Sundar Pichai Vs Tim Cook: आपस में क्यों भिड़ गए?

AI के बाजार में बादशाहत कायम करने के लिए दुनिया की दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनियों के बीच लड़ाई शुरू हो चुकी है। वहीं दूसरी ओर एप्पल भी इस मौके को गंवाने नहीं देना चाहता है। एप्पल को पहले से ही अपने राइवल्स जैसे OpenAI, Google और Microsoft से कड़ी टक्कर मिल रही है। इस कंपिटिशन की तपीश Apple के AI प्रमुख जॉन जियानंद्रिया को भी झेलनी पड़ रही है।

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Google के CEO सुंदर पिचाई और दूसरे Apple के CEO टिम कुक आपस में भिड़ गए हैं।
Google के CEO सुंदर पिचाई और दूसरे Apple के CEO टिम कुक आपस में भिड़ गए हैं।

By BT बाज़ार डेस्क:

दुनिया के दो दिग्गज Google के CEO सुंदर पिचाई और दूसरे Apple के CEO टिम कुक आपस में भिड़ गए हैं। बाजार की वैल्यूएशन के हिसाब से देखें तो दोनों ही कंपनियां टेक्नोलॉजी की दुनिया में बहुत बड़ा नाम हैं, लेकिन अब इन दोनों कंपनियों के बॉस आपस में ही उलझ गए हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर सुंदर पिचाई और टिम कुक के बीच लड़ाई की वजह क्या है? इसके कारण को जानेंगे तो आप भी हैरान रह जाएंगे। 

AI के बाजार में बादशाहत कायम करने के लिए दुनिया की दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनियों के बीच लड़ाई शुरू हो चुकी है। वहीं दूसरी ओर एप्पल भी इस मौके को गंवाने नहीं देना चाहता है। Apple को पहले से ही अपने राइवल्स जैसे OpenAI, Google और Microsoft से कड़ी टक्कर मिल रही है। इस कंपिटिशन की तपीश Apple के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रमुख जॉन जियानंद्रिया को भी झेलनी पड़ रही है। लेकिन क्यों? इसका जवाब है तीन नाम, श्रीनिवासन वेंकटाचार्य, स्टीवन बेकर और आनंद शुक्ला। 

द इंफॉर्मेशन की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि श्रीनिवासन वेंकटाचार्य, स्टीवन बेकर और आनंद शुक्ला  तीनों ही इंजीनियर्स Google और Apple के बीच हॉट कमोडिटी बने हुए हैं। तीनों ने Apple की AI टेक्नोलॉजी को एडवांस बनाने में शानदार भूमिका निभाई। इनमें से श्रीनिवासन वेंकटाचार्य और आनंद शुक्ला IIT से पास आउट थे। जब इन तीनों ने iPhone को LLM यानि  large-language models के लिए छोड़ दिया है। ये लेंग्वेज मशीन लर्निंग में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। 
जिसके बाद इन तीनों इंजीनियर्स ने गूगल ज्वाइन कर लिया।

अब ऐसे में सवाल उठता है कि इन तीनों ने गूगल को क्यों ज्वाइन किया और इसके चलते टिम कुक और सुंदर पिचाई के बीच लड़ाई क्यों हुई? 
द इन्फॉर्मेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, इंजीनियरों का मानना था कि LLM पर काम करने के लिए गूगल एक बेहतर जगह है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि एप्पल के CEO टिम कुक ने इंजीनियरों को बने रहने के लिए मनाने की हर संभव कोशिश की। लेकिन Google के CEO सुंदर पिचाई ने व्यक्तिगत रूप से तीनों इंजीनियर्स से संपर्क किया और उनकों और बेहतर ऑफर्स देकर गूगल ज्वाइन करा लिया। जिसके बाद दोनों के बीच मामला गरमा गया। 

तीनों इंजीनियर्स की बात करें तो वेंकटाचार्य, जो मौजूदा वक्त में Google में इंजीनियरिंग और AI प्रोडक्ट एक्सपेंशन में वाइश प्रेसिडेट हैं। वेंकटाचार्य ने IIT मद्रास से कंप्यूटर साइंस में B.Tech पूरा किया है। वहीं आनंद शुक्ला ने IIT कानपुर से कंप्यूटर साइंस में B. Tech पूरा किया। दोनों इंजीनियरों के लिंक्डइन पेज के मुताबिक, वेंकटाचार्य ने अक्टूबर 2022 में एपल छोड़ा और शुक्ला ने नवंबर 2022 में एपल छोड़ा।

अब तक, Apple का प्राइमरी रेवेन्यू प्रोडक्ट और सर्विस से आता है। कंपनी ने अभी तक अपनी पहली LLM-बेस्ड टेक्नोलॉजी का एलान नहीं किया है। दूसरी ओर, Google ने चुनिंदा देशों में AI बार्ड पेश किया है। AI दौड़ में सबसे मजबूत दावेदारों में से एक माइक्रोसॉफ्ट ने पहले ही चैट GPT की नींद उठा रखी है। ऊपर से अब एप्पल की परेशानी और बढ़ गई है।

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