Tata Group के शेयर में बड़ी गिरावट, Q2 नतीजों के बाद क्या करें निवेशक?
टाटा ग्रुप की कंपनी Titan के Q2 रिजल्ट्स के बाद शेयर में दबाव देखा जा रहा है। इंट्रा डे के दौरान स्टॉक में 2.50 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। इतना ही नहीं पिछले एक महीने में स्टॉक करीब 12 प्रतिशत से टूट चुका है। अब निवेशकों को आगे करना क्या है? शेयर में गिरावट का दौर जारी रहेगा या स्थिति बदलेगी? क्या है नया टारगेट? तमाम सवालों के जवाब जानते हैं।

टाटा ग्रुप की कंपनी Titan के Q2 रिजल्ट्स के बाद शेयर में दबाव देखा जा रहा है। इंट्रा डे के दौरान स्टॉक में 2.50 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। इतना ही नहीं पिछले एक महीने में स्टॉक करीब 12 प्रतिशत से टूट चुका है। अब निवेशकों को आगे करना क्या है? शेयर में गिरावट का दौर जारी रहेगा या स्थिति बदलेगी? क्या है नया टारगेट? तमाम सवालों के जवाब जानते हैं।
दरअसल शेयर में गिरावट कंपनी के सितंबर तिमाही के सामने आए खराब नतीजों के चलते देखी जा रही है। टाइटन कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में नेट प्रॉफिट में 23 प्रतिशत की गिरावट के साथ ₹ 704 करोड़ दर्ज की, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में यह ₹916 करोड़ थी। इसके पीछे का कारण सुस्त डिमांड,खास तौर पर सॉलिटेयर की कमजोर मांग कमजोर रही है। मटीरियल और कॉम्पोनेंट की खपत की लागत बढ़ना है यानि कंपनी के खर्चे बढ़े हैं। इस बीच कई दिग्गज ब्रोकरेज ने स्टॉक को लेकर अपनी राय साझा की है और साथ में टारगेट प्राइस बताया है।3,148
Goldman Sachs
ब्रोकरेज ने कहा कि दूसरी तिमाही में कंपनी का मार्जिन गाइडेंस में कटौती है लेकिन ग्रोथ का परिदृश्य मजबूत बना हुआ है। दूसरी तिमाही में आभूषणों में मजबूत बढ़ोतरी देखी गई और तीसरी तिमाही में त्यौहारी सीजन भी अच्छा रहा। मैनेजमेंट ने कहा कि लैब में बनाए गए हीरे का उनके बिजनेस पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा है। आभूषणों के मार्जिन ने निराश किया है और मैनेजमेंट ने वित्त वर्ष 2025 के लिए अपने मार्जिन गाइडेंस को लगभग 100 बेसिस पॉइंट तक घटा दिया है। इसके साथ ब्रोकरेज ने BUY रेटिंग बरकरार रखा है और इसके साथ टारगेट प्राइस को 3750 रुपये से घटाकर 3650 रुपये कर दिया है।
Investec
ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि सीमा शुल्क कटौती के कारण इन्वेंट्री प्रभाव को एडजस्ट करने के बाद भी नतीजे अनुमान से कम रहे। कमजोर कारोबार और अधिक कंपिटिशन के कारण आभूषण मार्जिन में गिरावट आई है। ब्रोकरेज का मानना है कि वित्त वर्ष 26E तक इसी तरह के जोखिम बने रहने का खतरा बना हुआ है और इसके परिणामस्वरूप आय में और कटौती हो सकती है। ऐसे में ब्रोकरेज ने स्टॉक के लिए HOLD रेटिंग बरकरार रखने के साथ टारगेट प्राइस को घटाकर 4100 रुपये से 3822 रुपये कर दिया है।
Jefferies
ग्लोबल ब्रोकरेड फर्म जेफरीज़ ने तिमाही नतीजों को लेकर कहा कि यह उम्मीद से कमजोर परिणाम है। सीमा शुल्क में कटौती के प्रभाव से आभूषणों की बढ़ोतरी को फायदा हुआ है लेकिन मार्जिन पर नेगेटिव प्रभाव पड़ा है। कुल मिलाकर दूसरी तिमाही उम्मीदों पर खरी उतरी है लेकिन फिर भी आम सहमति से कम रही है। आभूषण मार्जिन गाइडेंस में कटौती को आंशिक रूप से सॉलिटेयर की कमजोर मांग के कारण नकारात्मक रूप से देखा जाएगा। ब्रोकरेज ने स्टॉक के लिए HOLD रेटिंग बरकरार रखने के साथ टारगेट प्राइस को 3600 रुपये से घटाकर 3400 रुपये कर दिया है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।