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Vikran Engineering IPO: ₹772 करोड़ जुटाने आ रही EPC कंपनी, जानिए प्राइस बैंड से लेकर सभी डिटेल्स

अगर आप आईपीओ में निवेश करते हैं तो हम आपको बता दें कि अगले हफ्ते से Vikran Engineering का आईपीओ ओपन होगा। इस आईपीओ के जरिये कंपनी 772 करोड़ रुपये जुटाने का प्लान कर रही है। आइए, आर्टिकल में इस आईपीओ के बारे में जानते हैं।

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शेयर बाजार (Stock Market) में निवेशकों के लिए एक नया मौका सामने आया है। इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (EPC) सेक्टर की कंपनी Vikran Engineering अपना IPO (Initial Public Offering) लेकर आ रही है। यह इश्यू मंगलवार, 26 अगस्त 2025 से पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। कंपनी इस ऑफरिंग से करीब ₹772 करोड़ जुटाने की योजना बना रही है।

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कितना बड़ा है IPO?

Vikran Engineering का IPO दो हिस्सों में बंटा है। इसमें एक बड़ा हिस्सा Fresh Issue का है, जिसमें 74.3 मिलियन इक्विटी शेयर होंगे, जिनकी कुल वैल्यू ₹721 करोड़ है। वहीं, Offer For Sale (OFS) के तहत प्रमोटर राकेश अशोक मर्खेडकर 5.3 मिलियन शेयर बेचेंगे, जिनकी कीमत ₹51 करोड़ है। इस तरह पूरा इश्यू ₹772 करोड़ का बनता है।

कंपनी ने इसमें हिस्सेदारी का बंटवारा भी तय किया है। QIB के लिए 50% से ज्यादा रिजर्व नहीं होगा, रिटेल निवेशकों के लिए कम से कम 35% और NII के लिए कम से कम 15% का रिजर्वेशन रहेगा।

आईपीओ का प्राइस बैंड 

इस IPO का प्राइस बैंड ₹92 से ₹97 प्रति शेयर रखा गया है। एक लॉट में 148 शेयर होंगे। इसका मतलब है कि न्यूनतम निवेश ₹14,356 से शुरू होगा। रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट तक यानी 1,924 शेयर खरीद सकते हैं, जिसकी कीमत करीब ₹1,86,628 होगी।

क्या कह रहा है ग्रे मार्केट? 

IPO से पहले ही Vikran Engineering के शेयर ग्रे मार्केट (Grey Market) में प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। फिलहाल यह शेयर ₹109 पर मिल रहे हैं, जो इश्यू प्राइस से करीब ₹12 ज्यादा है। यह लगभग 12.37% का प्रीमियम दिखाता है, जिससे साफ है कि मार्केट में इस IPO को लेकर उत्साह है।

कब होगी लिस्टिंग?

यह IPO 26 अगस्त 2025 से खुलेगा और 29 अगस्त 2025 तक सब्सक्रिप्शन के लिए उपलब्ध रहेगा। अलॉटमेंट की तारीख 1 सितंबर 2025 तय की गई है और निवेशकों के डिमैट अकाउंट में शेयर 2 सितंबर 2025 को आ जाएंगे। इसके बाद कंपनी का स्टॉक 3 सितंबर 2025 को BSE और NSE दोनों एक्सचेंज पर लिस्ट होगा।

आईपीओ का उद्देश्य

IPO के OFS वाले हिस्से से आने वाले पैसे प्रमोटर को मिलेंगे। कंपनी को इसमें से कुछ नहीं मिलेगा। जबकि फ्रेश इश्यू से जुटाए गए फंड्स का इस्तेमाल कंपनी वर्किंग कैपिटल और जनरल कॉर्पोरेट जरूरतों को पूरा करने में करेगी। यानी इसका इस्तेमाल बिजनेस को और बढ़ाने और मजबूत बनाने के लिए होगा।

Vikran Engineering के बारे में

Vikran Engineering एक EPC कंपनी है। इसका बड़ा बिजनेस एनर्जी और वाटर इंफ्रास्ट्रक्चर से आता है। यह कंपनी डिजाइन से लेकर सप्लाई, इंस्टॉलेशन, टेस्टिंग और कमीशनिंग तक की सर्विस देती है।

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जून 2025 तक कंपनी ने 14 राज्यों में कुल 45 प्रोजेक्ट पूरे किए हैं, जिनकी वैल्यू करीब ₹1,919.92 करोड़ है। वहीं, अभी इसके पास 16 राज्यों में 44 प्रोजेक्ट चल रहे हैं, जिनकी कुल वैल्यू ₹5,120.21 करोड़ है। कंपनी की ऑर्डर बुक इस समय ₹2,442.44 करोड़ की है।

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।