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अमेरिका-ईरान तनाव से बाजार हिला, सेंसेक्स 700 अंक टूटा; लेकिन निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं

Stock Market Crash: शेयर बाजार के दोनों सूचकांक आज पूरी तरह से गिरे हैं। सुबह बाजार खुलते ही BSE 700 अंक से ज्यादा गिर गया है।

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23 जून 2025 (सोमवार) को शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। इसकी वजह बनी अमेरिका का ईरान पर हवाई हमला। इस हमले ने दुनिया भर में नए जियोपॉलिटिकल (Geopolitical) तनाव पैदा कर दिए हैं और निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है।

सुबह 9:31 बजे के करीब बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 679 अंक टूटकर 81,729.05 पर पहुंच गया। वहीं निफ्टी 50 (Nifty 50) में भी 199 अंकों की गिरावट आई और यह 24,913.10 के लेवल पर ट्रेड करता दिखा। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी गिरावट रही। 

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आईटी शेयरों में सबसे ज्यादा नुकसान

स्टॉक मार्केट में सबसे ज्यादा गिरावट IT सेक्टर के शेयरों पर पड़ी। Infosys, TCS, HCLTech, और Shriram Finance जैसे बड़े कंपनियों के शेयर लाल निशान पर हैं। आईटी शेयरों में आई गिरावट की वजह दुनिया भर में मंदी की आशंका और बढ़ते राजनीतिक तनाव है, जिससे टेक्नोलॉजी कंपनियों पर असर पड़ा।

तेल कंपनियों को फायदा

इस तनाव का एक दूसरा असर ये हुआ कि कच्चे तेल के दाम पांच महीने के ऊंचे स्तर पर पहुंच गए। इसका फायदा तेल और एनर्जी कंपनियों को मिला। अगर खाड़ी देशों में तेल की सप्लाई प्रभावित होती है, तो इन कंपनियों को फायदा हो सकता है।

निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं

Geojit Financial Services के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट डॉ. वीके विजयकुमार का कहना है कि भले ही अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ा है, लेकिन अभी बाजार में पूरी तरह डर का माहौल नहीं है।

उन्होंने कहा कि जब तक ईरान की तरफ से कोई बड़ा जवाबी हमला नहीं होता, तब तक बाजार पर असर सीमित रह सकता है। अगर ईरान अमेरिकी सैनिकों को निशाना बनाता है या अमेरिकी ठिकानों पर हमला करता है, तब हालात ज्यादा खराब हो सकते हैं।

उनका यह भी कहना है कि एशियाई बाजारों में अब तक घबराहट नहीं दिखी है और अमेरिका के फ्यूचर मार्केट्स में भी बहुत बड़ी गिरावट नहीं आई है, जिससे लगता है कि निवेशक अब भी संयम बरत रहे हैं।

स्टॉक मार्केट में क्या करें निवेशक?

इस उतार-चढ़ाव के समय एक्सपर्ट्स का कहना है कि लॉन्ग टर्म निवेशक घबराएं नहीं और जल्दबाजी में कोई फैसला न लें। डॉ. विजयकुमार का मानना है कि ऐसी घटनाएं आमतौर पर कुछ दिन का असर डालती हैं लेकिन लंबे समय की तस्वीर पर ज्यादा फर्क नहीं पड़ता।

डॉ. विजयकुमार सलाह देते हैं कि निवेशक अभी अच्छी क्वालिटी वाले शेयरों में बने रहें, फालतू रिस्क से बचें और कैश बनाए रखें। जिनका रिस्क लेने का मन नहीं है, वो बाजार में थोड़ी स्थिरता आने तक इंतजार कर सकते हैं।

Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। BT Bazaar अपने पाठकों और दर्शकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकारों से सलाह लेने का सुझाव देता है।