सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर बढ़ाया Excise Duty, क्या Petrol और Diesel की कीमतें बढ़ेंगी?
आदेश के अनुसार पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर ₹13 प्रति लीटर और डीज़ल पर ₹10 प्रति लीटर कर दिया गया है।

Government increase Excise Duty on Petrol & Diesel: राजस्व विभाग द्वारा जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीज़ल पर प्रति लीटर 2-2 रुपये एक्साइज ड्यूटी (Excise Duty) को बढ़ाया है। नोटिफिकेशन के मुताबिक संशोधित एक्साइज ड्यूटी 8 अप्रैल, 2025 से लागू होगा।
आदेश के अनुसार पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर ₹13 प्रति लीटर और डीज़ल पर ₹10 प्रति लीटर कर दिया गया है।
क्या बढ़ जाएंगे पेट्रोल और डीजल के दाम?
पब्लिक सेक्टर की ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (OMCs) ने बताया कि 7 अप्रैल को घोषित उत्पाद एक्साइज ड्यूटी में वृद्धि के बाद पेट्रोल और डीजल की रिटेल कीमतों में कोई वृद्धि नहीं होगी। तेल कंपनियां इस एक्साइज ड्यूटी के अतिरिक्त बोझ का वहन करेगी। सामान्य नागरिकों को महंगाई की मार नहीं पड़ेगी।
सरकार के नोटिफिकेशन के मुताबिक केन्द्रीय एक्साइज ड्यूटी अधिनियम, 1944 की धारा 5A और वित्त अधिनियम, 2002 की धारा 147 के दायरे में केन्द्र सरकार द्वारा जनहित में एक्साइज ड्यूटी में वृद्धि की गई है।
कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट
पिछले सप्ताह कच्चे तेल की कीमतें तीन साल के नीचले स्तर 62 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई थीं, जिसके कारण ग्लोबल स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट जारी रही।
हालांकि अब तेल की कीमतें 65 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आने के बाद, सरकार पर डीजल और पेट्रोल की रिटेल कीमतों में कटौती के लिए दबाव बढ़ने लगा है। ग्लोबल स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में 7 अप्रैल को गिरावट जारी रही और ब्रेंट क्रूड की कीमतें दोपहर (भारतीय समयानुसार) 63.23 डॉलर प्रति बैरल (बीबीएल) पर पहुंच गईं, जो 3 प्रतिशत से अधिक की गिरावट थी।
भारत में आखिरी बार कब कम हुए थे पेट्रोल और डीजल के दाम?
भारत में तेल की कीमतों में आखिरी कटौती 14 मार्च को हुई थी, जो लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हुई थी। इसके बाद 22 मई, 2022 से कीमतें स्तिर बनी हुई हैं।
इस स्थिरता के बाद एक्साइज ड्यूटी में दो कटौतियां की गईं, जिससे पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 13 रुपये और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 16 रुपये प्रति लीटर कम हो गया।
ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) ने इस साल ब्रेंट कच्चे तेल की औसत कीमत के लिए अपने पूर्वानुमान को 5.5 प्रतिशत घटाकर 69 डॉलर प्रति बैरल कर दिया है, और अमेरिका के वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) की कीमत को 4.3 प्रतिशत घटाकर 66 डॉलर प्रति बैरल कर दिया है।