'मेरे पास कोई रास्ता नहीं बचा...', ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में फंसे 2 बच्चों के पिता ने गंवा दी जान

अतुल के घर जब मीडियाकर्मी पहुंचे तो परिवारवालों ने बंद दरवाजे के अंदर से कह दिया कि हम लोग कुछ भी नहीं बता सकते. एसपी डॉ. ईरज राजा ने बताया कि दिल्ली पुलिस मंगलवार देर शाम आई थी. एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है, उसका नाम अतुल कुलश्रेष्ठ है. शुरुआती छानबीन में अतुल का कोई आपराधिक इतिहास नहीं मिला है. पुलिस अपने स्तर से जिले में अतुल के बारे में जांच पड़ताल कर रही है.

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वडोदरा के गोरवा इलाके में रहने वाले मयूर महिड़ा ने बुधवार को आत्महत्या कर ली
वडोदरा के गोरवा इलाके में रहने वाले मयूर महिड़ा ने बुधवार को आत्महत्या कर ली

By BT बाज़ार डेस्क:

Vadodara के गोरवा इलाके में रहने वाले Mayur Mahida ने बुधवार को आत्महत्या कर ली। सुसाइड नोट से पता चला कि मोबाइल ऐप से लिए गए कर्ज के दलदल में फंस चुका था। लोन चुकान के बाद भी मयूर के पास धमकी भरे कॉल आ रहे थे। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अपने परिवार को लिखी अंतिम चिट्ठी में मयूर ने कहा, ''मेरे पास कोई रास्ता नहीं था, इसीलिए यह कदम उठा रहा हूं। पिछले कुछ दिनों से मुझे लोन पेमेंट के लिए कॉल आ रहे थे, पर मैंने कोई लोन नहीं लिया। हां, मैंने पहले जरूर कुछ एप्लिकेशन पर से लोन लिया था, पर उसका पेमेंट कर चुका हूं। फिर भी मुझे कॉल आ रहे थे कि अगर पेमेंट नहीं किया तो सोशल मीडिया मे गंदे फोटो वायरल कर देंगे, जिससे मैं परेशान हो चुका हूं। मेरे परिवार का इससे कोई लेनदेन नहीं है और वो कुछ जानते भी नहीं हैं। मैं जो करने जा रहा हूं, उसमे परिवार का कोई हाथ नहीं है। मैं यह खुद कर रहा हूं और इसमे किसी का दबाव नहीं है। मैं पापा और आरती से माफी मांगता हूं। आरती तुम दोनों बच्चों का ख्याल रखना। मुझे भी बहुत दुख है, लेकिन मेरे पास और कोई रास्ता नहीं था। मैं लोन की डिमांड पूरा करूंगा तो भी वो लोग भविष्य में मुझे परेशान करेंगे जिसकी वज़ह से मुझे यह कदम उठाना पड़ा है।''

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सुसाइड नोट से यह बात स्पष्ट हो चुकी है कि लोन पेमेंट के दबाव में मयूर ने आत्महत्या की और परिवार के नजदीक के लोग भी जानते थे कि वो ऑनलाइन गेम खेलता था। चचेरे भाई ने बताया कि मयूर की 4 साल की एक लड़की है और 1 साल का लड़का है। मयूर कंपनी के काम से ज्यादातर बाहर रहता था। महीने मे 20 दिन से ज्यादा वो बाहर रहता था। वो ऑनलाइन गेम खेलता था और उस पर लोन लिया था, लेकिन चुका दिया था। ऐसा उसने सुसाइड नोट में भी लिखा है। पुलिस ने अभी इस मामले की जांच कर रही है।उसके बाद फ़रियाद दर्ज की जाएगी। बहरहाल, यह किस्सा ऑनलाइन गेम खेलने वालों के लिए आंखें खोल देने वाला है कि कैसे ऑनलाइन गेमिंग का चक्कर उनकी जिंदगी छिन सकती है। हालांकि, अभी इस मामले की हकीकत पुलिस जांच के बाद साफ होगी।

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