'ओ स्त्री कल आना', 150 साल पुरानी इमारत में लिखे स्लोगन
महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज परिसर में स्थित किंग एडवर्ड मेडिकल स्कूल में हुई हैलोवीन पार्टी पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। मेडिकल कॉलेज के शिक्षक और पूर्व छात्रों के दो संगठनों ने संयोगितागंज पुलिस स्टेशन में जाकर आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।

महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज परिसर में स्थित किंग एडवर्ड मेडिकल स्कूल में हुई हैलोवीन पार्टी पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। मेडिकल कॉलेज के शिक्षक और पूर्व छात्रों के दो संगठनों ने संयोगितागंज पुलिस स्टेशन में जाकर आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। रविवार को जैन सोशल ग्रुप द्वारा इस पार्टी का आयोजन किया गया था, जिसमें दीवारों पर लाल और काले रंग से नारे लिखे गए और डरावनी चीजों से सजावट की गई थी।
150 साल पुरानी इस ऐतिहासिक इमारत
डॉक्टरों के संगठनों ने लगभग 150 साल पुरानी इस ऐतिहासिक इमारत में आयोजित इस अनधिकृत पार्टी पर कड़ी आपत्ति जताई है। शिकायत में कहा गया है कि जैन सोशल ग्रुप ने 13 अक्टूबर को किंग एडवर्ड मेडिकल स्कूल की इमारत में इस हैलोवीन पार्टी का आयोजन किया था, जिसमें 1878 में बनी इमारत की दीवारों पर अश्लील चित्र और आपत्तिजनक नारे लिखे गए थे।
हैलोवीन पार्टी
बताते चलें कि हैलोवीन पार्टी पश्चिमी देशों में 31 अक्टूबर को ऑल हैलोज़ डे की पूर्व संध्या पर मनाई जाती है, जिसमें डरावनी और अलौकिक थीम पर आधारित सजावट की जाती है। सहायक पुलिस आयुक्त तुषार सिंह ने बताया कि पुलिस कॉलेज प्रबंधन से पूछताछ करेगी कि यह पार्टी किसकी अनुमति से आयोजित की गई थी। जांच के बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कॉलेज के डीन, डॉ. संजय दीक्षित ने बताया कि उन्होंने इस आयोजन के लिए संबंधित संगठन को नोटिस जारी किया है, क्योंकि उनकी ओर से इस पार्टी की अनुमति नहीं दी गई थी। इस बीच, सोशल मीडिया पर पार्टी की तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिनमें स्थानीय भाजपा नेता अक्षय कांति बम को भूत की पोशाक में देखा गया है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला के आरोप
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने आरोप लगाया है कि इस आयोजन के पीछे भाजपा का संरक्षण है और सत्ताधारी पार्टी के दबाव में एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही है। हालांकि, अक्षय कांति बम ने कहा कि उनका इस संगठन से कोई संबंध नहीं है।
गौरतलब है कि अक्षय कांति बम इस साल की शुरुआत में कांग्रेस के उम्मीदवार थे, लेकिन उन्होंने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली और भाजपा में शामिल हो गए थे, जिससे कांग्रेस को नुकसान हुआ था।