Walking Street Pattaya Part 1: थाईलैंड का पटाया शहर कैसे बन गया सेक्स सिटी?
थाईलैंड के एक शहर जिसे सेक्स सिटी भी कहा जा सकता है। आपको यहां थाई लड़कियां आती-जाती मिलती रहेंगी। कोई रोक-टोक नहीं है। ना उनसे ये पूछा जाता कि कहां जा रहीं है और किसके साथ जा रही हैं। होटल वाले सब जानते हैं कि पटाया शहर का मतलब क्या है।

ये मेरा थाईलैंड का यात्रा संस्मरण हैं। मैं जब पहली बार थाईलैंड गया तो बैंकाक एयरपोर्ट पर हर किसी की जुबान पर एक शहर का नाम था और वो था पटाया। दिल्ली एयरपोर्ट से स्पाइसजेट और इंडिगो की फ्लाइट्स में अगर आप देखेंगे कि ज्यादातर लोग बैंकॉक उतरने के बाद सीधा इस शहर का रूख करते हैं।
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थाईलैंड का सेक्स सिटी
थाईलैंड के इस शहर को एक तरह से सेक्स सिटी भी कहा जा सकता है। क्योंकि प्रशांत एशियाई देशों से लेकर दुनिया का कोई ऐसा देश नहीं जहां के पर्यटक इस शहर में नहीं आते हों। एक तरह से ये शहर अपने खुलेपन की वजह से बैंकॉक के आसपास एक तरह की आर्थिक क्रांति लेकर आया है। क्योंकि यहां हर घर एक तरह से होटल है और हर खाने-पीने के लिए हर तरह के रेस्टोरेंट मौजूद है।
कैसे करें सफर
बैंकॉक हवाई अड्डे पर उतरने के बाद गेट नंबर आठ से ही पटाया की बस मिलती है। बैंकॉक से पटाया की दूरी लगभग 150 किलोमीटर है लेकिन हाईवे इतने शानदार है कि बस आपको डेढ़ घंटे में पहुंचा देती है। थाईलैंड की सड़कों और इमारतों को देखकर आपको लगेगा कि असली एशिया टाइगर ये देश हैं, भारत और बांग्लादेश अभी काफी पीछे हैं। बांग्लादेश का जिक्र यहां मैंने इसलिए किया क्योंकि कुछ लोग बांग्लादेश को भी एशिया टाइगर बताने लगे थे। लेकिन थाईलैंड और वियतनाम को देकर उनका मुगालता दूर हो सकता है।
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थाईलैंड दृश्य
थाईलैंड में आपको सड़कें साफ मिलेंगी और हाईवे पर पंचर की दुकान नहीं मिलेगी। जगह-जगह रेस्टोरेंट नहीं। हाईवे पर खाने-पीने की दुकानों को अलग से जगह दी गई है। कचरे का नामों-निशान नहीं मिलेगा। थाईलैंड में अंग्रेजी कामचलाऊ बोली जाती है औऱ हर चीज थाई में लिखी गई और लोग थाई भाषा ही बोलते हैं। इंडियन्स के अलावा चीन, सिंगापुर और जापान के पर्यटक भी आपको खूब मिलेंगे। खैर बैंकॉक एयरपोर्ट उतरने के बाद लग्जरी बस से 150 भाट ( स्थानीय करेंसी) का टिकट लेकर मैं पटाया पहुंचा। मेरी बस में चीनी से लेकर भारतीय भी ठंस-ठंस के भरे हुए थे। पटाया उतरने के बाद सब अपने-अपने होटलों की लोकेशन को ट्रैक करने लगे। मैंने एक चीनी से इंटरनेट लिया और उससे अंग्रेजी में बात की । उसने तुरंत इंटरनेट हॉटस्पॉट दे दिया। चीनियों के बारे में ये मिथ है कि वो सिर्फ अपनी लैंग्वेज बोलते हैं। चीनी पूरे एशिया में अब सबसे ज्यादा अंग्रेजी बोलते हैं। ऐसा मेरा अनुभव है।
पटाया शहर का मतलब
पटाया पहुंचने के बाद मैं अपने होटल में पहुंचा जो बीच से पैदल की दूरी पर स्थित था। होटल में आपको थाई लड़कियां आती-जाती मिलती रहेंगी। कोई रोक-टोक नहीं है। ना उनसे ये पूछा जाता कि कहां जा रहीं है और किसके साथ जा रही हैं। होटल वाले सब जानते हैं कि पटाया शहर का मतलब क्या है।
होटल के अंदर....
