‘वोट चोरी’ का विवाद और गर्माया! मुख्य चुनाव आयुक्त के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव ला सकता है विपक्ष
सूत्रों के मुताबिक, कई दल इस पर विचार कर रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ वाले आरोप और बिहार में मतदाता सूची के SIR के विरोध के बीच चुनाव आयोग (ECI) ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी थी।

मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने पर विपक्षी दलों में चर्चा तेज हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, कई दल इस पर विचार कर रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ वाले आरोप और बिहार में मतदाता सूची के SIR के विरोध के बीच चुनाव आयोग (ECI) ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी थी।
कांग्रेस सांसद सैयद नासिर हुसैन ने कहा कि अभी तक पार्टी में इस मुद्दे पर विचार-विमर्श नहीं हुआ है, लेकिन यदि जरूरत पड़ी तो कांग्रेस नियमों के अनुसार महाभियोग प्रस्ताव ला सकती है।
चुनाव आयोग की सफाई
आयोग ने 17 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि उस पर लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं और इससे न तो आयोग डरेगा और न ही मतदाता। ECI ने कहा कि वह निडर होकर निष्पक्षता से काम करता रहेगा और सभी राजनीतिक दल उसके लिए समान हैं।
CEC ज्ञानेश कुमार ने कहा था कि ऐसे झूठे आरोपों का असर न आयोग पर होगा, न ही मतदाताओं पर। हमारा काम है कि सभी मतदाताओं को समान अवसर मिले और प्रक्रिया पारदर्शी रहे।
वोटर लिस्ट पर टकराव
बिहार विधानसभा चुनाव से चार महीने पहले आयोग ने मतदाता सूची का SIR शुरू किया है। विपक्ष का आरोप है कि इस प्रक्रिया से लाखों पात्र मतदाता दस्तावेजों की कमी के कारण सूची से बाहर हो सकते हैं। आयोग ने बताया कि अब तक 28,370 मतदाता अपने दावे और आपत्तियां दर्ज करा चुके हैं और यह प्रक्रिया 1 अगस्त से 1 सितंबर तक चलेगी।
सुप्रीम कोर्ट की सख्ती
सुप्रीम कोर्ट ने ECI को निर्देश दिया है कि बिहार में हटाए गए 65 लाख नामों का पूरा डिटेल सार्वजनिक किया जाए और कारण स्पष्ट किए जाएं। आयोग ने अदालत को आश्वस्त किया है कि वह आदेश का पालन करेगा।
बढ़ते विवाद के बीच विपक्ष का दबाव और चुनाव आयोग का बचाव, दोनों ने आने वाले राजनीतिक समीकरणों को और पेचीदा बना दिया है। बिहार चुनाव से पहले यह मुद्दा और गरमा सकता है।