Pran Prathistha: PM Modi ने रामलला से क्यों मांगी माफी? प्राण-प्रतिष्ठा के बाद कहा- प्रभु क्षमा करें !

पीएम मोदी ने कहा कि इस शुभ घड़ी की आप सभी और समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई। मैं अभी गर्भगृह में ऐश्वर्य चेतना का साक्षी बनकर आप सबके सामने उपस्थित हुआ हूं। कितना कुछ कहने को है लेकिन कंठ अवरुद्ध है। PM मोदी ने कहा कि उस कालखंड में तो वियोग सिर्फ 14 वर्षों का था।

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पीएम मोदी ने कहा कि इस शुभ घड़ी की आप सभी और समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई
पीएम मोदी ने कहा कि इस शुभ घड़ी की आप सभी और समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई

By अभिषेक सिन्हा:

आखिर वह दिन आ गया जिसके लिए राम के करोड़ों भक्त पलकें बिछाए हुए थे। अयोध्या में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा हो चुकी है। प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने संबोधन किया, वे कुछ भावुक भी नजर आए। पीएम ने रामलला के नवीन विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद अपने संबोधन की शुरुआत ‘सियावर रामचंद्र की जय’ से की। उन्होंने इस दौरान रामलला से माफी भी मांगी है। पीएम ने कहा कि हमारी कई पीढ़ियों ने वियोग सहा है। मैं आज प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं। हमारे पुरुषार्थ, त्याग, तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम इतनी सदियों तक यह कार्य कर नहीं पाए। आज वह कमी पूरी हुई है। मुझे विश्वास है कि प्रभु श्री राम आज हमें अवश्य क्षमा करेंगे। असल में पीएम मोदी ने प्रभु से इसलिए ,माफी मांगी क्योंकि मंदिर बनने में इतना समय लग गया। पीएम ने कहा कि राम लला टेंट में नहीं, अब भव्य मंदिर में रहेंगे। आज हमें सदियों के उस धैर्य की धरोहर मिली है, आज हमें राम का मंदिर मिला है मेरा पक्का विश्वास है कि जो घटित हुआ है उसकी अनुभूति देश और दुनिया के कोने-कोने में रामभक्तों को हो रही होगी। यह क्षण अलौकिक है। इस शुभ घड़ी की आप सभी और समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई। मैं अभी गर्भगृह में ऐश्वर्य चेतना का साक्षी बनकर आप सबके सामने उपस्थित हुआ हूं। कितना कुछ कहने को है लेकिन कंठ अवरुद्ध है। 

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कितना कुछ कहने को है लेकिन

पीएम मोदी ने कहा कि इस शुभ घड़ी की आप सभी और समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई। मैं अभी गर्भगृह में ऐश्वर्य चेतना का साक्षी बनकर आप सबके सामने उपस्थित हुआ हूं। कितना कुछ कहने को है लेकिन कंठ अवरुद्ध है। PM मोदी ने कहा कि उस कालखंड में तो वियोग सिर्फ 14 वर्षों का था। इस युग में तो अयोध्या और देशवासियों ने सैकड़ो वर्षों का वियोग सहा है। पीएम से पहले मंच से बोलते हुए जन्मभूमि शायद दुनिया में पहला ऐसा अनूठा मामला है, जिसमें किसी राष्ट्र के बहुसंख्यक समाज ने अपने ही देश में, अपने आराध्य की जन्मस्थली पर मंदिर निर्माण के लिए इतने साल और इतने स्तरों पर लड़ाई लड़ी हो।  

निश्चिंत रहिए, अब कोई.. 

अपने संबोधन में सीएम योगी ने यह भी कहा कि निश्चिंत रहिए, अब कोई अयोध्या की परिक्रमा में कोई बाधा नहीं बन पाएगा। अयोध्या की गलियों में गोलियों की गड़गड़ाहट नहीं होगी। कर्फ्यू नहीं लगेगा। अब दीपोत्सव होगा। रामोत्सव होगा क्योंकि अयोध्या में रामलला का विराजना राम राज्य की स्थापना की उद्घोषणा भी है। उन्होंने कहा कि आज इस बात से आत्मा प्रफुल्लित है कि मंदिर वहीं बना है जहां बनाने का संकल्प लिया था।

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