटरनेट सर्विस है। इसे आप साधारण भाषा में तार बेस्ड इंटरनेट कनेक्टिविटी कह सकते हैं। इस इंटरनेट स्पीड टेस्ट को चाइना मोबाइल, हुआवे टेक्नोलॉजीज और Cernet कॉरपोरेशन के साथ मिलकर शिंगुआ यूनिवर्सिटी ने पेश किया है। बता दें कि 10 साल से चीन फास्टेस्ट इंटरनेट कनेक्टिविटी पेश करने पर काम चल रहा है।

चीन ने ऐसा कैसे कर दिखाया, अब इसे समझ लेते हैं। चीन ने तकनीक में सफलता हासिल करने के लिए कई सालों पहले ही योजना बनानी शुरू कर दी थी। यहां इंटरनेट टेक्नोलॉजी से जुड़े कम्पोनेंट बनाने के लिए धीरे-धीरे अमेरिका और जापान पर निर्भरता घटानी शुरू कर दी थी। उसने स्वदेशी कम्पोनेंट बनाने शुरू किए। यही नहीं, इंटरनेट को तेज बनाने के लिए जो भी सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर का इस्तेमाल किया गया है, उसे चीन ने अपने यहां ही बना रहा है।
अगर चीन के मुकाबले में भारत की बात करें, तो भारत में बॉडबैंड बेस्ड सर्विस की टॉप स्पीड 1Gbps रही है। हालांकि भारत ने 5G के तुरंत बाद 6G सर्विस की लॉन्चिंग की तैयारी शुरू कर दी है। भारत इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर के मामले में दुनिया से पीछे रहने के मूड में नहीं है। इसके अलावा भारत तेजी से अपने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम कर रहा है। इस योजना के तहत हर गांव तक ऑप्टिकल फाइबर पहुंचाया जा रहा है। अगर आंकड़ों की बात करें, तो पिछले 5 सालों में डेढ़ लाख पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया है।