पैसा डबल करने वाले PSU Stock में Q2 Results के बाद आई भारी गिरावट
Hindustan Petroleum Corporation Limited (HPCL) ने दूसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। जिसके बाद स्टॉक में भारी गिरावट देखने को मिली। इंट्रा डे के दौरान स्टॉक 8 प्रतिशत तक गिर गया। आइये जानते हैं कि किस तरह के Q2 रिजल्ट्स रहे हैं।

Hindustan Petroleum Corporation Limited (HPCL) ने दूसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। जिसके बाद स्टॉक में भारी गिरावट देखने को मिली। इंट्रा डे के दौरान स्टॉक 8 प्रतिशत तक गिर गया। आइये जानते हैं कि किस तरह के Q2 रिजल्ट्स रहे हैं।
HPCL की आय ₹99,926 करोड़ रही है जबकि पिछली तिमाही (Q1 FY25) साल में ₹1.14 लाख करोड़ से कम है। इसका मतलब ये हुआ कि रेवेन्यू में 7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। इस तिमाही में EBITDA ₹2,724 करोड़ रहा, लेकिन पिछली तिमाही में रिपोर्ट किए गए ₹2,110 करोड़ से 29% की बढ़ोतरी हुई है। HPCL का ऑपरेटिंह प्रॉफिट मार्जिन्स (OPM) Q1 में 1.9% से बढ़कर 2.7% हो गया। वहीं नेट प्रॉफिट भी सुधरकर ₹631 करोड़ पर पहुंच गया, जो पिछले तिमाही में ₹356 करोड़ रहा है। इस हिसाब से 77 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है।
कंपनी का ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन (GRM) इस तिमाही में $3.2 प्रति बैरल रहा, जो कि $5.5 प्रति बैरल के अनुमान से कम है। हालांकि, राज्य स्वामित्व वाली ईंधन खुदरा विक्रेता ने FY25 की दूसरी तिमाही के लिए ₹143 करोड़ का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट रिपोर्ट किया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में ₹5,827 करोड़ से 97.5% की भारी गिरावट दर्शाता है।
कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा है कि कम प्रॉफिट ऑफ्ट टैक्स (PAT) के मुख्य कारणों में चयनित पेट्रोलियम उत्पादों पर दबाव वाले मार्केटिंग मार्जिन, कमजोर क्रैक स्प्रेड के कारण घटते रिफाइनिंग मार्जिन और अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल और उत्पादों की कीमतों में गिरावट शामिल हैं।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए। निवेश निर्णय लेने से पहले एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श करने की सिफारिश की जाती है।