
GoFirst के चक्कर में कौन-सा बैंक फंसेगा? जानिए पूरी ख़बर
रॉयटर्स के अनुसार, Central Bank Of India , Bank Of Baroda , IDBI Bank, Axis Bank और Deutsche Bank , Go First के वित्तीय लेनदारों में से थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि एयरलाइन पर लेनदारों का 79.8 करोड़ डॉलर (6,500 करोड़ रुपये से अधिक) बकाया है।

Go First के दिवालिए होने के बाद अब ये सवाल उठ रहा है कि कौन सा बैंक इस पूरे दिवालिएपन की चपेट में आएगा।

Reuters के अनुसार, Central Bank Of India, Bank Of Baroda, IDBI Bank, Axis Bank और Deutsche Bank, Go First के वित्तीय लेनदारों में से थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि एयरलाइन पर लेनदारों का 79.8 करोड़ डॉलर (6,500 करोड़ रुपये से अधिक) बकाया है।

एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और आईडीबीआई बैंक समेत अन्य का एयरलाइन पर 4,000 करोड़ रुपये का एक्सपोजर है। इसके अलावा, एयरलाइन ने लगभग तीन साल के लिए विमान के पट्टों के भुगतान को टाल दिया था।
प्रमोटरों ने पिछले तीन वर्षों में 3,200 करोड़ रुपये का निवेश किया, जिसमें से 2,400 करोड़ रुपये पिछले 24 महीनों में और 290 करोड़ रुपये अप्रैल में डाले गए। एयरलाइन ने एक बयान में कहा, "इससे एयरलाइन में कुल निवेश लगभग 6,500 करोड़ रुपये हो गया है।"

इस बीच, प्रैट एंड व्हिटनी ने कहा कि गो फर्स्ट का लापता भुगतानों का एक लंबा इतिहास रहा है। गो फर्स्ट ने मंगलवार को कहा कि इंजनों की आपूर्ति करने में प्रैट एंड व्हिटनी की विफलता के कारण उसे ये कदम उठाना पड़ा। जिसके परिणामस्वरूप उसके बेड़े के 50 प्रतिशत हवाई जहाज खड़े हो गए।