दिवालिया होने के कगार पर Jaypee Group को नोएडा में लगा बड़ा झटका, ₹1000 करोड़ के कर्ज़े में डूबा अस्पताल
भारत की प्रमुख निर्माण कंपनी Jaiprakash Group के लिए मुसीबतें ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रहीं। NCLT ने अब हेल्थकेयर कंपनी Jaypee Healthcare के खिलाफ दिवालिया होने की जाँच का आदेश दिया है।

भारत की प्रमुख निर्माण कंपनी Jaiprakash Group के लिए मुसीबतें ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रहीं। NCLT ने अब हेल्थकेयर कंपनी Jaypee Healthcare के खिलाफ दिवालिया होने की जाँच का आदेश दिया है। बता दें कि Jayprakash Group की ये अब आख़िरी कंपनी है और इसे भी दिवालिया घोषित किया जा रहा है। JC Flowers, Asset Reconstruction की याचिका पर NCLT इलाहाबाद पीठ ने मौखिक आदेश के ज़रिए JP Healthcare को दिवालिया स्वीकार किया है मगर NCLT ने फ़िलहाल अपने वेबसाइट पर ऐसा कुछ भी अपलोड नहीं किया है।
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Jayprakash Associates को भी दिवालिया घोषित
नोएडा में स्थित JP Healthcare एक बेहतरीन अस्पताल है जो JP Infratech की सहायक इकाई है। इसी समूह के Jayprakash Associates को भी दिवालिया घोषित किया जा चुका है। JC Flowers ARC, Bank of Baroda, Exim Bank, Punjab National Bank और Asset Reconstruction company of India के लगभग ₹1000 करोड़ का क़र्ज़ है JP Healthcare के ऊपर। ऐसे समय में देश की जानी-मानी कंपनियाँ जैसे Fortis Healthcare, Medanta, Max Healthcare और Apollo Hospital ने JP Healthcare को ख़रीदने में अपनी दिलचस्पी भी दिखाई है।
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कंपनी की शेष हिस्सेदारी JP Infratech के पास
कंपनी की शेष हिस्सेदारी JP Infratech के पास ही है। Yes Bank ने JP Healthcare को दिवालिया घोषित करने की मांग की थी। NBCC ने कहा था कि JP Infratech की बोली को जीतने वाले और JP Healthcare के ख़रीदारों के बीच आपसी समझौता होना चाहिए जो की संभव भी है। 504 बेड, 18 ऑपरेशन थियेटरों और 35 विशेषज्ञताओं वाला JP Healthcare हॉस्पिटल अब दिवालियापन की प्रक्रिया से गुजरेगा जिस कारण Jayprakash Group और उसके प्रमोटरों को भारी परेशानियों और समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।