क्या है JioTag Air? कैसे कनेक्ट कर सकते हैं अपने फोन के साथ?
ये डिवाइस एक तरफ़ iPhone के Find My से जुड़ सकेगा तो वहीं दूसरी ओर ये Android के JioThings से भी कनेक्ट किया जा सकता है। बता दें कि JioTag Air एक ट्रैकिंग डिवाइस है जिसे पिछले साल लॉंच हुए JioTag का उत्तराधिकारी भी कहा जा सकता है।

By प्रतिष्ठा अग्निहोत्री (Pratishtha Agnihotri) :
रिलायंस ने एक छोटू सा डिवाइस जियो टैग एयर लॉन्च किया है। ख़ास बात ये है कि ये डिवाइस ना सिर्फ़ आईफ़ोन के साथ बल्कि एंड्राइड के साथ भी काम कर सकता है।
ये डिवाइस एक तरफ़ iPhone के Find My से जुड़ सकेगा तो वहीं दूसरी ओर ये Android के JioThings से भी कनेक्ट किया जा सकता है। बता दें कि JioTag Air एक ट्रैकिंग डिवाइस है जिसे पिछले साल लॉंच हुए JioTag का उत्तराधिकारी भी कहा जा सकता है।
Also Read: BSNL के सस्ते प्लान Jio और Airtel को देंगे टक्कर?
वैसे तो मार्केट में काफ़ी कंपनियाँ एयर टैग बनाती हैं मगर ऐपल एयर टी टैग जैसा कोई एयर टैग मुक़ाबले के लिए काबिल नहीं है। JioTag Air जो की ट्रैकिंग डिवाइस है ऐपल एयर टैग के तरह ही ब्लुटूथ से कनेक्ट की जाती है। इस टैग से कुत्ते से ले कर हर छोटी चीज़ को ट्रैक कर सकते हैं। बढ़िया बात तो ये है कि जिस तरह से ब्लुटूथ का अपना एक सीमित दायरा होता है वैसा JioTag Air में नहीं होता है।
बात करें अगर पुराने वाले JioTag की तो वो सिर्फ ब्लुटूथ से कनेक्ट होता था मगर नया वाला JioTag Air तो Apple के Find My नेटवर्क और एंड्रॉयड के JioThings के साथ भी जुड़ के काम करेगा। ये ठीक वैसा ही है जैसा Apple Air Tag अपने नज़दीकी आईफोन से कनेक्ट होकर लोकेशन को शेयर करता रहता है।
JioTag Air को भारत में ₹1,499 में लॉंच किया जा रहा है जबकि इसके कवर बॉक्स पर ₹2,999 की क़ीमत छपी हुई है। इस जासूसी डिवाइस को तीन कलर ऑप्शन में लॉंच किया जा रहा है - ब्लू, रेड और ग्रे।
JioTag Air में दिया गया है एक बिल्ट-इन स्पीकर है जिससे खोई हुई चीजों को ढूँढने में इसका 90-120 db का तेज साउंड मदद करेगा। इस छोटू से डिवाइस में वायरलेस ट्रैकिंग करने के लिए लेटेस्ट ब्लुटूथ वर्जन 5.3 भी मिलने वाला है। कंपनी दो साल तक की बैटरी लाइफ देने का दावा करती है। इस टैग के डिब्बे में एक एक्स्ट्रा बैटरी और टैग को लटकाने के लिए एक धागा भी मिलता है। इसका साइज 3.8 x 3.8 x 0.7 cm और वजन मात्र 10 ग्राम है।
यदि आप इस भ्रम में हैं कि कोई भी इस डिवाइस से ट्रैकिंग कर सकता है तो बता दें कि ऐसा नहीं होने वाला है क्योंकि ये ध्यान में रख कर ही बनाया गया है। इससे बचा जा सकता है क्योंकि अगर नज़दीक में कोई भी टैग हुआ तो उसका सीधा नोटिफिकेशन मोबाइल पर ही आ जाएगा और फिर ट्रैकिंग से बच सकते हैं।