सब्जी के बाद अब फलों की महंगाई?

जैसे-जैसे नौरात्रें, ओणम, गणेश चतुर्थी नजदीक आ रही है, केले की मांग और बढ़ने की उम्मीद है। जिससे कीमतों में उछाल और भी बढ़ने की पूरी-पूरी संभावना है। त्योहारों के चलते बढ़ती मांग उत्पादन से ज्यादा हो जाती है। लेकिन यहां चुनौती स्टॉक को फिर से भरने में है। कुछ ही दिनों में कीमतों में बढ़ी बढ़ोतरी की आशंका है।

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टमाटर की महंगाई से अभी राहत मिली भी नहीं थी कि अब केले की बारी आ गई है
टमाटर की महंगाई से अभी राहत मिली भी नहीं थी कि अब केले की बारी आ गई है

By Harsh Verma:

टमाटर की महंगाई से अभी राहत मिली भी नहीं थी कि अब केले की बारी आ गई है। सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी के बाद अब Bengaluru में केले की कीमतें 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं। इतना ही नहीं बल्कि केले के साथ अब दूसरे फलों की कीमतों में भी भारी उछाल देखने को मिल सकता है। त्यौहारी सीजन सिर पर है, ऐसे में केले की बढ़ती कीमते सबके लिए चिंता का सबब बनी हुई है। अब समझने की कोशिश करते हैं, आखिर केले की कीमतों के समीकरण आखिर बिगड़े कैसे? तो सबसे पहले जान लीजिए कि देश में केले का उत्पादन खास तौर पर 7 राज्यों में होता है, जिसमें आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और बिहार शामिल है। ये 7 राज्यों को मिला दिया जाए तो देश में केले के उत्पादन 75% हो जाता है। अब सवाल उठता है आखिर केले की महंगाई आई कहां से?

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तमिलनाडु में डिमांड और सप्लाई में मिसमैच होने के चलते ऐसा हुआ है। बेंगलुरु कृषि उत्पाद बाजार समिति के मुताबिक केले की दो किस्मों एलाक्कीबेल और पचबाले की सबसे ज्यादा खपत होती है। लगभग 30 दिन पहले बिन्नीपेट बाजार में एलाक्कीबेल केला 1,500 क्विंटल आ रहा था जो अब घटकर 1,000 क्विंटल तक सीमित हो गया है। बेंगलुरु AMPC के मुताबिक शहर का सप्लाई नेटवर्क तुमकुरु, रामानगर, चिक्काबल्लापुरा, अनेकल और बेंगलुरु ग्रामीण तक भी फैला हुआ है। हाल के दिनों में मांग और आपूर्ति के बीच संतुलन में उतार-चढ़ाव के चलते कीमतों में बदलाव देखा जा रहा है। एक राज्य से दूसरे राज्य में सप्लाई के चलते इलाक्कीबेल केले की थोक कीमतें मौजूदा वक्त में 78 रुपये प्रति किलोग्राम हैं और पचबले के लिए 18-20 रुपये प्रति किलोग्राम हैं। ट्रांसपोर्ट और मार्केटिंग खर्चों को ध्यान में रखते हुए खुदरा कीमतें 100 रुपये और 40 रुपये तक बढ़ गई हैं। यानि कि एक दर्जन का आंकड़ा 100 रुपये के पार निकल गया है।

Bengaluru में केले की कीमतें 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं

जैसे-जैसे नौरात्रें, ओणम, गणेश चतुर्थी नजदीक आ रही है, केले की मांग और बढ़ने की उम्मीद है। जिससे कीमतों में उछाल और भी बढ़ने की पूरी-पूरी संभावना है। त्योहारों के चलते बढ़ती मांग उत्पादन से ज्यादा हो जाती है। लेकिन यहां चुनौती स्टॉक को फिर से भरने में है। कुछ ही दिनों में कीमतों में बढ़ी बढ़ोतरी की आशंका है। वहीं दूसरी ओर बिचौलियों के चलते किसानों को बढ़ी कीमतों का फायदा भी नहीं मिल रहा है।

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