scorecardresearch

Independence Day: मोदी बोले- हमने देश के कई कल्चर को बदला, ये गोल्डन एरा, इसे पकड़कर चल पड़ेंगे तो विकसित भारत का लक्ष्य पूरा होगा

विकसित भारत 2047 यह सिर्फ भाषण के शब्द नहीं है, इसके पीछे कठोर परिश्रम चल रहा है। लोगों के सुझाव लिए जा रहे हैं। मुझे खुशी है कि करोड़ों नागरिकों ने अनगिनत सुझाव दिए हैं। हर देशवासी का सपना संकल्प उसमें दिख रहा है।

Advertisement
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11वीं बार लाल किले से तिरंगा फहराया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11वीं बार लाल किले से तिरंगा फहराया

देश आज यानि 15 अगस्त को अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11वीं बार लाल किले से तिरंगा फहराया। मोदी ने कहा- आजादी के दीवानों ने आज हमें आजादी के इस पर्व में स्वतंत्रता की सांस लेने का सौभाग्य दिया है। ये देश महापुरुषों का ऋणी है। इससे पहले पीएम मोदी ने सुबह राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। 78वें स्वतंत्रता दिवस की थीम विकसित भारत है। इसके तहत स्वतंत्रता के 100वें साल 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा गया है।

advertisement

मोदी बोले- हम सबका साथ सबका विकास का मंत्र साकार कर रहे 

मध्यवर्गीय परिवार को क्वॉलिटी ऑफ लाइफ को हमने साकार किया है। उसकी लाइफ में सरकार की दखल कम हो, इसकी व्यवस्था की जा रही है। हम छोटी जरूरतों पर भी ध्यान देते हैं। गरीब की मां को आंसू पीकर सोना न पड़ें, इसके लिए बिजली, पानी, गैस और इलाज मुहैया करा रहे हैं। हम सबका साथ सबका विकास का मंत्र साकार कर रहे हैं। 

मोदी बोले- हमने सर्वांगीण विकास किया 

पिछले दशक में रेल, रोड, गवर्नमेंट कनेक्टिविटी, गांव में स्कूल, अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, आयुष्मान, ऑप्टिकल फाइबर, नहरों का जल, पक्के घर बनना, हमारा पूर्वी भारत इंफ्रास्टक्चर के लिए जाना जाने लगा है। इसका सबसे ज्यादा लाभ उन्हें मिला, जिन्हें कोई नहीं देखता था। दूर सूदुर पहाड़ों, आदिवासियों की जरूरत को पूरा किया है। हमने सर्वांगीण विकास किया है। 

Also Read: Independence Day 2024: दिल्ली उपराज्यपाल ने स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराने के लिए आतिशी नहीं बल्कि इन्हें नामित किया

मोदी बोले- नीति और नियत सही हो तो परिणाम मिलता है

मोदी ने कहा- हमने स्पेस सेक्टर में भी रिफॉर्म किए हैं। उसके बंधनों को खोल दिया है। सैकड़ों स्टार्टअप इसमें आ रहे हैं। हम इसको दूर की सोच के साथ मजबूती दे रहे हैं। आज प्राइवेट सैटेलाइट राकेट लॉन्च हो रहे हैं। जब नीति और नियत सही होती है तो परिणाम मिलता है। आज देश में नए अवसर बने। तब मैं कह सकता हूं कि दो चीजें और हुई, जिसने विकास को गति दी है। पहला- इंफ्रास्टक्चर को आधुनिक बनाना, दूसरा- ईज ऑफ लिविंग का सपना, जिसमें बल दिया। 

मोदी बोले- हर सेक्टर में नएपन और टेक्नोलॉजी को जोड़ने की जरूरत 

हम दुनिया की बेस्ट प्रैक्टिसिस को आगे रखते हुए बढ़ना चाहते हैं। हर सेक्टर में नएपन की जरूरत है। टेक्नोलॉजी को जोड़ने की जरूरत है। नई नीतियों के चलते यह हो पा रहा है। हम पूरे सामर्थ्य के साथ चल पड़े, खिल उठे, सपनों को पाकर रहे, सिद्धि को निकट देखें इसे आत्मसात करें इस दिशा में चलना है। मैं जमीनी स्तर की बात कर रहा हूं, हमारी 10 करोड़ बहनें विमेंस सेल्फ ग्रुप से जुड़ी हैं। महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं। वो परिवार के निर्णय की भागीदार बन रही हैं। हमारे CEO दुनियाभर में नाम कमा रहे हैं, तो दूसरी ओर एक करोड़ बहनें लखपति दीदी बनती हैं। 

