China Bank : क्या China के Bank डूबने वाले हैं?
कर्ज के संकट से निपटने के लिए सरकार को आने वाले कई सालों तक बैंकों को बेलआउट पैकेज देना होगा। लेकिन सवाल ये है कि सरकार भी कबतक बैंकों को पैसा दे पाएगी। बैंको से कुछ दिन की मोहलत मांग कर या बेलआउट देकर कुछ वक्त तो काम चल जाएगा।

China की आर्थिक स्थिति डमाडोल है, ये साफ तौर पर देखा जा सकता है। लेकिन चीन के हालात इस हद तक खराब हो चुके हैं कि कभी भी पूरा बैकिंग सिस्टम डूब सकता है। अगर ऐसा हुआ तो बहुत बड़ी तबाही आ जाएगी। आइये समते हैं, मामले है क्या?
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश चीन इस वक्त तलवार की धार पर चल रहा है। जिस अर्थव्यवस्था के दम पर चीन हेकड़ी दिखाता था, उसी हवा निकल चुकी है। जी हां ,Dragon की हालत अब और खराब होने वाली है। ये हम नहीं बल्कि वहां के हालात कह रहे है। आज हम आपको चीन की इस हालात की इनसाइड स्टोरी बतांएगे...
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दरअसल, चीन की बैंकिम सिस्टम कभी भी डूब सकता है और इसकी वजह Real Estate Sector। जानकारी के अनुसार चीन के बैंको ने जितना खर्ज बांटा गया है, उसका करीब 40% सिर्फ रियल स्टेट कंपनियों को दिया गया है। जो की चीन के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है। आपको तो चीन की GDP में रियल एस्टेट सेक्टर की हिस्सेदारी 30 फीसदी के आसपास है। चीन के विकास में रियल-एस्टेट इंडस्ट्री का बड़ा हाथ रहा है। अगर कहे कि ये इंडस्ट्री एक तरह से विकास का इंजन रही है तो गलत नहीं होगा, लेकिन अब इस इंडस्ट्री के कर्ज में डूबने से चीन को बड़ा झटका लग सकता है।
कर्ज के संकट से निपटने के लिए सरकार को आने वाले कई सालों तक बैंकों को बेलआउट पैकेज देना होगा। लेकिन सवाल ये है कि सरकार भी कब तक बैंकों को पैसा दे पाएगी। बैंको से कुछ दिन की मोहलत मांग कर या बेलआउट देकर कुछ वक्त तो काम चल जाएगा। लेकिन फिर बाद में ये अर्थव्यवस्था के लिए बड़ा जोखिम बन जाएगा। बैंकों पर प्रेशर आने से पूरा बैंकिंग सिस्टम लड़खड़ा जाएगा। हालांकि सरकार का बेलआउट ये मौजूदा संकट को थोड़ा टालने में मदद करेगा। चीन की समस्या इसलिए भी विकराल है, क्योंकि वहां पर पूरे बैंकिंग सेक्टर पर सरकार का नियंत्रण है। हर छोटे-बड़े बैंक में चीन की सरकार की हिस्सेदारी है।
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ये पहली बार नहीं जब रियल स्टेट की कोई कंपनी कर्ज में डूबी हो इससे पहले ‘China Evergrande जैसी बड़ी कंपनी भी कर्ज में डूब चुकी है। कंपनी एवरग्रांड ग्रुप ने खुद को दिवालिया घोषित किया था। रियल स्टेट का चीन की अर्थव्यवस्था का अहम रोल है लेकिन अब जो संकट चीन के लिए आ खड़ा हुआ है। उससे चीन को बड़ी मुसीबत को सामना करना पड़ सकता है। ये संकट कोई एक या दो दिन में खड़ा नहीं हुआ है, बल्कि ये कई साल में इस लेवल पर पहुंचा है। अब देखना होगा कि चीन इस संकट से कैसे उभरता है।