Tata Motors: कंपनी ने अब उठाया ये कदम, क्या शेयर पर होगा असर?
फैसला का असर स्टॉक पर भी देखने को मिल रहा है। टाटा ग्रुप लगातार तेजी कई कंपनियों का एक्विजिशन कर रही है। अब देखना होगा कि इसका कंपनी की हेल्थ और वेल्थ पर क्या असर होता है।

नमक से लेकर सॉफ्टवेयर तक Tata Group अपने बेहतरीन बिजनेस स्टाइल के लिए जाना जाता है। टाटा ग्रुप हरदन कुछ नया करता रहता है। इस बार ग्रुप की कंपनी Tata Motors अब एक बड़ा कदम उठाने जा रही है। टाटा मोटर्स अब Freight Tiger में हिस्सेदारी खरीदने जा रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि फ्रेट टाइगर कंपनी का बिजनेस मॉडल है? टाटा मोटर्स इस कंपनी में इतनी दिलचस्पी क्यों दिख रही है? आइये जानते हैं। Tata Motors ने रेग्युलेटर को बताया कि वो Freight Tiger में हिस्सा खरीदने जा रही है। टाटा मोटर्स इस कंपनी में 27% हिस्सा खरीदने जा रही है। ये डील करीब 150 करोड़ रुपए में होने जा रही है। इस अधिग्रहण के लिए एक सिक्योरिटी सब्सक्रिप्शन एग्रीमेंट और एक शेयर होल्डर्स एग्रीमेंट पर साइन किए गए हैं। फाइलिंग में बताया गया है कि टाटा मोटर्स दो सालों में तत्कालीन मार्केट वैल्यू पर 100 करोड़ रुपये का निवेश कर सकेगी। अब ऐसे में सवाल उठता है कि फ्रेट टाइगर का बिजनेस मॉडल क्या है। तो आपको बताएं कि फ्रेट टाइगर एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो देश में कार्गो मूवमेंट के लिए एंड टू एंड लॉजिस्टिक्स वैल्यू चेन सॉल्यूशन देता है। फ्रेट टाइगर एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो शिपर्स, कैरियर्स, लॉजिस्टिक सर्विस प्रोवाइडर और फ्लीट ओनर्स को एक ही डिजिटल मार्केटप्लेस से कनेक्ट करता है।
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फ्रेट टाइगर एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो सालाना आधार पर 1 करोड़ से ज्यादा ट्रिप की सुविधा देता है। पिछले 7 सालों से ये कार्गो मूवमेंट की कमियों को इंटीग्रेट और दूर कर रहा है। अब जानते हैं इससे टाटा मोटर्स को क्या फायदा होगा? दरअसल ऑटो की कंपनियां लगातार लॉजिस्टिक पर काम कर रही है। इससे टाटा मोटर्स को इनोवेटिव सॉल्यूशन और रोड लॉजिस्टिक एफिशिएंसी में सुधार के लिए मदद मिलेगा। साथ ही गहरी भूमिका ये भी रहेगी कि फ्लीट ओनर्स के लिए वैल्यू क्रिएट कर सकेंगे। इस फैसला का असर स्टॉक पर भी देखने को मिल रहा है। टाटा ग्रुप लगातार तेजी कई कंपनियों का एक्विजिशन कर रही है। अब देखना होगा कि इसका कंपनी की हेल्थ और वेल्थ पर क्या असर होता है।