Tesla और सरकार के बीच हुई बात, क्या अब भारत में बनेगी Tesla?
क्या एलन मस्क मान गए हैं? मोदी सरकार की शर्तों के आगे झुक गए हैं मस्क? भारत सरकार और टेस्ला के मालिक एलन मस्क के बीच बात बन गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एलन मस्क की इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला की जल्द भारत में एंट्री हो सकती है। टेस्ला के अधिकारियों ने भारत सरकार के अधिकारियों के साथ मीटिंग की। इस मीटिंग में कंपनी ने भारत में इलेक्ट्रिक कार बनाने के लिए एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने की इच्छा जताई है। साथ ही टेस्ला की ओर से सरकार से ये भी पूछा गया है कि कैसे कंपनी घरेलू इंसेंटिव का हिस्सा बन सकती है।

क्या Elon Musk मान गए हैं? मोदी सरकार की शर्तों के आगे झुक गए हैं मस्क? भारत सरकार और टेस्ला के मालिक एलन मस्क के बीच बात बन गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एलन मस्क की इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला की जल्द भारत में एंट्री हो सकती है। रॉयटर्स के मुताबिक टेस्ला के अधिकारियों ने भारत सरकार के अधिकारियों के साथ मीटिंग की। इस मीटिंग में कंपनी ने भारत में इलेक्ट्रिक कार बनाने के लिए एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने की इच्छा जताई है। साथ ही टेस्ला की ओर से सरकार से ये भी पूछा गया है कि कैसे कंपनी घरेलू इंसेंटिव का हिस्सा बन सकती है।
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आपको बता दें कि भारत सरकार के साथ टेस्ला की फिर से मीटिंग ऐसे वक्त में हो रही है जब प्रधानमंत्री मोदी खुद जून में अमेरिका यात्रा पर जाने वाले हैं। वहीं दूसरी और एलन मस्क मोदी सरकार को लुभाने की हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों में एलन मस्क ऐसे तीन संकेत दिए जिससे पता चलता है कि वो भारत पर बुलिश हैं।
नंबर 1 - एलन मस्क ने ट्वीट किया था कि उन्हें भारतीय खाना पसंद है, खासकर नान के साथ बटर चिकन। उन्होंने इसकी पिक्चर भी सोशल मीडिया पर पोस्ट की।
नंबर 2 - पिछले महीने ऐसी खबरें और रिपोर्ट्स आई जिसमें दावा किया गया था कि मस्क ने ट्विटर पर पीएम मोदी को फॉलो किया।
नंबर 3 - भारत के सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बनने पर एलन मस्क का बयान आया था, जहां उन्होंने कहा कि डेमोग्राफिक्स इज डेस्टिनी।
लंबे वक्त से एलन मस्क भारत में एंट्री के लिए बेचेन हैं। पिछले साल भी टेस्ला ने सरकार से पूरी तरह से असेंबल गाड़ियों पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को 100% से घटाकर 40% करने की मांग की थी। टेस्ला चाहती थी कि उसकी गाड़ियों को लग्जरी नहीं बल्कि इलेक्ट्रिक व्हीकल माना जाए, लेकिन मोदी सरकार ने उस वक्त भी साफ कर दिया था कि दूसरे देशों से इंपोर्ट किए जाने वाले किसी भी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर इंपोर्ट ड्यूटी माफ या कम करने का कोई सवाल पैदा नहीं होता है, सरकार का कहना था कि अगर टेस्ला पहले भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का वादा करती है तो फिर इंपोर्ट पर रियायत देने पर विचार किया जा सकता है। वहीं दूसरी ओर एलन मस्क चाहते थे कि पहले भारत में कारों की बिक्री की जाए, इसके बाद मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का विचार किया जाएगा। लेकिन बात अधर में लटक गई।
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एलन मस्क भारत में जल्द अपनी टेस्ला को दौड़ाना चाहते हैं। इसके पीछे कई वजहें हैं। पहली तो ये कि भारत दुनिया में तीसरे सबसे बड़े ऑटो बाजार के रूप में इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनियों के लिए एक आइडियल टारगेट है। भारत में पिछले कुछ वक्त से इलेक्ट्रिक कारों की मांग तेजी से बढ़ी है। वहीं दूसरी ओर अमेरिका-चीन के बीच तनाव बढ़ने के चलते कंपनियां मैन्युफैक्चरिंग यूनिट चीन से भारत की ओर शिफ्ट कर रही है। हाल ही में एप्पल समेत दूसरी अमेरिकी टेक कंपनियों ने चीन के बाहर अपनी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी का एक्सपेंशन किया है। अब ऐसे में देखना होगा कि अगर इस पर सरकारी मुहर लग जाती है तो टेस्ला की भारत में एंट्री का रास्ता साफ हो जाएगा।