African Union को G20 में शामिल करने से भारत को क्या होगा फायदा?

सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि अफ्रीकी देशों को भी भारत से फयादा पहुंच रहा है। भारत अब तक अफ्रीकी देशों में 74 अरब डॉलर का निवेश कर चुका है। यहीं नहीं भारत अपनी जरुरत का लगभग 18 फीसदी कच्चा तेल अफ्रीकी देशों से ही खरीदता है जो कि अफ्रीकी देशों के लिए एक बड़ा मुनाफा है। भारत काजू की भी ज्यादातर इंपोर्ट अफ्रीकी देशों से ही करता है।

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अफ्रीकन यूनियन अब आधिकारिक रूप से G-20 के समूह में शामिल हो गया है
अफ्रीकन यूनियन अब आधिकारिक रूप से G-20 के समूह में शामिल हो गया है

By BT बाज़ार डेस्क:

African Union अब आधिकारिक रूप से G-20 के समूह में शामिल हो गया है। भारत अफ्रीकी यूनियन को G-20 का सदस्य बनाने को लेकर अक्सर वकालत करते आया है। ऐसे में सवाल यह कि अफ्रकीन यूनियन के G-20 में शामिल होने से भारत को क्या फायदा हो सकता है। तो चलिए आज हम आपको इसके बारे में बताते है।

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भारत के अफ्रीकी देशों के साथ 55 में से 43 देशों से पहले से ही कूटनीतिज्ञ संबंध है। जो कि भारत के लिए एक बड़ा फायदे का बजार हो सकता है। यहीं नहीं अफ्रीकी देशों का जी-20 में शामिल होने से भारत और अफ्रीकन देशों के बीच  विदेशी मुद्रा का अदान-प्रदान और बढ़ेगा। दोनों देशों की बात करें तो आर्थिक फायदे के साथ दोनों में आपसी रिश्ते भी बेहतर होगें। अफ्रीकी देशों की कंबाइंड जीडीपी 2.99 ट्रिलियन डॉलर है। जी-20 के सदस्य बनने से भारत को आर्थिक लाभ पहुंच सकता है क्योंकि अगर हम अफ्रीकी देशों की जीडीपी देखे तो यह दुनिया की आठवीं सबसे अमीर देश है।

G-20

फायदे की बात करें तो सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि अफ्रीकी देशों को भी भारत से फयादा पहुंच रहा है। भारत अब तक अफ्रीकी देशों में 74 अरब डॉलर का निवेश कर चुका है। यहीं नहीं भारत अपनी जरुरत का लगभग 18 फीसदी कच्चा तेल अफ्रीकी देशों से ही खरीदता है जो कि अफ्रीकी देशों के लिए एक बड़ा मुनाफा है। भारत काजू की भी ज्यादातर इंपोर्ट अफ्रीकी देशों से ही करता है। भारत और अफ्रीका के बीच लगभग 90 अरब डॉलर का कारोबार होता है।

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