advertisement

ये देश का गोल्डन एरा 

मेरे देश का नौजवान इंक्रीमेंटल प्रगति में विश्वास नहीं रखता। वह छलांग मार रहा है। ये गोल्डन एरा है, इसे जाने नहीं देना चाहिए। इसे पकड़कर चल पड़ेंगे तो विकसित भारत का लक्ष्य पूरा कर लेंगे। 

मोदी बोले- युवाओं का देश के सिस्टम पर भरोसा बढ़ा  

देश में नई व्यवस्थाएं बन रही हैं। देश को आगे ले जाने के लिए नई पॉलिसी बनाई जा रही है। इससे देश के सिस्टम पर भरोसा बढ़ता है। आज का नौजवान ये बदलाव देख रहा है। 10 साल में उसके सपनों को धार मिली है। आज दुनियाभर में भारत की साख बढ़ी है। आज दुनिया में युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर बने हैं, जो आजादी के इतने सालों बाद नहीं आए थे आज उनके दरवाजों पर दस्तक दे रहे हैं। 

मोदी बोले- हमने गर्वनेंस को बदला 

मोदी बोले- हमारे देश में आजादी तो मिली, लेकिन लोगों को एक तरह से माई-बाप कल्चर से गुजरना पड़ा। आज हमने गर्वनेंस के इस मॉडल को बदला है, आज सरकार खुद लाभार्थी के घर गैस का चूल्हा, पानी बिजली पहुंचाती है। 

advertisement

मोदी बोले- दुनिया की मजबूत बैकों में हमारी बैंकों ने स्थान बनाया 

बैंकिग क्षेत्र का क्या हाल था, न विश्वास बढ़ता था। जो कारनामे हुए बैंक संकट से गुजर रहे थे। हमने रिफॉर्म किया तो दुनिया की मजबूत बैकों में हमारी बैंकों ने स्थान बनाया। बैंकिंग सेक्टर मजबूत हो तो विकास भी होता है, हमारे नौजवानों को पढ़ाई, विदेश जाने के लिए लोन चाहिए। किसानों को लोन चाहिए, रेहड़ी पटरी वाले भी लोन ले रहे और विकास में भागीदार बन रहे हैं। 

मोदी बोले- हमारा रिफॉर्म ग्रोथ का ब्लूप्रिंट 

हमने गरीबों को वंचितों को युवाओं के संकल्प आकांक्षाओं को आकार दिया। हमारे रिफॉर्म चार दिन की वाहवाही के लिए नहीं है। मैं आज कह सकता हूं कि हमारा रिफॉर्म ग्रोथ का ब्लूप्रिंट है। हमने राजनतिक मजबूरी के कारण ये नहीं किया। ये राजनीति का भागाकार, गुणाकार करके नहीं किया। ये नेशन फर्स्ट और हमारा भारत महान बने, उस संकल्प के साथ करते हैं। 

मोदी बोले- हमने रिफॉर्म जमीन पर उतारे 

advertisement

जब राजनीतिक नेतृत्व की संकल्प शक्ति हो, दृढ विश्वास हो और देश का नागरिक आगे आता है तो हमें निश्चित परिणाम मिलता है। हम आजादी के बाद दशकों तब ऐसे रहे, होती है चलती है, हमें क्या करना है, मौका मिला है मौज कर लो, नया करने जाओगे बवाल हो जाएगा। यही माहौल था। लोग कहते थे छोड़ो क्या करना है, हमें इस मानसिकता को तोड़ना है। कई लोग कहते थे अगली पीढ़ी के लिए काम क्यों करना। अब इसे बदला है। वो रिफॉर्म का इंतजार करता रहा था, हमने रिफॉर्म जमीन पर उतारे। 

सेना सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक करती है 

रिन्यूबल एनर्जी का संकल्प लिया, जी 20 देशों ने जितना किया है उससे ज्यादा भारत ने किया है। हम कोरोना को कैसे भूल सकते हैं। हमने दुनिया के करोड़ों लोगों को वैक्सीन दी। एक समय था जब आतंकवादी मार के चले जाते थे। अब देश की सेना सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक करती है तो देशवसियों का सीना चौड़ा हो जाता है। 

