Q2 नतीजों से इस ₹100 के Defence Stock ने भरी रफ्तार!
बाजार में भारी गिरावट के बीच डिफेंस स्टॉक Apollo Micro Systems में अच्छी तेजी देखने को मिली। इंट्रा डे के दौरान स्टॉक 5 प्रतिशत से ज्यादा उछल गया। दरअसल कंपनी की ओर से Q2 रिजल्ट्स जारी कर दिए हैं। आइये जानते हैं कैसे रहे हैं नंबर्स?

बाजार में भारी गिरावट के बीच डिफेंस स्टॉक Apollo Micro Systems में अच्छी तेजी देखने को मिली। इंट्रा डे के दौरान स्टॉक 5 प्रतिशत से ज्यादा उछल गया। दरअसल कंपनी की ओर से Q2 रिजल्ट्स जारी कर दिए हैं। आइये जानते हैं कैसे रहे हैं नंबर्स?
कैसे रहे नतीजे?
सितंबर तिमाही के मुताबिक कुल आय में 85 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 161.30 करोड़ रुपये हो गई है और प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स (PAT) 140 प्रतिशत बढ़कर 15.73 करोड़ रुपये हो गया है। वहीं, H1FY25 (6 महीने) के नतीजों को देखें तो नेट बिक्री 74 प्रतिशत बढ़कर 253.09 करोड़ रुपये और प्रॉफिट ऑफ्टर टैक्स (PAT) 194 प्रतिशत बढ़कर 24.16 करोड़ रुपये हो गया है। साल दर साल के हिसाब से देखें तो कंपनी की आय 87 करोड़ से बढ़कर 161 करोड़ आ गई है। तो वहीं EBITDA 18.4 करोड़ से बढ़कर 32.8 करोड़ (YoY) पर आया है।
किस से ऑर्डर मिले?
अपोलो माइक्रो सिस्टम्स लिमिटेड ने हाल के महीनों में कई महत्वपूर्ण ऑर्डर हासिल किए हैं, जिनमें Bharat Electronics Limited और CNA (ओएफ) पुणे, भारतीय नौसेना से 28.74 करोड़ रुपये का एक ऑर्डर शामिल है। इसके अलावा कंपनी को आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टैब्लिशमेंट (ARDE), DRDO के जरिए PRACHAND अमूनिशन हार्डवेयर के प्रोडक्शन से संबंधित टेक्नोलॉजी ट्रांसफर (ToT) के लिए चयनित किया गया है। अपोलो माइक्रो सिस्टम्स को Reliable Technosystems India Pvt Ltd (5.72 करोड़ रुपये), Economic Explosives Ltd और ARDE-DRDO (4.70 करोड़ रुपये), मुनिशंस इंडिया लिमिटेड (72.26 करोड़ रुपये),Bharat Dynamics Limited (10.90 करोड़ रुपये) से भी ऑर्डर मिले हैं ।
अपोलो माइक्रो सिस्टम्स ने जनवरी 2023 में इक्विटी शेयरों को विभाजित करने के निर्णय की घोषणा की। अपोलो माइक्रो सिस्टम्स इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रो-मैकेनिकल, इंजीनियरिंग डिजाइन, निर्माण और आपूर्ति के कारोबार में लगी हुई है। इसने 2018 में अपनी दलाल स्ट्रीट की शुरुआत की।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।