Defence में कैसे इंपोर्टर से एक्सपोर्टर बन गया भारत, समझिए पूरी कहानी
1962 में चीन के साथ भारत की लड़ाई तो आपको याद ही होगी जब भारत छोटे-मोटे हथियारों के लिए दूसरे देशों पर निर्भर हुआ करता था, पर अब भारत डिफेंस प्रोडक्शन के क्षेत्र में तेजी से आत्मनिर्भर बन रहा है। भारत कई सारे देशों को डिफेंस के प्रोडक्ट एक्सपोर्ट भी कर रहा है। अगर हम भारत के डिफेंस एक्सपोर्ट की बात करें तो फाइनेंशियल ईयर 2013-14 में ये सिर्फ 686 करोड़ रुपये था। लेकिन फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में 16,000 करोड़ रुपये हो गया है। बीते 9 सालों में भारत के डिफेंस एक्सपोर्ट में करीब 23 गुना का उछाल देखा है, जो अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है।

1962 में चीन के साथ भारत की लड़ाई तो आपको याद ही होगी जब भारत छोटे-मोटे हथियारों के लिए दूसरे देशों पर निर्भर हुआ करता था। पर अब भारत डिफेंस प्रोडक्शन के क्षेत्र में तेजी से आत्मनिर्भर बन रहा है। भारत कई सारे देशों को डिफेंस के प्रोडक्ट एक्सपोर्ट भी कर रहा है। अगर हम भारत के डिफेंस एक्सपोर्ट की बात करें तो फाइनेंशियल ईयर 2013-14 में ये सिर्फ 686 करोड़ रुपये था। लेकिन फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में 16,000 करोड़ रुपये हो गया है। बीते 9 सालों में भारत के डिफेंस एक्सपोर्ट में करीब 23 गुना का उछाल देखा है, जो अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है कि कैसे इतने कम सालों में भारत ने इतना बड़ा उछाल देखा है। सरकार की Make In India और आत्मनिर्भर भारत और सरकार की अन्य योजनाओं का बहुत बड़ा योगदान है कि भारत इस मुकाम पर खड़ा है। आज 100 से भी अधिक कंपनियां प्रॉडक्ट्स का एक्सपोर्ट कर रही हैं। जिसमें DRDO, HAL, TATA Advance System, Bharat Dynamics और Mahindra Defence शामिल हैं।
Also Read: Income Tax फिर एक्शन में, नोटिस का जबाब नहीं मिला तो होंगी परेशानी, दिशा-निर्देश जारी
आईये जानते हैं कि भारत क्या-क्या डिफेंस प्रोडक्ट को एक्सपोर्ट करता है। इस लिस्ट में शामिल है, ब्रह्मोस मिसाइल, पिनाका रॉकेट और लॉन्चर, डॉर्नियर-228 एयरक्राफ्ट, आर्टिलरी गन, आर्मर्ड वीकल्स, रडार और सिम्युलेटर जैसे प्रॉडक्ट्स का एक्सपोर्ट किया जा रहा है। भारत जिस रफ्तार से एक्सपोर्ट बढ़ा रहा है उसी रफ्तार से भारत अपना डिफेंस इम्पोर्ट घटा है। (SIPRI) की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2013-17 से 2018-22 के बीच भारत के डिफेंस इम्पोर्ट में 11 फीसदी कम हुआ है, पर आज भी भारत दुनिया में सबसे ज्यादा डिफेंस प्रोडक्ट्स को इम्पोर्ट करता है।
किन देशों से खरीदता है भारत? SIPRI के आंकड़ों के मुताबिक रूस, फ्रांस, इजरायल और अमेरिका जैसे देशों से भारत सबसे से ज्यादा हथियार खरीदता है। भारत के पास दो ऐसे पड़ोसी चीन और पाकिस्तान है जिनकी वजह से भारत की सीमा पर तनाव बना रहता है। भारत की इन देशों से जंग भी लड़ चुका है। ग्लोबल आर्म्स इम्पोर्ट्स में भारत की हिस्सेदारी 11% है। इसके कई कारण हैं। सबसे बड़ा कारण यह है कि देश में हथियार खरीदने की प्रक्रिया काफी धीमी और जटिल है। इस बीच 2013-17 से 2018-22 के बीच पाकिस्तान का डिफेंस इम्पोर्ट्स 14% बढ़ गया। पाकिस्तान सबसे ज्यादा हथियार चीन से खरीदता है।
Also Read: Erdogan फिर बने तुर्की के प्रेसीडेंट, 2028 तक बने रहेंगे प्रेसीडेंट
भारत किन देशों को हथियार बेचता है? भारत जल्द ही मिस्र और अर्जेंटीना को तेजस लड़ाकू विमान निर्यात कर सकता है। फिलहाल भारत श्रीलंका, फ्रांस, रूस, मालदीव, इजरायल, नेपाल, सऊदी अरब और पोलैंड जैसे कई देशों को हथियार बेचता है। भारत ने 2025 तक कितने हजार करोड़ के हथियार बेचने का लक्ष्य रखा है? सरकार का लक्ष्य है कि साल 2025 के अंत तक 35 हजार करोड़ के सालाना रक्षा निर्यात के लक्ष्य को हासिल किया जाए। यही वजह है कि कुछ साल पहले तक भारत को दुनिया के सबसे बड़े हथियारों के खरीदार देश के तौर पर जाना जाता था, लेकिन आज भारत की गिनती दुनिया के शीर्ष 25 हथियार निर्यातक देशों में होती है।