बाजार में इस लाल तूफान का असली गुनहगार कौन?
आज के शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में भारी गिरावट देखने को मिली। वैश्विक बाजारों में अमेरिका की कमजोर मैन्युफैक्चरिंग डेटा के कारण गिरावट आई।

शेयर बाजार में तेजी का सिलसिला रुक गया है। 14 दिन से बाजार में हरा निशान अब लाल निशान में तब्दील हो चुका है। Sensex 450 प्वाइंट्स की गिरावट के साथ 82,097 और Nifty 160 प्वाइंट्स गिरकर 25,119 पर ट्रेड करते दिखे। Nifty बैंक में भी 333 प्वाइंट्स की गिरावट आई। मिडकैप और स्मॉल कैप भी लाल निशान में कारोबार करते दिखे। ऐसे में समझने की जरूरत है कि भारतीय शेयर बाजार में गिरावट क्यों आई?
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट क्यों आई?
1) ग्लोबल मार्केट ने बिगाड़ा बाजार का मूड। अमेरिकी बाजारों में कल हाहाकार नजर आया, जिससे एक बार फिर से मंदी का आहट का खतरा बढ़ता दिखा। DOW JONES से लेकर NASDAQ तक बड़ी गिरावट दर्ज की गई है।
2) अमेरिका में अगस्त महीने की विनिर्माण गतिविधियों (manufacturing activities) में गिरावट ने इन्वेस्टर्स की टेंशन भी बढ़ा दी। पिछले 2 सालों में मैन्युफैक्चरिंग की दर सबसे ज्यादा घटती हुई दिख रही है। अर्थशास्त्रियों के हिसाब से अगस्त मेंविनिर्माण गतिविधियों का प्रदर्शन सबसे ज्यादा खराब रहा है।
3) दूसरा बड़ा कारण है Nvidia का शेयर। अमेरिकी चिप दिग्गज कंपनी एनवीडिया के शेयरों में लगभग 10% की गिरावट देखने को मिली। इससे पहले भी कंपनी के Q2 रिजल्ट्स से भी बाजार निराश देखने को मिला था। हालांकि नंबर्स अच्छे थे, लेकिन बाजार की उम्मीद से नीचे थे।
4) चीन की अर्थव्यवस्था को लेकर लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है। चीन के तमाम सेक्टर्स की स्थिति काफी खराब है। मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस PMI के आंकड़े भी खराब दिख रहे हैं।
5) पिछले 14 दिनों से बाजार में एकतरफा तेजी देखने को मिल रही थी। ऐसे में बाजार में गिरावट का मुनाफावसूली भी एक और कारण बना।