Pakistan से 24 साल पहले भारत आया शख्स निकला जासूस

जांच में पता चला की आरोपी लाभसंकर महेश्वरी ने ये भारतीय नंबर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को उपलब्ध कराया कराया था। आरोपी के मोबाइल की फोरेंसिक जांच से पता चला की इस वॉट्स एप नंबर का इस्तेमाल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लोग कर रहे थे और सुरक्षा में तैनात जवानों के मोबाइल से खुफिया जानकारियां हासिल करने के लिए उनके मोबाइल को हैक कर रहे थे।

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गुजरात एटीएस ने तारापुर से एक पाकिस्तानी जासूसी एजेंट को गिरफ्तार किया है
गुजरात एटीएस ने तारापुर से एक पाकिस्तानी जासूसी एजेंट को गिरफ्तार किया है

By BT बाज़ार डेस्क:

Gujarat ATS ने Tarapur से एक पाकिस्तानी जासूसी एजेंट को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार के बाद राज उगलवाने के लिए उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस के मुताबिक आरोपी Labhsankar Maheshwari मूल रूप से पाकिस्तानी हिंदू हैष जो फर्टिलिटी इलाज के लिए अपनी पत्नी के साथ 1999 में भारत आया था। शुरुआत में वह तारापुर में अपने ससुराल में रहा। उसने वहां कई दुकानें खोलीं और उसका अच्छा खासा कारोबार हो गया। भारत में लाभसंकर 2006 में नागरिकता मिल गई। इसके बाद वह 2022 की शुरुआत में अपने माता-पिता से मिलने पाकिस्तान गया। कथित तौर पर वहां वीजा प्रक्रिया और अपने माता-पिता के घर पर डेढ़ महीने रहने के दौरान उसका ब्रेनवाश किया गया। तभी से वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से संपर्क में है। पुलिस ने यह भी बताया कि व्हाट्सएप अकाउंट बनाने के बाद आरोपी ने सिम कार्ड पाकिस्तान भेजा था और इसके बदले उसे पैसा मिला था। एमआई, गुजरात एटीएस और एयर एयरफोर्स इंटेलीजेंस इसे अपनी बड़ी कामयाबी मान रही है।

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पुलिस के मुताबिक एक व्हाट्सएप नंबर के जरिए सुरक्षा बलों के जवानों के एंड्रॉइड मोबाइल हैंडसेट में 15 अगस्त के पहले हर घर तिरंगा अभियान के नाम पर 'apk' एंड्रॉइड एप्लिकेशन डाउनलोड करने का मैसेज आया था। इसके अलावा उन नंबरों पर आर्मी स्कूलों के अफसर बनकर ये भी मैसेज किया गया कि अभी लोग अपने बच्चे के साथ राष्ट्रीय ध्वज की तस्वीर अपलोड करें। जांच में पता चला की आरोपी लाभसंकर महेश्वरी ने ये भारतीय नंबर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को उपलब्ध कराया कराया था। आरोपी के मोबाइल की फोरेंसिक जांच से पता चला की इस वॉट्स एप नंबर का इस्तेमाल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के लोग कर रहे थे और सुरक्षा में तैनात जवानों के मोबाइल से खुफिया जानकारियां हासिल करने के लिए उनके मोबाइल को हैक कर रहे थे।

आरोपी Labhsankar Maheshwari

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