वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन की सौगात, PM मोदी ने 41 हजार करोड़ के रेल प्रोजेक्ट राष्ट्र को किए समर्पित
वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन की सौगात, PM मोदी ने 41 हजार करोड़ के रेल प्रोजेक्ट राष्ट्र को किए समर्पित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देश के 554 रेलवे स्टेशनों के 1500 रोड ओवर ब्रिज व अंडरपास के शिलान्यास-उद्घाटन किए. अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 41 हजार करोड़ रुपए की लागत से रेलवे का यह कायाकल्प हुआ है.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के 33 से अधिक रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की सौगात देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का आभार माना. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में 77 हजार करोड़ रुपए के निर्माण कार्य जारी हैं, प्रदेश में रेलवे सुविधाओं का लगातार विस्तार हो रहा है, और हमें नई तकनीक और नई व्यवस्थाओं के साथ विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन एवं रेल सुविधाएं प्राप्त हो रही हैं. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सीहोर जिले की जन आभार यात्रा में शामिल हुए.
डबल इंजन की सरकार से हम समर्थ और सक्षम राज्य के लक्ष्य की ओर अग्रसर
CM डॉ. मोहन यादव ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में मध्यप्रदेश विकास की पटरी पर तेज गति से आगे बढ़ रहा है. मध्यप्रदेश देश के मध्य में स्थित है, रेलवे अधोसंरचना के विकास की यहां बहुत संभावनाएं हैं. यहां देश की दो प्रमुख रेलवे लाइनें तो संचालित हैं हीं, इसके साथ ही सीहोर होकर रामगंज मंडी तथा बुधनी की रेल लाइन बिछाने के कार्य को भी गति दी जा रही है. रेलवे अधोसंरचना के विकास को तेजी से पूरा किया जाएगा, इससे प्रदेश के विकास को और भी गति मिलेगी. हम समर्थ और सक्षम राज्य के लक्ष्य की ओर निरंतर अग्रसर हैं.
ट्विन सिटी के रूप में विकसित होंगे ये शहर
मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग, रोजगार में बढ़ोत्तरी के साथ ही महिलाओं, युवाओं और कमजोर वर्ग की प्रगति के लिए कई योजनाएं चलाईं जा रही है. किसी भी योजना के लिए धन की कमी नहीं रहने दी जाएगी. सीहोर नगर पालिका द्वारा उनके सम्मुख रखे गए प्रस्तावों को मुख्यमंत्री ने स्वीकृति प्रदान की. उन्होंने कहा कि भोपाल और सीहोर का विकास समन्वित रूप से ट्विन सिटी के आधार पर होगा. दोनों नगरों को जोड़कर आवागमन के साधन, आवासीय परियोजनाएं और रोजगार के अवसरों के समग्र विकास की योजना का क्रियान्वयन किया जाएगा. उज्जैन-इंदौर, उज्जैन-देवास, भोपाल-विदिशा, भोपाल-सीहोर-रायसेन जिले अमृत काल में 2047 तक ट्विन सिटी के रूप में विकसित किए जाएंगे.
इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, खंडवा, सीहोर सहित प्रदेश के 33 रेलवे स्टेशनों का होगा पुनर्विकास
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के रेलवे स्टेशनों की पुनर्विकास परियोजनाओं की शिलापट्टिकाओं का अनावरण किया. कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने मध्यप्रदेश के 33 स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए शिलान्यास के साथ ही 133 रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) एवं अंडरपास का शिलान्यास व उद्घाटन किया. प्रदेश के जिन 33 रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास के लिए शिलान्यास किया गया, उनमें सीहोर, जबलपुर, बीना, अशोकनगर, खिरकिया, सांची, शाजापुर, ब्यौहारी, बरगवाँ, नरसिंहपुर, पिपरिया, इन्दौर, उज्जैन, मंदसौर, मक्सी, नागदा, नीमच, शुजालपुर, खाचरोद, बालाघाट, छिंदवाड़ा, खण्डवा, मंडला फोर्ट, नैनपुर, सिवनी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, बिजुरी, मुरैना, हरपालपुर, दतिया और भिंड स्टेशन शामिल हैं. आरओबी में जबलपुर रेल मंडल के दो और भोपाल रेल मंडल के चार आरओबी शामिल हैं. अंडरपास के अंतर्गत जबलपुर में एक एवं भोपाल मंडल में दो स्थानों पर कार्य होंगे. बता दें कि मानवयुक्त समपार फाटकों को खत्म करने के लिए आरओबी और अंडरपास बनाया जाता है.