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₹10 लाख से ₹2 करोड़ कैसे बनेंगे - बसंत माहेश्वरी ने क्या कहा?

विशेषज्ञ ने यह भी सलाह दी कि निवेश करते समय, ब्रॉड थॉट प्रोसेस रखना जरूरी है। उन्होंने उदाहरण दिया कि एक वर्ल्ड कप फाइनल की तरह, जहां आप पहले ओवर में सात रन बनाते हैं, और बाकी 49 ओवर्स में 353 रन बनाने की चुनौती होती है। इसी तरह, आपको अपने निवेश के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए धैर्य और रणनीति की जरूरत होती है।

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Basant Maheswari
Basant Maheswari

दिग्गज निवेशक और बीएम इक्विटी डेस्क के हेड बसंत माहेश्वरी ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो में आज एक अहम सवाल का जवाब दिया।  एक विशेष सवाल ने सबका ध्यान खींचा जिसमें पूछा गया कि ₹10 लाख से ₹2 करोड़ की यात्रा में कितना समय लगेगा।

विशेषज्ञ ने बताया कि यह यात्रा कई बातों पर निर्भर करती है, जैसे कि निवेश का तरीका और आर्थिक स्थिति। उन्होंने कहा कि अगर आप अपने पोर्टफोलियो को 20 गुना बढ़ाना चाहते हैं, तो यह आसान नहीं होगा। आमतौर पर अगर आप 10% की सालाना वृद्धि दर मानते हैं, तो 10 साल में आपका पैसा 2.6 गुना हो जाएगा। 30% की वृद्धि दर से 10 साल में आपका पैसा 13 गुना हो सकता है। 

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विशेषज्ञ ने यह भी सलाह दी कि निवेश करते समय, ब्रॉड थॉट प्रोसेस रखना जरूरी है। उन्होंने उदाहरण दिया कि एक वर्ल्ड कप फाइनल की तरह, जहां आप पहले ओवर में सात रन बनाते हैं, और बाकी 49 ओवर्स में 353 रन बनाने की चुनौती होती है। इसी तरह, आपको अपने निवेश के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए धैर्य और रणनीति की जरूरत होती है।

इसके अतिरिक्त, विशेषज्ञ ने स्टॉक्स के चयन पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि आपको उन स्टॉक्स में निवेश करना चाहिए जो बाजार की गिरावट के बावजूद स्थिर रहें। कंज्यूमर और सेक्टर स्टॉक्स आमतौर पर ऐसे होते हैं जो बाजार के उतार-चढ़ाव में कम गिरते हैं।

बसंत माहेश्वरी  ने कहा कि अगर आपके पास ₹1 लाख हैं, तो आपको सबसे पहले इस पर ध्यान देना चाहिए कि आप कितना बना सकते हैं। निवेश की शुरुआत करने से पहले, यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि आपकी निवेश रणनीति सही हो। उन्होंने यह भी कहा कि निवेश के शुरुआती दौर में यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने पैसे को किसी सुरक्षित और भरोसेमंद जगह पर रखें। 

फाइनेंशियल क्वेश्चन के अलावा, विशेषज्ञ ने म्यूचुअल फंड में डिविडेंड पेइंग स्टॉक्स के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने स्पष्ट किया कि म्यूचुअल फंड में प्राप्त डिविडेंड आपके खाते में ही जाएगा और इसका प्रभाव आपकी NAV पर पड़ेगा।