3 करोड़ परिवारों को नल से जल पहुंच रहा है 

आज हमारे घर में जब 3 करोड़ परिवारों को नल से जल पहुंच रहा है, तो विश्वास बढ़ता है। कौन वंचित थे, इससे दलित, शोषित और गरीब भाई-बहन इन चीजों के अभाव में जी रहे थे। हमने अनेक ऐसे प्रयास किए हैं, ताकि निचले तबके को सुविधा मिले। 

advertisement

घोषणाओं पर काम होता है तो भरोसा बढ़ता है 

जब लालकिले से कहा जाता है हिंदुस्तान के 18 हजार गांवों में समय से बिजली पहुंचाएंगे और काम समय से होता है। तो ये भरोसा बढ़ जाता है। जब स्वच्छ भारत की बात की जाए तो सभी लोगों के अंदर स्वच्छता का वातावरण बन जाए तो मैं समझता हूं ये भारत के अंदर की नई चेतना का प्रतिबिंब है।

देशवासियों के सुझाव उनके अनुभव से निकले हैं

जब देशवासियों की इतने बड़े सपने हो, उनकी बातों में संकल्प हो तो हमारे भीतर आत्मविश्वास एक नई ऊंचाई पर पहुंच जाता है। ये भरोसा अनुभव से निकला है। ये लंबे कालखंड के परिश्रम से आया है।

मोदी ने देशवासियों के सुझाव गिनाए 

युवा, बुजुर्ग, गांववासी, शहरवासी दलित आदिवासी हर किसी ने 2047 में जब देश आजादी का 100 साल मनाएगा तो उसके लिए अनमोल सुझाव दिए हैं। कुछ लोगों ने कहा- दुनिया की स्किल कैपिटल बनाएं। किसी ने मैन्यूफैक्चरिंग का ग्लोबल हब का सुझाव दिया। किसी ने यूनिवर्सिटी हब का सुझाव दिया। हमारा स्किल युवा दुनिया की पहली पसंद बनना चाहिए। भारत को जल्द से जल्द हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना चाहिए। हमारे किसानों के मोटे अनाज को दुनिया के हर डाइनिंग टेबल पर लगाना है। हमारे देश की न्याय व्यवस्था में रिफार्म होने चाहिए। बहुत लोगों ने सपना देखा है- अंतरिक्ष में भारत का स्पेस स्टेशन बनना चाहिए। हमारी पारंपरिक औषधि को विकसित करना चाहिए। भारत तीसरी इकोनॉमी बनना चाहिए। ये हमारे देशवासियों के सुझाव है।

विकसित भारत के लिए करोड़ों नागरिकों ने सुझाव दिए 

विकसित भारत 2047 यह सिर्फ भाषण के शब्द नहीं है, इसके पीछे कठोर परिश्रम चल रहा है। लोगों के सुझाव लिए जा रहे हैं। मुझे खुशी है कि करोड़ों नागरिकों ने अनगिनत सुझाव दिए हैं। हर देशवासी का सपना संकल्प उसमें दिख रहा है।

2047 तक विकसित भारत का संकल्प पूरा करेंगे

हमें गर्व हमारी रगों में उनका ही खून है। हमारे पूर्वज सिर्फ 40 करोड़ थे, उन्होंने गुलामी जंजीरों को तोड़ दिया था। हमारे पूर्वजों का खून हमारी रगों में अगर 40 करोड़ गुलामी की बेड़ियाों को तोड़ सकते हैं तो 140 करोड़ नागरिक अगर संकल्प लेकर चल पड़ें, एक दिशा निर्धारित कर लें, कदम से कदम मिलाकर चल पड़ें तो चुनौतियां कितनी बड़ी क्यों न हो, हर चुनौती को पार करते हुए हम समृद्व भारत बना सकते हैं। हम 2047 विकसित भारत का संकल्प प्राप्त कर सकते हैं। अगर 40 करोड़ लोग आजाद भारत बना सकते हैं, तो 140 करोड़ उसी भाव से समृद्ध भारत बना सकते हैं। एक समय था जब लोग देश के लिए मरने के लिए प्रतिबद्ध थे। आज समय है देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता।