AI की पीछे किसका है दिमाग, कौन है सैम ऑल्टमैन
आजकल चारों तरफ एआई की बातें हो रही हैं। सवालों का जवाब एआई के जरिए ढूंढा जा रहा है। सवाल ये भी है कि एआई की शुरूआत कैसे हुई।

आजकल चारों तरफ एआई की बातें हो रही हैं। सवालों का जवाब एआई के जरिए ढूंढा जा रहा है। सवाल ये भी है कि एआई की शुरूआत कैसे हुई।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की शुरुआत
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की शुरुआत 1950 के दशक में हुई जब वैज्ञानिकों ने सोचा कि मशीनों को मानव मस्तिष्क जैसा सोचने की क्षमता दी जा सकती है। इसका मूल उद्देश्य मशीनों को ऐसे तरीके से विकसित करना था कि वे इंसानों की तरह समस्याओं को हल कर सकें, सोच सकें और निर्णय ले सकें। शुरुआती दिनों में, एआई का उपयोग गणित और तर्क समस्याओं को हल करने के लिए किया जाता था। धीरे-धीरे, तकनीक में सुधार हुआ और एआई का उपयोग कंप्यूटर विज़न, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग, और रोबोटिक्स जैसे क्षेत्रों में बढ़ता गया।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सफलता में मशीन लर्निंग (ML) और डीप लर्निंग (DL) का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। ये तकनीकें एआई सिस्टम को अधिक कुशल और सक्षम बनाती हैं। खासकर 21वीं सदी में, एआई ने तेज़ी से प्रगति की है और इसका उपयोग कई क्षेत्रों में किया जा रहा है जैसे कि हेल्थकेयर, शिक्षा, व्यापार और यहां तक कि रोजमर्रा की चीज़ों में भी।
सैम ऑल्टमैन का योगदान
सैम ऑल्टमैन एक प्रसिद्ध कारोबारी और इनोवेटर हैं, जिन्होंने एआई के क्षेत्र में बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने OpenAI नामक एक महत्वपूर्ण शोध संगठन के सीईओ के रूप में काम किया है। OpenAI का उद्देश्य है एआई को इस तरह से विकसित करना कि वह मानवता के लिए लाभकारी हो। 2015 में, एलन मस्क, सैम ऑल्टमैन और अन्य टेक लीडर्स ने मिलकर OpenAI की स्थापना की, ताकि एआई तकनीक का विकास सुरक्षित और नैतिक तरीकों से हो।
ऑल्टमैन ने एआई को अधिक सुलभ और पारदर्शी बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। OpenAI ने GPT (Generative Pre-trained Transformer) जैसी तकनीकें विकसित की हैं, जो मानव भाषा को समझने और जेनरेट करने में सक्षम हैं। सैम का मानना है कि एआई मानवता के लिए एक बड़ा अवसर है, लेकिन इसके साथ-साथ इसके जोखिमों को समझना और नियंत्रित करना भी जरूरी है।
उन्होंने एआई के नैतिक उपयोग पर भी जोर दिया है। उनका मानना है कि एआई का उपयोग उन तरीकों से किया जाना चाहिए जो समाज के सभी लोगों को लाभ पहुंचाए, न कि केवल कुछ चुनिंदा कंपनियों या व्यक्तियों को। सैम ऑल्टमैन की लीडरशिप में, OpenAI ने कई एआई मॉडलों को ओपन-सोर्स किया, ताकि तकनीक का विकास पारदर्शी और सामूहिक रूप से हो सके।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसी तकनीक है जो हमारी दुनिया को बदलने की क्षमता रखती है। इसकी शुरुआत बहुत पहले हो चुकी थी, लेकिन आज यह नए आयाम छू रही है। सैम ऑल्टमैन और OpenAI जैसे संगठनों का योगदान इस दिशा में बेहद महत्वपूर्ण रहा है। उनके प्रयासों के चलते एआई न केवल तकनीकी रूप से उन्नत हो रहा है, बल्कि सुरक्षित और नैतिक रूप से भी इस्तेमाल किया जा रहा है।