भारत में दिसंबर 2024 में शुरू होगा सेमीकंडक्टर चिप का प्रोडक्शन, IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी जानकारी, गुजरात में सेमीकंडक्टर प्लांट लगाएगी माइक्रोन
केंद्रीय रेलवे, इलेक्ट्रॉनिक्स, IT और टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि माइक्रोन टेक्नोलॉजी के गुजरात प्लांट से पहली मेड-इन-इंडिया सेमीकंडक्टर चिप का प्रोडक्शन 18 महीने में यानी दिसंबर 2024 में किया जाएगा। US बेस्ड माइक्रोन टेक्नोलॉजी ने हाल ही में गुजरात में अपना पहला सेमीकंडक्टर प्लांट स्थापित करने की अनाउंसमेंट की है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि गुजरात में माइक्रोन टेक्नोलॉजी का प्लांट एक अत्याधुनिक प्लांट होगा और यह भारत में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम के विस्तार में अपना योगदान देगा। उन्होंने कहा कि माइक्रोन दुनिया भर में मोबाइल, लैपटॉप, सर्वर्स, डिफेंस इक्विपमेंट, कैमरा, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, ट्रेन, कार और टेलीकॉम इक्विपमेंट्स में यूज किए जाने वाले सेमीकंडक्टर की मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 5वीं सबसे बड़ी कंपनी है।

केंद्रीय रेलवे, इलेक्ट्रॉनिक्स, IT और टेलीकॉम मंत्री Ashwini Vaishnav ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि Micron Technology के गुजरात प्लांट से पहली मेड-इन-इंडिया सेमीकंडक्टर चिप का प्रोडक्शन 18 महीने में यानी दिसंबर 2024 में किया जाएगा। US बेस्ड माइक्रोन टेक्नोलॉजी ने हाल ही में गुजरात में अपना पहला सेमीकंडक्टर प्लांट स्थापित करने की अनाउंसमेंट की है। अश्विनी वैष्णव ने कहा कि गुजरात में माइक्रोन टेक्नोलॉजी का प्लांट एक अत्याधुनिक प्लांट होगा और यह भारत में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम के विस्तार में अपना योगदान देगा। उन्होंने कहा कि माइक्रोन दुनिया भर में मोबाइल, लैपटॉप, सर्वर्स, डिफेंस इक्विपमेंट, कैमरा, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, ट्रेन, कार और टेलीकॉम इक्विपमेंट्स में यूज किए जाने वाले सेमीकंडक्टर की मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 5वीं सबसे बड़ी कंपनी है। वैष्णव ने आगे कहा कि देश ने पिछले चार दशकों में सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी डेवलप करने का प्रयास किया है। उनका यह स्टेटमेंट IT राज्य मंत्री Rajeev Chandrashekhar के बयान के लगभग 2 दिन बाद आया है। राजीव चन्द्रशेखर ने कहा था कि भारत में प्लांट स्थापित करने के लिए माइक्रोन का लेटेस्ट इन्वेस्टमेंट प्रपोजल भारत में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को बढ़ावा देगा।
Also Read: PM मोदी के अमेरिक दौरे के दौरान CEO के साथ बैठको का दिखने लगा असर, कई कंपनियों ने किया एलान
बीते दिनों इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर चन्द्रशेखर ने कहा था कि माइक्रोन के इन्वेस्टमेंट से 5,000 डायरेक्ट जॉब्स और 500 नई हाई-एंड इंजीनियरिंग जॉब्स भी पैदा होंगी। उन्होंने कहा था, पिछले 18 महीनों में भारत ने सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में काफी प्रोग्रेस की है। अमेरिकी कंपनियों की अनाउंसमेंट से भारत में स्टार्टअप को बढ़ावा देने में भी मदद मिलेगी। अमेरिकी चिप मेकर कंपनी माइक्रोन ने 22 जून को भारत में अपना पहला सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने की ऑफिशियल अनाउंसमेंट की थी। इस प्लांट के लिए कंपनी दो फेज में करीब 6,700 करोड़ रुपए (825 मिलियन डॉलर) का इन्वेस्टमेंट करेगी। कंपनी ने कहा था कि वह भारत में अपना पहला प्लांट गुजरात में लगाएगी। यह सेमीकंडक्टर प्लांट 5,00,000 स्क्वायर फीट की स्पेस के साथ 2024 के आखिरी में ऑपरेशनल होगा। माइक्रोन गुजरात में नई सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट प्लांट लगाएगी। केंद्र सरकार और गुजरात राज्य सरकार की सहायता से प्लांट में टोटल 2.75 बिलियन डॉलर (लगभग 22,540 करोड़ रुपए) का निवेश होगा। PM Modi ने भारत में सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए माइक्रोन टेक्नोलॉजी को इनवाइट किया था और कहा था कि देश सेमीकंडक्टर सप्लाई चैन के विभिन्न हिस्सों में प्रतिस्पर्धी लाभ प्रदान कर सकता है।
माइक्रोन के प्लांट को सरकार की मॉडिफाइड असेंबली, टेस्टिंग, मार्किंग और पैकेजिंग (ATMP) स्कीम के तहत मंजूरी दी गई है। स्कीम के तहत, माइक्रोन को केंद्र सरकार से टोटल प्रोजेक्ट कॉस्ट के लिए 50% वित्तीय सहायता और गुजरात राज्य से टोटल प्रोजेक्ट कॉस्ट का 20% प्रोत्साहन वित्तीय सहायता मिलेगी। माइक्रोन ने कहा था कि गुजरात में फैसिलिटी का कंस्ट्रक्शन 2023 में शुरू होने की उम्मीद है। प्रोजेक्ट का पहला फेज 2024 के आखिरी में शुरू होने की संभावना है। वहीं दूसरा फेज दशक के दूसरे भाग में शुरू होने की उम्मीद है। कंपनी ने कहा कि इससे अगले कई सालों में 5,000 नई डायरेक्ट नौकरियां और 15,000 कम्युनिटी नौकरियां मिलेंगी। कंपनी ने कहा था कि माइक्रोन का नया प्लांट DRAM और NAND दोनों प्रोडक्ट्स के लिए असेंबली और टेस्ट मैन्युफैक्चरिंग की सुविधा होगी, यह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों से मांग को भी पूरा करेगी। अमेरिका के दौरे पर PM मोदी ने प्रोसेस टेक्नोलॉजी और ए़डवांस पैकेजिंग क्षमताओं के विकास के लिए भारत में एप्लाइड मैटेरियल्स को भी इनवाइट किया। मोदी ने एप्लाइड मैटेरियल्स के प्रेजीडेंट और CEO Gary E Dickerson के साथ अपनी मीटिंग के दौरान स्किल्ड वर्कफोर्स बनाने के लिए भारत में शैक्षणिक संस्थानों के साथ कंपनी के सहयोग की क्षमता पर भी चर्चा की थी। भारत सरकार ने देश में सेमीकंडक्टर को प्रोत्साहन देने लिए PLI स्कीम की भी घोषणा की है। ग्लोबल कंपनियां सेमीकंडक्टर के लिए भारत को एक इंवेस्टमेंट डेस्टिनेशन के रूप में देख रही हैं। साल 2021 में भारतीय सेमीकंडक्टर मार्केट की वैल्यू 27.2 बिलियन डॉलर थी और सालाना 19% की बढ़ोतरी के साथ इसके 2026 तक 64 बिलियन डॉलर होने की उम्मीद है।
Also Read: Apple भारत में लॉन्च करेगा अपना पहला क्रेडिट कार्ड, HDFC बैंक के साथ पार्टनरशिप का प्लान