Walking Street Pattaya Part 2: नाइट लाइफ से आगे क्या है पटाया में?
पटाया की नाइट लाइफ के अलावा क्या है शहर में। यहां आने वाला हर पर्यटक रात के अंधेरे में वाकिंग स्ट्रीट जरूर जाता है लेकिन पटाया शहर एक किलोमीटर लंबी वाकिंग स्ट्रीट के अलावा भी काफी कुछ ऑफर करता है लेकिन सेक्स सिटी का तमगा ऐसा चिपका है।

अब सवाल उठता है कि पटाया की नाइट लाइफ के अलावा क्या है शहर में। यहां आने वाला हर पर्यटक रात के अंधेरे में वाकिंग स्ट्रीट जरूर जाता है लेकिन पटाया शहर एक किलोमीटर लंबी वाकिंग स्ट्रीट के अलावा भी काफी कुछ ऑफर करता है लेकिन सेक्स सिटी का तमगा ऐसा चिपका है कि इस शहर पर कि बाकी चीजें गौण होकर रह गई हैं। शहर के पास कोहलान द्वीप भी है जहां लोग बोट से जा सकते हैं। पटाया बीच पर भी आपको हर राष्ट्रीयता के लोग मिल जाएंगे लेकिन पटाया की नाइट लाइफ की वजह से बाकी चीजों की तरफ लोगों का ध्यान नहीं जाता है।
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भारतीयों की संख्या को देखते हुए पटाया में दनादन भारतीय क्लब खुल रहे
रतीयों की संख्या को देखते हुए पटाया में दनादन भारतीय क्लब खुल रहे हैं जहां भारतीय संगीत और नाच-गाना होता है। इन क्लब्स में भारी भीड़ उमड़ती है।पटाया आने वाले 90 प्रतिशत भारतीय पर्यटक पुरूष होते हैं। भारतीय पर्यटकों की संख्या को देखते हुए भारतीय व्यंजनों परोसने वाले रेस्टोरेंट्स की भरमार हैं और नाइट क्लब के बाहर खड़े लड़के हिंदी बोलते हैं ताकि भारतीय पर्यटकों को लुभाकर अंदर क्लब में ले जा सके। थाई लड़कियों के अलावा वियतनाम, कंबोडिया, इंडोनेशिया और फिलीपींन्स की लड़कियां भी आपको क्लबों के बाहर खड़ी मिल जाएंगी। जिन्हें देखकर आप आसानी से अंदाजा लगा सकते हैं कि आप खुद कहां पहुंच गए हैं।
Walking Street के कोने
Walking Street के कोनों पर पुलिस खड़ी लेती है लेकिन पुलिस की आंखें बंद होती है। तीन-चार महीनों में ड्रग्स को लेकर पुलिस कभी कभार कोई रेड डालती है लेकिन आमतौर पर इस इलाके में अपने नियम कायदे हैं। पिछले कुछ सालों में इस इलाके में मारपीट की घटनाएं भी होने लगी है। पिछले महीने एक भारतीय के साथ मारपीट की खबरें आई थी।
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रेस्टोरेंट्स में काम करने वाले भारतीय
भारतीय और चाइनीज टूरिस्ट की संख्या को देखते हुए यहां पर रेस्टोरेंट्स में काम करने वाले भारतीय भी आपको मिल जाएंगे। एक रशियन क्लब के बाहर मुझे 18 साल का एक लड़का मिला जिसने मुझे देखते ही बोला कि आइये सर, अंदर रशियन डांस हो रहा है। मैंने उसे देखा और बोला कि तुम इंडिया से हो। उसने कहा हां सर, मैंने कहा- कहां से, बोला- बिहार से। भारतीय ग्राहकों का ख्याल रखने के लिए यहां हर तंत्र का उपयोग किया जाता है। आखिर बिजनेस का मतलब सिर्फ मुनाफा होता है।
गोवा की तरह यहां शराब और बीयर सस्ती
गोवा की तरह यहां शराब और बीयर सस्ती है। ना कोई रोक टोक है ना कोई पुलिसिंग। आप पटाया की सड़कों पर शराब और बीयर पी सकते हैं और कोई आप से कुछ नहीं कहेगा। भारतीयों के लिए वीजा फ्री है तो आपको हर तीसरा पर्यटक भारतीय मिलेगा। थाईलैंड के इस शहर में आपको खुद को अकेला नहीं पाएंगे। मिनी इंडिया आपको हर जगह मिलेगा। लेकिन हैरानी की बात ये है कि मैंने किसी भारतीयों को एक दूसरे से बात करते हुए नहीं देखा। पता नहीं क्यों। ना ही थाईलैंड आकर कोई भारतीय दूसरे भारतीय से पूछता है कि भाई साहब आप कौन से शहर से हैं और आपका घर कहां हैं?