अब Sri Lanka में इस्तेमाल होगा भारतीय UPI, श्रीलंकाई राष्ट्रपति का बयान कहा मोदी के नेतृत्व में तरक्की कर रहा भारत, राष्ट्रपति Droupadi Murmu से भी करेंगे मुलाकात

राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कहा है कि पिछले एक साल में श्रीलंका ने कई आर्थिक, समाजिक और राजनीतिक चुनौतियों का सामना किया। मैंने इनसे निपटने के लिए कई मोर्चों पर अलग-अलग रिफॉर्म्स इंट्रोड्यूस किए है। आज मैंने PM मोदी को इन सब बातों से अवगत कराया। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत लगातार विकास कर रहा है। आर्थिक बुनियादी ढांचे और तकनीक के क्षेत्र में भारत ने नई बुलंदियों को छुआ है। मैं इसके लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। हमारा मानना ​​है कि भारत की वृद्धि पड़ोस और हिंद महासागर क्षेत्र के लिए फायदेमंद होगी। श्रीलंका के कठिन समय में पीएम मोदी, भारत सरकार और यहां के लोगों ने हमारा साथ दिया। मैं इसकी सराहना करता हूं।

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Sri Lanka  के राष्ट्रपति Ranil Wickremesinghe और भारतीय प्रधानमंत्री Narendra Modi की मुलाकात
Sri Lanka के राष्ट्रपति Ranil Wickremesinghe और भारतीय प्रधानमंत्री Narendra Modi की मुलाकात

By BT बाज़ार डेस्क:

Sri Lanka के राष्ट्रपति Ranil Wickremesinghe 2 दिन के दौरे पर भारत आए हैं। शुक्रवार को उन्होंने प्रधानमंत्री Narendra Modi से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई। इस दौरान श्रीलंका में UPI के इस्तेमाल को लेकर समझौता हुआ। विक्रमसिंघे ने कहा प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत लगातार तरक्की कर रहा है। वहीं दोनों देशों के रिश्तों पर बात करते हुए पीएम मोदी बोले, हमारे संबंध प्राचीन और व्यापक हैं। श्रीलंका और भारत के बीच हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाई जाएगी। पैसेंजर फेरी सर्विस शुरु होंगी। इलेक्ट्रिसिटी ग्रिड पर काम होगा। पीएम मोदी ने कहा, पिछला 1 साल श्रीलंका के लिए चुनौतियों से भरा रहा। हम कठिन समय में वहां के लोगों के साथ खड़े रहेंगे। हमें उम्मीद है कि श्रीलंका की सरकार तमिलों की आकांक्षाओं को पूरा करके समानता, न्याय और शांति के प्रोसेस को आगे बढ़ाएगी। भारत की 'नेबरहुड फर्स्ट' नीति और 'SAGAR' विजन दोनों में श्रीलंका का महत्वपूर्ण स्थान है। राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कहा है कि पिछले एक साल में श्रीलंका ने कई आर्थिक, समाजिक और राजनीतिक चुनौतियों का सामना किया। मैंने इनसे निपटने के लिए कई मोर्चों पर अलग-अलग रिफॉर्म्स इंट्रोड्यूस किए है। आज मैंने PM मोदी को इन सब बातों से अवगत कराया। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत लगातार विकास कर रहा है। आर्थिक बुनियादी ढांचे और तकनीक के क्षेत्र में भारत ने नई बुलंदियों को छुआ है। मैं इसके लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। हमारा मानना ​​है कि भारत की वृद्धि पड़ोस और हिंद महासागर क्षेत्र के लिए फायदेमंद होगी। श्रीलंका के कठिन समय में पीएम मोदी, भारत सरकार और यहां के लोगों ने हमारा साथ दिया। मैं इसकी सराहना करता हूं।

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पीएम मोदी और मेरा मानना है कि भारत के दक्षिणी हिस्से से श्रीलंका तक मल्टी-प्रोजेक्ट पेट्रोलियम पाइपलाइन बनने से श्रीलंका में एनर्जी रिसोर्स की सप्लाई बेहतर होगी। इससे पहले श्रीलंका के राष्ट्रपति ने एनएसए Ajit Doval और बिजनेसमैन Gautam Adani से मुलाकात की थी। इस दौरान दोनों के बीच Colombo Port को लेकर चर्चा हुई। गुरुवार शाम को भारत पहुंचे विक्रमसिंघे का क्रेंद्रीय राज्य मंत्री V. Muraleedharan ने स्वागत किया था। इसके बाद उन्होंने विदेश मंत्री S. Jaishankar से मुलाकात की थी। विक्रमसिंघे आज भारत की राष्ट्रपति Droupadi Murmu से भी मुलाकात करेंगे।

Sri Lanka के राष्ट्रपति Ranil Wickremesinghe 2 दिन के दौरे पर भारत आए हैं

पिछले साल श्रीलंका में सिविल वॉर जैसे हालात बन गए थे और जनता ने Gotabaya Rajapaksa की सरकार को विद्रोह कर उखाड़ फेंका था। इसके बाद रानिल विक्रमसिंघे ने देश की कमान संभाली थी। दरअसल, रानिल सिर्फ गोटबाया राजपक्षे का बचा हुआ टेन्योर पूरा करने तक ही राष्ट्रपति रहेंगे। यह कार्यकाल सितंबर 2024 तक है। श्रीलंका में भारत की मदद से करोड़ों रुपए के वेलफेयर प्रोजेक्ट चलाए जा रहे हैं। श्रीलंकाई राष्ट्रपति और मोदी मिलकर इनकी समीक्षा करेंगे। कुछ प्रोजेक्ट ऐसे हैं, जो पूरे हो चुके हैं। पॉवर और एनर्जी, एग्रीकल्चर और नेवल डिफेस से जुड़े मामले सबसे ज्यादा अहम हैं। भारत दौरे से पहले राष्ट्रपति रानिल विक्रमसंघे ने कहा था कि श्रीलंका भारतीय रुपए का भी उतना ही इस्तेमाल होते देखना चाहता है जितना अमेरिकी डॉलर का होता है। उन्होंने कहा था अगर रुपए का इस्तेमाल कॉमन करेंसी के रूप में होगा तो इससे हमें कोई ऐतराज नहीं है। हमें ये देखना पड़ेगा कि इसके बाद हमें क्या जरूरी बदलाव करने होंगे। विक्रमसिंघे ने कहा था- जैसे जापान, कोरिया और चीन सहित पूर्वी एशिया के देशों में 75 साल पहले बड़े पैमाने पर विकास हुआ, वैसे ही अब भारत और हिन्द महासागर के क्षेत्र की बारी है। दुनिया विकसित हो रही है और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत में भी तेजी से विकास हो रहा है।

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