अक्षय तृतीया के मौके पर गोल्ड के साथ फाइनेंशियल प्लानिंग में करें निवेश, मिलेगा शानदार रिटर्न और पूरे होंगे सारे गोल
आज Akshaya Tritiya 2025 मनाया जा रहा है। इस मौके पर लोग गोल्ड खरीदते हैं क्योंकि इसे शुभ माना जाता है। हालांकि, व्यक्ति को गोल्ड के साथ फाइनेंशियल प्लानिंग में भी निवेश करना चाहिए।

भारत में अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya 2025) को बहुत शुभ दिन माना जाता है। इस दिन को खासतौर पर सोना खरीदने के लिए सबसे अच्छा समय समझा जाता है। माना जाता है कि अक्षय तृतीया पर खरीदी गई चीजें बढ़ती रहती हैं और समृद्धि का प्रतीक बनती हैं। लेकिन बदलते वक्त में सिर्फ सोने तक सीमित रहना समझदारी नहीं है। आज जब फाइनेंशियल सिक्योरिटी और लॉन्ग टर्म प्लानिंग बहुत जरूरी हो गई है, तो इस शुभ मौके पर सही फाइनेंशियल प्लानिंग बनाना भी उतना ही जरूरी है।
फाइनेंशियल प्लानिंग का सही समय
अक्षय तृतीया एक शानदार मौका है जब हम सिर्फ सोना खरीदने की परंपरा नहीं निभाएं, बल्कि अपनी फाइनेंशियल हेल्थ के बारे में सोचें। फाइनेंशियल प्लानिंग का मतलब सिर्फ पैसे बचाना नहीं है, बल्कि ऐसा बैलेंस बनाना है कि हमारी सारी जिंदगी के बड़े-बड़े गोल पूरे हो सकें। अगर सही फाइनेंशियल प्लानिंग करते हैं तो हम घर खरीदने, बच्चों की पढ़ाई, शादी, या रिटायरमेंट जैसी चीजों के लिए सही समय पर पैसा जुटा सकते हैं।
सोना खरीदने के साथ इन चीजों में करें इन्वेस्ट
आज बाजार में कई शानदार इन्वेस्टमेंट ऑप्शन हैं जैसे पीएफ (Provident Fund-PF), पीपीएफ (Public Provident Fund-PPF), फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) और अलग-अलग तरह के म्युचुअल फंड्स(Mutual Funds)। ये सभी निवेश आपको सिर्फ गारंटी रिटर्न ही नहीं देते, बल्कि इन्फ्लेशन से भी मुकाबला करने में मदद करते हैं। सही तरीके से निवेश किया गया पैसा आपके सपनों को पूरा करने में बहुत मदद कर सकता है।
FPSB इंडिया के सीईओ कृष्ण मिश्रा ने फाइनेंशियल प्लानिंग को लेकर कहा कि गोल्ड में निवेश करना हमारी परंपरा है। आज के समय में सही फाइनेंशियल प्लानिंग करना उससे भी ज्यादा जरूरी है। अक्षय तृतीया जैसे शुभ दिन हमें याद दिलाते हैं कि सही फैसलों से हमारी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। अगर व्यक्ति अभी से फाइनेंशियल प्लानिंग करें तो उनका फ्यूचर सिक्योर और आत्मनिर्भर बन सकता है।
परिवार के साथ करें प्लानिंग
इस अक्षय तृतीया पर सोने के साथ-साथ अपने पूरे परिवार के साथ मिलकर बैठें और फ्यूचर के जरूरी खर्चों के बारे में सोचें। बच्चों की पढ़ाई, घर की जरूरतें, मेडिकल इमरजेंसी या रिटायरमेंट - इन सबके लिए कैसे सही सेविंग और निवेश किया जाए। इसके लिए एक प्लानिंग बनाएं। अगर जरूरत हो तो एक सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर से सलाह ले सकते हैं।