आज क्यों गिर रहा है शेयर बाजार? ये हैं 7 कारण
खबर लिखे जानें तक सुबह 11:56 बजे तक बीएसई 0.68% या 558.62 अंक गिरकर 81,077.29 अंक पर ट्रेड कर रहा था तो वहीं एनएसई पर स्टॉक 0.67% या 167.20 अंक टूटकर 24,800.55 अंक पर ट्रेड कर रहा था।

Sensex Nifty Today: मंगलवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। खबर लिखे जानें तक सुबह 11:56 बजे तक बीएसई 0.68% या 558.62 अंक गिरकर 81,077.29 अंक पर ट्रेड कर रहा था तो वहीं एनएसई पर स्टॉक 0.67% या 167.20 अंक टूटकर 24,800.55 अंक पर ट्रेड कर रहा था।
चलिए जानते हैं आखिर किन-किन कारणों से शेयर बाजार में आज यह गिरावट देखने को मिल रही है।
1. 27 अगस्त से अमेरिका का टैरिफ झटका
अमेरिका ने भारतीय वस्तुओं पर 50% तक टैरिफ लगाने का फैसला लिया है, जो 27 अगस्त से लागू होगा। यह कदम भारत के रूस से तेल खरीदने के चलते लिया गया है। अमेरिका की डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी ने इसकी जानकारी दी। इससे निवेशकों को बड़ा झटका लगा क्योंकि अब भारतीय निर्यातकों को वियतनाम और बांग्लादेश जैसे देशों की तुलना में ज्यादा टैक्स देना पड़ेगा।
2. मुनाफावसूली का दौर
पिछले हफ्ते GST सुधारों को लेकर आई तेजी के बाद अब निवेशक मुनाफा बटोरने लगे हैं। सरकार ने कहा था कि दिवाली तक कई प्रोडक्ट पर जीएसटी को कम किया जाएगा। लेकिन अब बैंकिंग और IT जैसे सेक्टर में बिकवाली देखी गई। HDFC और ICICI जैसे बड़े बैंक 1.3% तक टूटे, वहीं IT कंपनियों में भी हल्की गिरावट दर्ज हुई।
3. विदेशी निवेशकों की बिकवाली
विदेशी निवेशकों ने 25 अगस्त को भारतीय शेयरों से ₹2,466 करोड़ की निकासी की। अगस्त महीने में अब तक ₹20,976 करोड़ की बिकवाली हो चुकी है। इसके उलट, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने ₹3,176 करोड़ की खरीदारी की है। लगातार FII की बिकवाली से बाजार पर दबाव बना हुआ है।
4. रुपये में कमजोरी
मंगलवार को रुपया 22 पैसे गिरकर 87.78 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। यह लगातार पांचवां दिन था जब रुपया कमजोर हुआ। कमजोर रुपये से कंपनियों की आयात लागत बढ़ती है, जिससे मुनाफे पर असर पड़ता है।
5. ग्लोबल बाजारों में कमजोरी
अमेरिकी और एशियाई बाजारों में भी कमजोरी देखने को मिली। MSCI का एशिया पैसिफिक इंडेक्स 0.6% गिरा, जापान का निक्केई 1.1% टूटा। यूरोप और अमेरिका के फ्यूचर मार्केट्स में भी गिरावट के संकेत मिले हैं। इसके अलावा, राष्ट्रपति ट्रंप के बयानों से ग्लोबल व्यापार नीति को लेकर अनिश्चितता और बढ़ गई है।
6. क्रूड ऑयल महंगा होना
तेल की कीमतें दो हफ्ते के उच्चतम स्तर पर हैं। इससे भारत की उन कंपनियों पर असर पड़ता है जो ईंधन पर ज्यादा खर्च करती हैं। ब्रेंट क्रूड $68.48 प्रति बैरल और WTI $64.47 प्रति बैरल पर है। इससे ऑयल और गैस कंपनियों के शेयरों में लगभग 1% की गिरावट आई।
7. डिजिटल टैक्स पर अमेरिका की चेतावनी
अमेरिका ने चेतावनी दी है कि जो देश डिजिटल टैक्स लगाते हैं, उन पर भी अतिरिक्त शुल्क लगाया जा सकता है। इससे ग्लोबल स्तर पर व्यापार को लेकर अनिश्चितता और बढ़ गई है।