Operation Sindoor: भारत ने लिया पहलगाम हमले का बदला! अब अगर युद्ध हुआ तो शेयर मार्केट का क्या होगा?
अब अगर पाकिस्तान जवाबी कार्रवाई करता है और जंग छिड़ जाती है तो इस स्थिति में शेयर बाजार कैसे रिएक्ट करेगा चलिए इसका अंदाजा इतिहास के पन्ने पलट कर करते हैं।

Operation Sindoor: जंग और शेयर बाजार एक दूसरे से जुड़े हैं। जब भी जंग होती है इसका असर शेयर बाजार पर पड़ता है। पहलगाम हमले का बदला लेते हुए भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ कर आंतक के ठिकानों को निस्तानाबूद कर दिया है।
अब इसके बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है और भारत पर जवाबी हमला करने की धमकी दे रहा है। यह बात किसी से छिपी नहीं है कि भारतीय सेना, पाकिस्तानी सेना से हर मामले में ज्यादा मजबूत है।
अब अगर पाकिस्तान जवाबी कार्रवाई करता है और जंग छिड़ जाती है तो इस स्थिति में शेयर बाजार कैसे रिएक्ट करेगा चलिए इसका अंदाजा इतिहास के पन्ने पलट कर करते हैं।
भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी बार सन 1999 में करगिल युद्ध हुआ था। तब उस दौरान शेयर बाजार कैसा रिएक्ट किया था चलिए जानते हैं।
करगिल युद्ध के दौरान कैसी थी शेयर बाजार की चाल?
1999 में करगिल का युद्ध 3 मई से 26 जुलाई यानी 84 दिन चला था और भारत ने ऑपरेशन विजय कर जीत हासिल की थी। इन 84 दिनों में बाजार ने ना फिर मजबूती से सामना किया बल्कि इस दौरान बाजार 37% उछला था।
1999 में सेंसेक्स 3378 अंक से उछलकर 4687 अंक पर पहुंच गया था। इस दौरान अमेरिकी S&P 500 में मात्र 2% की बढ़त दर्ज हुई थी। वहीं निफ्टी 500 34% चढ़ा था। इसके अलावा निफ्टी Next 50 इंडेक्स 25% चढ़ा था।
जंग हुई तो मार्केट का क्या होगा?
विभिन्न मार्केट एक्सपर्ट और ब्रोकरेज के मुताबिक अगर तनाव बढ़ता है और दोनों देशों के बीच युद्ध होता है निफ्टी में 5-10% से ज्यादा गिरावट नहीं होगी और यह गिरावट भी कुछ ही समय के लिए होगी।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर निवेशकों को इस दौरान घबराना नहीं चाहिए और अपनी रणनीतिक पर टिके रहना चाहिए और खरीदारी के अवसरों पर ध्यान देना चाहिए।
इससे पहले के स्ट्राइक में कैसी थी बाजार की चाल?
1999 के बाद भारत ने उरी हमला (2016) और पुलवामा-बालाकोट स्ट्राइक (2019) किया था तब उस दौरान भी निफ्टी में सिर्फ 0.8% से 2.1% का मामूली करेक्शन हुआ था।