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दिल्ली-NCR में प्रदूषण का कहर, कई इलाकों में AQI 400 के पार

दिवाली के बाद दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। सड़कों की धूल, वाहनों का धुआं और पराली जलाने की वजह से वायु गुणवत्ता तेजी से बिगड़ रही है। दिल्ली-NCR के आनंद विहार, रोहिणी, द्वारका जैसे कई क्षेत्रों में AQI 400 के पार पहुंच गया है, जिससे लोगों को सांस लेने में कठिनाई हो रही है और आंखों में जलन की शिकायतें बढ़ रही हैं।

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दिल्ली-NCR में प्रदूषण का कहर, कई इलाकों में AQI 400 के पार
Delhiदिल्ली-NCR में प्रदूषण का कहर, कई इलाकों में AQI 400 के पारair pollution and AQI level Today

दिवाली के बाद दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। सड़कों की धूल, वाहनों का धुआं और पराली जलाने की वजह से वायु गुणवत्ता तेजी से बिगड़ रही है। दिल्ली-NCR के आनंद विहार, रोहिणी, द्वारका जैसे कई क्षेत्रों में AQI 400 के पार पहुंच गया है, जिससे लोगों को सांस लेने में कठिनाई हो रही है और आंखों में जलन की शिकायतें बढ़ रही हैं।

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दिल्ली का औसत AQI 356

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, आज सुबह दिल्ली का औसत AQI 356 दर्ज किया गया। दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए ग्रैप 2 भी लागू किया गया है, लेकिन वायु की गुणवत्ता अभी भी बहुत खराब है और हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।

दिल्ली के प्रमुख इलाकों में AQI 400 के पार

दिल्ली के आनंद विहार, अशोक विहार, रोहिणी, द्वारका, पटपड़गंज, विवेक विहार, वजीरपुर, जहांगीरपुरी, मोती बाग, बवाना और पंजाबी बाग जैसे इलाकों में AQI 400 के पार है। वहीं, लाजपत नगर, आरके पुरम, लोदी रोड और नॉर्थ कैंपस जैसे अन्य स्थानों पर AQI 370 से ऊपर बना हुआ है। हवा की गति धीमी होने और मौसमी परिस्थितियों के कारण प्रदूषक फैल नहीं रहे, जिससे राहत मिलने की संभावना कम है। हालांकि, पराली जलाने का प्रभाव 1 नवंबर को 35% से घटकर 2 नवंबर को 15% पर आ गया है।

NCR और अन्य क्षेत्रों का AQI

नोएडा: 305
गाजियाबाद: 295
ग्रेटर नोएडा: 246
गुरुग्राम: 276

हरियाणा और राजस्थान के इलाकों में भी AQI उच्च स्तर पर है:

श्रीगंगानगर: 397
हिसार: 372
हनुमानगढ़: 344
भरतपुर: 320
बहादुरगढ़: 300

प्रदूषण के इन खतरनाक स्तरों के कारण लोगों को स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, और इसे नियंत्रित करने के लिए विशेष प्रयासों की आवश्यकता है।