X पर पाकिस्तानी क्रिकेटर को लेकर क्यों मचा घमासान ?
गौरव भाटिया के खिलाफ लिखने वाले लगातार तीसरे दिन आज भी ट्वीटर पर ट्रेंड किए हुए हैं।दानिश कनेरिया को पाकिस्तान के विपरीत माहौल में भी हिंदू धर्म बचाए रखने के लिए उन्हें हीरो बनाया जा रहा है ।

X पर इन दिनों एक पाकिस्तानी क्रिकेटर के बयान पर घमासान मचा हुआ है। Danish Kaneria जिन्होंने पिछले दिनों कई लिबरल्स से ही नहीं बीजेपी नेता से भी पंगा ले लिया है। पर इन सबके बीच भारत में यह क्रिकेटर हिंदू हृदय सम्राट बनकर उभर गया है। भारत में उन्हें सिटीजनशिप देने की मांग उठने लगी है। दानिश कनेरिया पाकिस्तान क्रिकेट के इतिहास में दूसरे हिंदू क्रिकेटर हैं। उनसे पहले उनके मामा अनिल दलपत भी पाकिस्तान के लिए क्रिकेट खेल चुके हैं। कनेरिया का रिकॉर्ड शानदार रहा है। कुल 61 टेस्ट मैचों में 34.79 की औसत से 261 विकेट लिए। पर पाकिस्तानी क्रिकेट में उनकी स्थिति दोयम दर्जे वाली रही है। उन्हें इंग्लैंड के काउंटी क्रिकेट के दौरान मैच फिक्सिग का दोषी पाया गया। उसके बाद उन पर प्रतिबंध लग गया। उनके साथ जितने लोगों दोषी पाए गए सभी बरी हो गए। पर उन्हें मुसलमान न होने की सजा मिली। पिछले कुछ सालों से उनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई थी। उन्होंने एक बार बीसीसीआई से भी मदद की गुहार लगाई थी।
Also Read: सावधान: Cryptocurrency पर अब इस शहर में हुई करोड़ों की धोखाधड़ी
ताजा मामला भारतीय पत्रकार Arfa Khanum एक पोस्ट को लेकर था जिसमें आरफा ने लिखा कि कैसे पाकिस्तान के खिलाफ मैच के दौरान जय श्रीराम के नारे लगाए गए जो भारत की छवि को ठेस पहुंचाते हैं। उन्होंने लिखा कि 'विश्ववकप 2023 के मैच के दौरान कई क्रिकेट फैंस की ओर से किए जा रहे अशोभनीय व्यवहार को देखकर बतौर इंडियन उन्हें काफी शर्मिंदगी महसूस होती है' उन्होंने अपने ट्वीट में इन सबके पीछे BJP-RSS की राजनीति को जिम्मेदार ठहराया।अरफा खानम के लिखे इस ट्वीट पर दानिश कनेरिया ने लिखा कि 'अगर आपको भारतीय होने पर शर्म आ रही है तो मेरे देश पाकिस्तान आइए. भारत को आप जैसे लोगों की जरूरत नहीं है। यहां तक तो सब सामान्य था पर इस बीच भाजपा प्रवक्ता Gaurav Bhatia ने दानिश कनेरिया की क्लास लगाते हुए लिख दिया कि 'मिस्टर दानिश कनेरिया, यह अच्छा होगा यदि आप पहले अपना घर संभालें, अरफा ने हमारे देश की आलोचना की, यह गलत है, लेकिन हमारा रिश्ता उस धर्म से परिभाषित नहीं होता है जिसे हम मानते हैं, बल्कि इससे परिभाषित होता है, हम जिस देश से प्यार करते हैं, हमारा भारत...' गौरव भाटिया ने यह क्यों लिखा इसका मतलब न लिबरल समझ रहे हैं न राष्ट्रवादी। बाद में गौरव भाटिया दानिश कनेरिया को लताड़ते हुए लिखते हैं कि धोबी का कुत्ता न घर का न घाट का होता है। हालांकि थोडी ही देर में गौरव भाटिया की स्थित खुद ऐसी ही हो गई। लिबरल्स का उनको सपोर्ट मिला नहीं और राष्ट्रवादियों ने उनकी रेल लगा दी। किसी ने लिखा कि तुम्हारे जैसे लोग बीजेपी को बर्बाद कर देंगे तो किसी ने लिखा कि दानिश कनेरिया तुम लोगो से बड़ा हिन्दू है। किसी ने गौरव भाटिया को अनफॉलो किया तो किसी ने लिखा कि 'मेमन और दाऊद इब्राहिम भी भारतीय हैं'। गौरव भाटिया के खिलाफ लिखने वाले लगातार ट्वीटर पर ट्रेंड किए हुए हैं। दानिश कनेरिया को पाकिस्तान के विपरीत माहौल में भी हिंदू धर्म बचाए रखने के लिए उन्हें हीरो बनाया जा रहा है । इस बीच दानिश भी माहौल कौ भांपते हुए हिंदू हृदय सम्राट बनने की कोशिश कर रहे हैं। एक यूजर पूछता है कि आप भारत कब आ रहे हैं।