क्या देश में 500 रुपये के नोट गायब हो रहे हैं? 500 रुपये के नोट RBI का बड़ा खुलासा

राइट टू इनफार्मेशन यानि RTI से अचनाक एक जानकारी सामने आने के बाद से मानों भूकंप आ गया हो। RTI की ओर से खबर आई कि प्रिंटिंग प्रेस से भेजे जाने और रिजर्व बैंक तक पहुंचने के बीच 500 के करीब 176 करोड़ नोट गायब हो गए। जिसके बाद हड़कंप मच गया, ऐसे में सरकार से लेकर RBI पर सवाल उठने लगे, जिसके बाद RBI को सामना आना पड़ा। आपको बताएंगे कि RBI ने फिर कौन सा बड़ा खुलासा किया। लेकिन उससे पहले समझते हैं आखिर बात शुरू कहां से हुई?

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देश में 500 रुपये के नोट गायब हो रहे हैं? 500 रुपये के नोट RBI का बड़ा खुलासा
देश में 500 रुपये के नोट गायब हो रहे हैं? 500 रुपये के नोट RBI का बड़ा खुलासा

By Harsh Verma:

राइट टू इनफार्मेशन यानि RTI से अचनाक एक जानकारी सामने आने के बाद से मानों भूकंप आ गया हो। RTI की ओर से खबर आई कि प्रिंटिंग प्रेस से भेजे जाने और रिजर्व बैंक तक पहुंचने के बीच 500 के करीब 176 करोड़ नोट गायब हो गए। जिसके बाद हड़कंप मच गया, ऐसे में सरकार से लेकर RBI पर सवाल उठने लगे, जिसके बाद RBI को सामना आना पड़ा। आपको बताएंगे कि RBI ने फिर कौन सा बड़ा खुलासा किया। लेकिन उससे पहले समझते हैं आखिर बात शुरू कहां से हुई?

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एक सामाजिक कार्यकर्ता Manoranjan Roy को RTI की ओर से जानकारी मिली कि तमाम प्रिंटिंग प्रेस ने 500 रुपये के करीब 8,810 मिलियन नोट छापे थे, लेकिन रिजर्व बैंक तक सिर्फ 7,260 मिलियन नोट ही पहुंचे। इसका मतलब ये हुआ कि करीब 1,550 मिलियन 500 रुपये के नोट रिजर्व बैंक तक पहुंचे ही नहीं। वहीं अप्रैल 2015- मार्च 2016 के बीच करंसी नोट प्रेस, Nashik की तरफ से 210 मिलियन 500 रुपये के नोट छापे गए, जो रिजर्व बैंक के पास नहीं पहुंचे। इसके बाद सवाल उठने लगे कि क्या ये सारे लगभग 1760 मिलियन यानी करीब 176 करोड़, 500 रुपये के नोट रास्ते से कहां गायब हो गए? अगर इन नोटों की वैल्यू निकाली जाए तो ये करीब 88 हजार करोड़ रुपये होती है। अब खबर के आने के बाद तहलका मच गया। ये खबर बाजार में आग की तरह फैली। जिसके बाद मामले की गंभीरता समझते हुए RBI को सामने आना पड़ा और फिर जो रिजर्व बैंक ने जो कहा, उसके बाद शीशे की तरह बात साफ हो गई। बैंक ने अपनी सफाई में कहा है कि भारतीय रिज़र्व बैंक को कुछ मीडिया में प्रसारित होने वाली खबरों से पता चला है, जिसमें प्रिंटिंग प्रेस की तरफ से छापे गए बैंक नोटों के गायब होने का आरोप लगाया गया है। RBI इस रिपोर्ट को पूरी तरह से गलत मानता है। ये रिपोर्ट सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 के तहत प्रिंटिंग प्रेसों से ली गई जानकारी को गलत तरीके से दिखा रही हैं। यहां ध्यान देना जरूरी है कि प्रिंटिंग प्रेसों से RBI को भेजे जाने वाले सभी बैंक नोटों का लेखा-जोखा ठीक से रखा जाता है। ये भी सूचित किया जाता है कि प्रेसों में छापे गए और RBI को भेजे गए बैंक नोटों के मिलान के लिए मजबूत व्यवस्थाएं मौजूद हैं, जिनमें बैंक नोटों की छपाई, उनके रख-रखाव और उसके ड्रिस्ट्रिब्यूशन की निगरानी के लिए प्रोटोकॉल शामिल हैं।

RTI की ओर से खबर आई कि 500 के करीब 176 करोड़ नोट गायब हो गए

इसके बाद RBI ने RTI के जरिए छपी गलत जानकारी पर भी सफाई दी है। RBI ने कहा कि RTI के जरिए बैंक नोटों की छपाई को लेकर जो जानकारी मांगी गई है, वो अलग-अलग प्रेस से ली गई है। ऐसे में कुछ प्रिंटिंग प्रेस ने सिर्फ नई सीरीज के नोटों की जानकारी दी है, जबकि कुछ ने नई और पुरानी दोनों सीरीज की एक साथ जानकारी दी है। RTI लगाने वाले शख्स ने पूरे आंकड़ों को नई सीरीज के नोट समझ लिया है। इसके बाद प्रिंटिंग प्रेस से मिली जानकारी के मुकाबले भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से पब्लिश किए गए आंकड़ों से की गई, जो सिर्फ नई सीरीज के नोट थे। इसलिए उनका कैलकुलेशन गलत है। यानि कि 500 रुपये के गायब होने की नोट की खबरें पूरी तरह से गलत थी जिस पर RBI ने सारी स्थिति साफ कर दी है।

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