भारत का पहला विदेशी जन औषधि केंद्र मॉरीशस में खुला
विदेश मंत्री S. Jaishankar ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री Praveen Kumar Jugnath के साथ मिलकर ग्रांड बोइस में एक नया मेडिकल क्लिनिक प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया है।

By प्रतिष्ठा अग्निहोत्री (Pratishtha Agnihotri) :
भारत और मॉरीशस के बीच स्वास्थ्य क्षेत्र में गहरा सहयोग देखने को मिल रहा है। विदेश मंत्री S Jaishankar ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री Praveen Kumar Jugnath के साथ मिलकर ग्रांड बोइस में एक नया मेडिकल क्लिनिक प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया है।
मेडिकल क्लिनिक प्रोजेक्ट की महत्ता
इस नए मेडिकल क्लिनिक प्रोजेक्ट के माध्यम से 16,000 लोगों को द्वितीय स्तर की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी। यह प्रोजेक्ट मॉरीशस के लोगों के स्वास्थ्य को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
जयशंकर ने कहा, "हमारा देश किसी भी देश के लिए स्वास्थ्य का प्रतीक है। हम स्वास्थ्य को अपना अधिकार मानते हैं और हमारा कर्तव्य है कि हम इसको पूरा करें।"
भारत-मॉरीशस स्वास्थ्य सहयोग
इस प्रोजेक्ट के साथ ही भारत ने मॉरीशस में कई अन्य प्रोजेक्ट्स को भी स्थापित किया है, जो दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों को दर्शाते हैं।
जयशंकर ने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हमने लोगों के केंद्रित नीतियों को मजबूत किया है। कभी-कभी छोटे कदम लेने से भी समुदाय के लिए बहुत बड़ा अंतर पड़ सकता है। इस समुदाय के लिए इसका मतलब है कि उनकी पूरी स्वास्थ्य जरूरतें बदल जाएंगी।"
इस मेडिकल क्लिनिक प्रोजेक्ट के उद्घाटन के साथ ही भारत और मॉरीशस के बीच स्वास्थ्य सहयोग को और मजबूत किया गया है। जयशंकर ने मॉरीशस के विदेश मंत्री मानेश गोबिन को किए गए उनके स्वागत के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि वह उत्पादक संवादों के लिए तैयार हैं।
इस मेडिकल क्लिनिक प्रोजेक्ट का उद्घाटन भारत और मॉरीशस के बीच मैत्री को और मजबूत करने में मदद करेगा और मॉरीशस के लोगों के स्वास्थ्य को सुधारने में योगदान देगा। यह प्रधानमंत्री मोदी की लोकहित नीतियों को आगे बढ़ाता है और दोनों देशों के बीच स्वास्थ्य सहयोग को और गहरा करता है।