scorecardresearch

Swami Prasad Maurya ने विधान परिषद की सदस्यता से दिया इस्तीफा, Samajwadi Party को भी कहा अलविदा

बता दें मौर्य लगातार सपा से नाराज चल रहे थे। रामचरित मानस पर एक विवादित बयान देने के बाद से मौर्य और सपा के बीच के संबंध काफी बिगड़ गए थे। गौरतलब है कि मौर्य ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा छोड़कर सपा का हाथ थामा था।

Advertisement
स्वामी प्रसाद मौर्य
स्वामी प्रसाद मौर्य

Samajwadi Party (SP) के राष्‍ट्रीय महासचिव पद से त्यागपत्र देने के एक सप्ताह बाद Swami Prasad Maurya ने मंगलवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने ने मंगलवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्‍स’ पर खुद यह जानकारी दी है। मौर्य ने ‘एक्‍स’ पर सपा प्रमुख Akhilesh Yadav और विधान परिषद के सभापति के नाम संबोधित त्यागपत्र के अलग-अलग पन्नों मे साझा किया है। 

advertisement

Also Read: PM Modi ने Jammu - Kashmir को दी 32,000 करोड़ की सौगात, 1500 लोगों को दिया Job Letter

अखिलेश यादव को लिखे पत्र में कही यह बात

मौर्य ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लिखे पत्र में कहा, ‘आपके नेतृत्व में सौहार्दपूर्ण वातावरण में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ किंतु 12 फरवरी को हुई बातचीत और 13 फरवरी को प्रेषित पत्र पर किसी भी प्रकार की वार्ता के लिए पहल नहीं करने के परिणामस्‍वरूप मैं समाजवादी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी त्याग पत्र दे रहा हूं।’ विधान परिषद के सभापति को लिखे पत्र में मौर्य ने कहा, ‘‘मैं सपा के प्रत्याशी के रूप में विधानसभा, उप्र निर्वाचन क्षेत्र से सदस्य, विधान परिषद सदस्य निर्वाचित हुआ। चूंकि मैंने सपा की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है, इसीलिए नैतिकता के आधार पर विधान परिषद, उप्र की सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहा हूं।’

पार्टी से चल रहे थे नाराज

बता दें मौर्य लगातार सपा से नाराज चल रहे थे। रामचरित मानस पर एक विवादित बयान देने के बाद से मौर्य और सपा के बीच के संबंध काफी बिगड़ गए थे। गौरतलब है कि मौर्य ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा छोड़कर सपा का हाथ थामा था।