होटल के अंदर एक बड़ा सा पूल था जिसमें होटल के मैनेजमेंट में कम कपड़ों में दो थाई लड़कियों को नहाने के लिए रखा हुआ था। ऐसा आपको दुनिया के किसी शहर में नहीं मिलेगा। इसका मतलब ये था कि ये जलपरियां होटल में ठहरने वाले पर्यटकों का मनोरंजन करती रहें और इससे लोगों को होटल का एक बेहतर अनुभव हो। थाईलैंड में ज्यादातर होटल मालिक करोड़पति से कम नहीं होंगे क्योंकि यहां मुझे कोई भी होटल खाली नजर नहीं आया।
सेक्स सिटी में अरब के नौजवान
मैं होटल के अपने कमरे में आराम करने के बाद बीच पर टहलने के लिए निकल गया। मेरा इस शहर आने का कोई वो मकसद नहीं था जो बाकी लोगों का होता है। लेकिन मैं इस सेक्स सिटी को करीब से देखना चाहता था। मैं देखना चाहता था कि नीदरलैंड के बाद थाईलैंड में ऐसा क्या है कि लोग अपनी सेक्स की भूख को मिटाने के लिए इस शहर में आते हैं। इस शहर में भारतीय रेस्टोरेंट के अलावा चाइनीज, रशियन और अरबी रेस्टोरेंट की भरमार थी। थाईलैंड में एक अजूबा ये भी है कि अब पटाया जैसे सेक्स सिटी में अरब के नौजवान भी आने लगे हैं। आपको जगह-जगह हलाल मीट और अरबी में लगे साइनबोर्ड दिख जाएंगे।
थाईलैंड की सरकार को सबसे ज्यादा कमाई
पटाया शहर की सड़कों पर आपको टुक-टुक मिल जाएंगे। स्थानीय भाषा में ये लोकल ट्रांसपोर्ट का एक माध्यम है। शाम होते-होते ये शहर अपनी रवानगी में आने लगता है। जैसे ही सूरज ढलता है वैसे ही नए सितारे जगमगाने लगते हैं। वॉकिंग स्ट्रीट इस शहर का सबसे बदनाम और इज्जत वाला इलाका है। वो इलाका है जिससे थाईलैंड की सरकार को सबसे ज्यादा कमाई होती है। पुलिसवालों की आंखों के सामने वो सारे काम होते हैं जो कानून के तौर पर गैर कानूनी है। थाईलैंड में वेश्यावृत्ति गैर कानूनी है लेकिन पटाया शहर में आकर आपको लगेगा कि क्या बकवास बात है।
वाकिंग स्ट्रीट इलाका
वाकिंग स्ट्रीट इलाका शाम के समय रोज नई दुल्हन की तरह सज जाता है। दुनियाभर के पर्यटक इस बदनाम इलाके में शाम को पैदल घूमने लगते हैं। इस इलाके में कोई भी जगह-जगह एशियाई देशों से लेकर अफ्रीकी देशों की महिलाएं अपने-अपने ग्राहकों के लिए खड़ी हो जाती है। कुछ लोग शर्माते हुए बात करते हुए नजर आते हैं तो कुछ लोग सीधे-सीधे इन महिलाओं को सीधे अपने होटल्स में लेकर चले जाते हैं। थाईलैंड की पुलिस और नैतिकता आंखे मूंद लेती हैं। हो सकता है इन महिलाओं की मजबूरी हो लेकिन थाईलैंड की सरकार के बयान और हकीकत अलग-अलग हैं। थाईलैंड की सरकार ने पहले भी बयान दिए है कि थाईलैंड का मतलब सेक्स नहीं है लेकिन सरकार ने आज तक ऐसा कुछ नहीं किया जिससे लगे कि थाईलैंड की सरकार वाकई इसके लिए गंभीर है। भारतीयों के लिए थाई वीजा फ्री है। इसलिए आपको हर तीसरा और चौथा पर्यटक भारतीय मिल जाएगा।
भारतीय थाईलैंड में आकर एक दूसरे से नजरें चुराते हुए दिखते हैं
लेकिन भारतीय थाईलैंड में आकर एक दूसरे से नजरें चुराते हुए दिखते हैं। वॉकिंग स्ट्रीट में आपको हर देश के नागरिक मिलेंगे जो खुद को ये अहसास दिलाते हैं कि वो जीवन के सबसे आनंददायक और शानदार लम्हों को लुत्फ उठाने आए हैं। हकीकत जीवन की चाहें कुछ और हो। भारतीयों की आमद देखते हुए अब भारतीयों को लुभाने के लिए इंडियन क्लब्स भी खुल गए हैं जिनमें रशियन और अरेबिक डांसर को रखा जाता है। ऐसे क्लब्स की एट्री फीस बाकी क्लब्स से ज्यादा है लेकिन भारतीय पर्यटक इन क्लबों की तरह खींचे चले जाते हैं।
पटाया शहर से थाईलैंड सरकार को सबसे ज्यादा टैक्स मिलता है। होटल्स की संख्या इतनी ज्यादा है कि थाईलैंड की सरकार टैक्स के तौर पर मालामाल होती जा रही है। अगर आप वेज खाते हैं तो शायद आपको थाईलैंड में निराशा होगी क्योंकि भारतीय रेस्टोरेंट के अलावा ज्यादातर रेस्टोरेंट में आपको नॉन वेज मिलेगा। थाईलैंड में इतना खुलापन होने की वजह एक बार को आप ये सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि क्या मैं वाकई बुद्ध के देश में हूं?