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छोटी कारों पर GST कम होने से मारुति सुजुकी को होगा सबसे अधिक फायदा, ब्रोकरेज ने 15% बढ़ाया टारगेट प्राइस

सेंटरम ब्रोकिंग ने कहा कि कंपनी के पोर्टफोलियो का 60% से अधिक हिस्सा- स्विफ्ट, वैगनआर, बलेनो, फ्रॉन्क्स और ब्रेजा जैसे मॉडल- अब 18% टैक्स स्लैब में आ गए हैं।

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Maruti Suzuki Share Price: छोटी कारों पर जीएसटी घटने के साथ आज ब्रोकरेज फर्म सेंटरम ब्रोकिंग ने कहा कि इससे सबसे अधिक फायदा मारुति सुजुकी इंडिया को होगा। सेंटरम ब्रोकिंग ने कहा कि कंपनी के पोर्टफोलियो का 60% से अधिक हिस्सा- स्विफ्ट, वैगनआर, बलेनो, फ्रॉन्क्स और ब्रेजा जैसे मॉडल- अब 18% टैक्स स्लैब में आ गए हैं। ब्रोकरेज ने मारुति का टारगेट प्राइस 15% बढ़ाकर ₹16,907 कर दिया।

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फिलहाल खबर लिखे जानें तक कंपनी का शेयर सुबह 11:09 बजे तक बीएसई पर 1.61% या 236 रुपये चढ़कर14891.65 रुपये पर ट्रेड कर रहा था तो वहीं एनएसई पर स्टॉक 1.57% या 230 रुपये की तेजी के साथ 14,892 रुपये पर ट्रेड कर रहा था।

सेंटरम ने रिपोर्ट में कहा कि कमजोर सेंटिमेंट और बड़ी गाड़ियों की ओर झुकाव के चलते स्मॉल-कार सेगमेंट दबाव में था। ऐसे में जीएसटी राहत फेस्टिव सीजन और रिप्लेसमेंट-ड्रिवन खरीदारी से मांग को दोबारा गति देगी।

ब्रोकरेज ने FY26E-28E के लिए अर्निंग्स अनुमान 1-10% तक अपग्रेड किए हैं और मारुति पर ‘BUY’ रेटिंग बरकरार रखी है। उसने कंपनी का वैल्यूएशन H1FY28E ईपीएस पर 25 गुना से बढ़ाकर 26 गुना किया।

सरकार के जीएसटी 2.0 रैशनलाइजेशन से ऑटो सेक्टर को बड़ा राहत पैकेज मिला है। स्मॉल कारों (1200cc तक पेट्रोल/सीएनजी/एलपीजी या 1500cc तक डीजल, 4 मीटर से कम) पर टैक्स 28-31% से घटकर 18% कर दिया गया है। एसयूवी और बड़ी कारों पर टैक्स 45–50% से घटाकर 40% किया गया है, जबकि ईवी पर जीएसटी 5% ही बरकरार रहा है। इससे संभावित टैक्स हाइक की अनिश्चितता खत्म हो गई।

सेंटरम ने कहा है कि जीएसटी में कटौती से एंट्री-लेवल और मिड-कॉम्पैक्ट कारें अब पहले से ज्यादा किफायती हो जाएंगी। ब्रोकरेज फर्म ने कंपनी की आगे की ग्रोथ की कई वजहें गिनाई हैं, जैसे:

  • SUV मॉडल्स का दोबारा प्लानिंग करना
  • नई Victorious कार का हाल ही में लॉन्च होना
  • बेहतर कीमत तय करने की ताकत और प्रोडक्ट मिक्स
  • GST कटौती की वजह से छोटी कारों की बिक्री में सुधार
  • FY26 से इलेक्ट्रिक गाड़ियों (EVs) की लॉन्चिंग शुरू होगी

20% एक्सपोर्ट (निर्यात) बढ़ने की उम्मीद

सेंटरम ने कहा है कि कंपनी CNG और हाइब्रिड गाड़ियों पर जो ध्यान दे रही है, वो आज की इंडस्ट्री की जरूरतों -यानी कम फ्लूल खर्च (एफिशिएंसी) और पर्यावरण की चिंता (सस्टेनेबिलिटी)- के हिसाब से बिलकुल सही दिशा में है। इससे कंपनी को हैचबैक कारों की कम होती मांग का असर कम करने में मदद मिलेगी।

ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि GST में बदलाव से गाड़ियों की मांग बढ़ेगी। इसके अलावा कंपनी के पास लंबे समय तक मुनाफा कमाने वाले मजबूत कारण हैं।

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।