scorecardresearch

Bajaj Housing Finance Vs LIC Housing Finance: कौन सा स्टॉक बेहतर विकल्प है?

बजाज हाउसिंग फाइनेंस का आईपीओ वैल्यूएशन 58,300 करोड़ रुपये से 2.5 गुना बढ़कर अब 1.51 ट्रिलियन रुपये पर पहुंच गया है, जिससे यह भारत की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी बन गई है। इसने HUDCO और LIC हाउसिंग को पीछे छोड़ दिया है, जिनका बाजार पूंजीकरण क्रमशः 49,056 करोड़ रुपये और 37,239 करोड़ रुपये है।

Advertisement
Bajaj Housing Finance Vs LIC Housing Finance
Bajaj Housing Finance Vs LIC Housing Finance

बजाज हाउसिंग फाइनेंस का आईपीओ वैल्यूएशन 58,300 करोड़ रुपये से 2.5 गुना बढ़कर अब 1.51 ट्रिलियन रुपये पर पहुंच गया है, जिससे यह भारत की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी बन गई है। इसने HUDCO और LIC हाउसिंग को पीछे छोड़ दिया है, जिनका बाजार पूंजीकरण क्रमशः 49,056 करोड़ रुपये और 37,239 करोड़ रुपये है।

advertisement

बजाज हाउसिंग फाइनेंस (BHFL) और LIC हाउसिंग फाइनेंस दोनों के वित्तीय आंकड़े मजबूत हैं, लेकिन इस समय BHFL का स्टॉक, LIC हाउसिंग की तुलना में, अधिक प्रीमियम पर ट्रेड हो रहा है। इसके बावजूद, आज BHFL के शेयरों में लगभग 9% की गिरावट देखने को मिल रही है।

निवेशकों का सवाल: क्या अभी निवेश करना सही रहेगा?

बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शानदार शुरुआत ने निवेशकों के बीच भ्रम की स्थिति पैदा कर दी है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्होंने आईपीओ में आवेदन नहीं किया या चूक गए। अब सवाल यह है कि क्या उन्हें इस समय BHFL में निवेश करना चाहिए, या फिर LIC हाउसिंग फाइनेंस जैसे स्थापित विकल्पों का चुनाव करना चाहिए, जो बाजार हिस्सेदारी में दूसरा सबसे बड़ा खिलाड़ी है।

वित्तीय तुलना: बजाज हाउसिंग बनाम LIC हाउसिंग

वित्तीय प्रदर्शन की बात करें तो, बजाज हाउसिंग ने राजस्व और लाभ वृद्धि के मामले में LIC हाउसिंग को पीछे छोड़ दिया है। FY25 की पहली तिमाही में, बजाज हाउसिंग का कुल ऑपरेशनल रेवेन्यू 2,208.65 करोड़ रुपये रहा, जो FY24 की इसी तिमाही से 25.26% अधिक है। FY24 में, इसका कुल राजस्व 7,617.31 करोड़ रुपये था।

दूसरी ओर, LIC हाउसिंग का Q1FY25 का समेकित कुल ऑपरेशनल रेवेन्यू केवल 0.55% बढ़कर 6,796.85 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में यह 6,759.13 करोड़ रुपये था। FY24 के लिए, इसका कुल राजस्व 27,276.97 करोड़ रुपये रहा।

लाभ की बात करें तो, Q1FY25 में बजाज हाउसिंग

लाभ की बात करें तो, Q1FY25 में बजाज हाउसिंग का कर बाद लाभ (PAT) 4.50% बढ़कर 482.61 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वर्ष की इसी तिमाही में यह 461.80 करोड़ रुपये था। पूरे FY24 के लिए, इसका PAT 1,731.22 करोड़ रुपये था। वहीं, LIC हाउसिंग का Q1FY25 में PAT 1.96% घटकर 1,306.40 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वर्ष इसी तिमाही में यह 1,319.10 करोड़ रुपये था। FY24 के लिए, इसका PAT 4,763.32 करोड़ रुपये रहा।

संपत्ति की गुणवत्ता: बजाज हाउसिंग का बढ़ता प्रभुत्व

बजाज ग्रुप द्वारा समर्थित बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने FY22 से FY24 के बीच प्रबंधनाधीन संपत्तियों और मुनाफे में शानदार वृद्धि दर्ज की है। इसकी निम्न सकल गैर-निष्पादित संपत्ति (GNPA) यह संकेत देती है कि कंपनी का जोखिम प्रबंधन काफी मजबूत है।

advertisement

इसके विपरीत, LIC हाउसिंग, जो एक स्थापित कंपनी है, ने बजाज हाउसिंग की तुलना में धीमी वृद्धि और अधिक एनपीए का सामना किया है।

ब्रोकरेज फर्मों का दृष्टिकोण

PhillipCapital ने BHFL के लिए 210 रुपये प्रति शेयर का लक्ष्य रखते हुए इसे 'खरीदें' रेटिंग दी है, जो मौजूदा कीमत से 15.7% अधिक है। ब्रोकरेज का मानना है कि BHFL के पास अपने प्रदर्शन को और बेहतर बनाने की अच्छी संभावनाएं हैं।

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।