Byju's के फाउंडर ने 50 सीनियर-लीडर्स के साथ की मीटिंग,क्या हुआ फैसला !
चौथी चुनौती आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (AESL) से जुड़ी थी, जिसके तहत डेविडसन केम्पनर लोन को लेकर मुकेदमाबाजी हुई थी। अब इस मामले को रंजन पई के लोन लेने के साथ हल कर दिया गया है। वहीं पांचवी चुनौती फंडिंग जुटाने को लेकर है।

Byju's इन दिनों कई समस्याओं का सामना कर रही है। इस बीच कंपनी के फाउंडर Byju Raveendran ने कंपनी के 50 सीनियर लीडर्स के साथ एक मीटिंग में कहा कि यह कई मोर्चों पर एक साथ लड़ाई लड़ने जैसा है, लेकिन इस लड़ाई के अंत में वे ही जीतेंगे। यह मीटिंग ऐसे समय में हुई, जब कंपनी आर्थिक संकट का सामना कर रही है और अपने कारोबार को जारी रखने के लिए फंड जुटाने की कोशिश कर रही है। यह वही बायजूस है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बायजू रवींद्रन ने मीटिंग में कहा, 'एक सच्चा एंटरप्रेन्योर, वॉर लीडर की तरह होता है। बायजूस जिस दौर से गुजर रहा है उसे कई मोर्चों पर एक साथ जारी युद्ध के रूप में देखा जा सकता है।' उन्होंने टीम को ज्यादा फेसटाइम नहीं दे पाने के लिए माफी भी मांगी। रवींद्रन ने कहा, 'मुझे इस बात का अफसोस है कि मैं पर्याप्त पूंजी नहीं मुहैया कराकर एक अद्भुत टीम को निराश कर रहा हूं।' हालांकि, उन्होंने आखिरी में भरोसा दिलाया कि बायजूस अगले कुछ महीनों में उन ऊंचाइयों पर वापस जाने के लिए उड़ान भरेगा, जहां उसका हक है। इसके अलावा उन्होंने मीटिंग में उन मुद्दों को लेकर भी अपडेट दिया, जिसमें बायजूस अभी उलझा हुआ है। इसमें टर्म लोन बी से लेकर ED का नोटिस, एसेट्स की बिक्री शामिल है। बायजूस को हाल के सालों में अपने प्रोडक्ट्स को एग्रेसिव तरीके से बच्चों के मातापिता को बेचने के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।
Also Read: आज से RBI की मीटिंग,क्या-क्या हो सकता है फैसला,पढ़िए पूरी खबर
इसके CEO अर्जुन मोहन ने अब बिक्री के आंकड़ों को अधिकतम करने की जगह सही लोगों को सही प्रोडक्ट बेचने की आवश्यकता पर जोर दिया, इसे उन्होंने बायजूस 3.0 की रणनीति बताया। अर्जुन मोहन ने कहा, 'बायजूस 1.0 ऑफलाइन था, जबकि 2.0 में टेक बेस्ड डिलीवरी थी। अब बायजूस 3.0 में डीप टेक्नोलॉजी के साथ पर्सनाइलेजशन पर जोर होगा और बिक्री के लिए सही दृष्टिकोण और जवाबदेही अपनाई जाएगी।'बायजू रवींद्रन ने 2023 में कंपनी के सामने आई टोटल 5 चुनौतियों पर चर्चा की। पहली चुनौती टर्म लोन बी से जुड़ी मुकदमेबाजी है। रवींद्रन ने कहा कि इस चुनौती का समाधान एपिक की बिक्री के बाद किया जाना चाहिए, जो अमेरिका में बायजू की सहायक कंपनी है। दूसरी चुनौती एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) से मिला नोटिस है। बायजू ने साफ किया कि यह नोटिस तकनीकी खामियों को लेकर है और इनमें से अधिकांश मुद्दों को पहले ही हल किया जा चुका है। बायजू के अनुसार, तीसरी चुनौती वित्त वर्ष 2023 के ऑडिट को पूरा करना है, जो जल्द ही पूरा होने की राह पर है। वहीं चौथी चुनौती आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (AESL) से जुड़ी थी, जिसके तहत डेविडसन केम्पनर लोन को लेकर मुकेदमाबाजी हुई थी। अब इस मामले को रंजन पई के लोन लेने के साथ हल कर दिया गया है। वहीं पांचवी चुनौती फंडिंग जुटाने को लेकर है।