Paris Olympics 2024: जानिए कौन हैं भारत के Neeraj Chopra को हराकर गोल्ड जीतने वाले Arshad Nadeem
पेरिस में हो रहे ओलंपिक्स खेलों में दुनियाभर के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखाते नज़र आ रहे हैं। खिलाड़ियों के आँखों में चाह है तो अपने देश के लिए जीत हासिल करने की, दिल में जज़्बा है तो देश का नाम बनाने का। भारत के खिलाड़ी भी आशावादी मन से अपना सौ प्रतिशत देने में जुटे हैं

By प्रतिष्ठा अग्निहोत्री (Pratishtha Agnihotri) :
पेरिस में हो रहे ओलंपिक्स खेलों में दुनियाभर के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखाते नज़र आ रहे हैं। खिलाड़ियों के आँखों में चाह है तो अपने देश के लिए जीत हासिल करने की, दिल में जज़्बा है तो देश का नाम बनाने का। भारत के खिलाड़ी भी आशावादी मन से अपना सौ प्रतिशत देने में जुटे हैं ऐसे में करोड़ों भारतवासियों का गोल्ड मेडल के लिए विनेश फोगाट पर टिकी आस भी तब टूट गई जब उन्हें 50 किलोग्राम की श्रेणी वाली कुश्ती से 100 ग्राम वजन ज़्यादा होने के कारण खेल से बाहर कर दिया गया था।
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पाकस्तान के अरशद नदीम ने गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया
अब जैवलिन थ्रो के खेल में भारत के नीरज चोपड़ा को हराकर पाकिस्तान के अरशद नदीम ने गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है। नदीम ने अपना दूसरा थ्रो 92.97 मीटर का फेंका जिसने इतिहास ही लिख दिया और भारत के नीरज को सिल्वर मेडल मिला। मगर अपने थ्रो से इतिहास रचने वाले पाकिस्तान के अरशद नदीम आख़िर हैं कौन? आइये जानते हैं :
अरशद नदीम
अरशद नदीम एक पंजाबी परिवार के हैं। इनका जन्म पाकिस्तान के पंजाब में मियां चन्नू में हुआ था। उनके आठ भई-बहन हैं जिसमें वो तीसरे नंबर के हैं। स्कूली दिनों में उन्होंने सभी खेल जैसे बैडमिंटन, क्रिकेट, एथलेटिक्स और फुटबॉल खेले हैं। सभी खेलों में क्रिकेट उनका पसंदीदा खेल हुआ करता था। ज़िला स्तर पर क्रिकेट प्रतियोगिताओं में उन्होंने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया मगर भाला फेंकना ही उनकी क़िस्मत में लिखा था। बता दें कि भाला फेंकने से पहले नदीम ने डिस्क्स थ्रो और शॉट पुट में भी हिस्सा लिया है।
अरशद नदीम ने 2015 से भाला फेंकने की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना शुरू किया
अरशद नदीम ने 2015 से भाला फेंकने की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना शुरू किया था। उन्हें 2016 में विश्व एथलेटिक्स से स्कॉलरशिप मिली थी जिससे वो मॉरीशस में IAAF उच्च प्रदर्शन ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग लेने के लिए पात्र हो गए। नदीम ने फरवरी 2016 में भारत के गुवाहाटी में साउथ एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। उन्होंने एथलेटिक्स प्रतियोगिता में 78.33 मीटर का राष्ट्रीय रिकॉर्ड और अपना पहला सबसे बढ़िया रिकॉर्ड बनाया था।
अरशद नदीम के ओलंपिक इतिहास
नदीम ने 4 अगस्त 2021 को 2020 टोक्यो ओलंपिक के मेंस की भाला फेंक के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। इसके बाद वो ओलंपिक के इतिहास में किसी भी ट्रैक और फील्ड प्रतियोगिता के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाले पहले पाकिस्तानी बने थे। साथ ही वो मेंस की भाला फेंक प्रतियोगिता में 84.62 मीटर के थ्रो के साथ पांचवें स्थान पर रहे थे।