
जानिए किस एप से जुड़ा Dabur के प्रमोटर का नाम, FIR में एक से बढ़कर एक आरोप
डाबर का कहना है कि उन्हें FIR की जानकारी नहीं है। अगर ये जानकारी सच है तो ये पूरी तरह से तथ्यहीन है और दुर्भावनापूर्ण इरादे से प्रेरित शरारती तत्वों की कारिस्तानी है। ग्रुप ने सभी आरोपों से इनकार किया है।

Mahadev Betting App पर जैसे जैसे जांच एजेंसियों का शिकंजा कसता जा रहा है। वैसे-वैसे हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। इसी कड़ी में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। जो Dabur Group से जुड़ा हुआ है। जी हां, वहीं डाबर ग्रुप जिसके प्रोडक्ट्स का आप इस्तेमाल करते हैं। दरअसल राजनेताओं और फिल्मी हस्तियों के बाद अब महादेव ऐप सट्टेबाजी घोटाले की जांच में डाबर ग्रुप के चेयरमैन Mohit Burman और निर्देशक Gaurav Burman का नाम आया हैं। दोनों बर्मन ब्रदर्स मुंबई पुलिस के रडार पर आ गए हैं। फेमस आयुर्वेदिक दिग्गज डाबर ग्रुप की बर्मन जोड़ी के खिलाफ Mumbai Police ने FIR दर्ज कर दी है। इस FIR में बॉलीवुड अभिनेता Sahil Khan और दूसरे अज्ञात व्यक्तियों समेत 31 आरोपियों को शामिल किया गया है। अब जानते हैं कि आखिर FIR में किस तरह की शिकायत दर्ज हुई है। FIR में लिखा है कि मोहित बर्मन और गौरव बर्मन की क्रिकेट लीग की एक टीम में इक्विटी हिस्सेदारी है। उन पर आरोप है कि बर्मन ब्रदर्स मैच फिक्सिंग कर रहे थे। महादेव एप के जरिए चीटिंग करने और जुआ खिलाने का काम किया जा रहा था। शिकायतकर्ता का ये भी कहना है कि क्रिकेट लीग में मैच फिक्सिंग में आरोपियों की शामिल होने के बारे में ज्यादा जानकारी और सबूत हासिल करने के लिए मोहित बर्मन, गौरव बर्मन और Hareshi Kalabhai और उनके अन्य सहयोगियों के बारे में जांच की जानी चाहिए। पहली शिकायत सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश बनकर ने माटुंगा पुलिस में दर्ज कराई थी, इसमें दावा किया गया था कि सट्टेबाजी ऐप के जरिए हजारों लोगों से 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की गई है।
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अब जानते हैं कि इस पूरी खबर पर डाबर का क्या पक्ष है। तो डाबर का कहना है कि उन्हें FIR की जानकारी नहीं है। अगर ये जानकारी सच है तो ये पूरी तरह से तथ्यहीन है और दुर्भावनापूर्ण इरादे से प्रेरित शरारती तत्वों की कारिस्तानी है। ग्रुप ने सभी आरोपों से इनकार किया है। साथ ही उम्मीद जताई है कि कानून इस मामले में जल्द ही खुलासा करेगा। इसके साथ ही, महादेव ऐप की राजनेताओं, ग्लैमर हस्तियों और अब यहां तक कि कॉरपोरेट्स के बीच व्यापक प्रभाव के लिए प्रवर्तन निदेशालय यानि ED भी जांच कर रही है। कुछ दिन पहले ही ईडी की याचिका पर कार्रवाई करते हुए, केंद्र ने महादेव ऐप समेत 22 अवैध सट्टेबाजी साइटों को ब्लॉक कर दिया था, जिसे भिलाई स्थित सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल और अन्य लोगों के जरिए प्रचारित और चलाया गया था। यह मुद्दा पहली बार तब सुर्खियों में आया, जब ईडी ने दावा किया कि महादेव ऐप ने कथित तौर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री Bhupesh Baghel को 500 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया है।
