आधा भारत नहीं जानता कि संस्कृत में I Love You को क्या कहते हैं? जान जाएगा तो प्यार और बढ़ जाएगा

आज के डिजिटल और सोशल मीडिया युग में जहां "I Love You" एक सामान्य वाक्य बन गया है, वहीं इसका संस्कृत में अनुवाद न केवल भाषिक सौंदर्य को दर्शाता है, बल्कि भाव की गंभीरता भी बढ़ा देता है।

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By Gaurav Kumar:

I Love You in Sanskrit: आधुनिक युग में जहां रिश्ते तेजी से बदल रहे हैं वहां बहुत जरूरी है कि हम अपने रिश्ते की मिठास बनाए रखें और प्यार के साथ अपनों के साथ जीवन बीताएं। प्यार व्यक्त करने के लिए भाषा अहम योगदान देती है। आजकल प्यार जताने के लिए हिंदी या अंग्रेजी माध्यम का अधिक इस्तेमाल होता है लेकिन इससे भी अच्छी एक भाषा - संस्कृत है जिसे माध्यम से प्रेम प्रकट करना एक स्थायित्व और परंपरा की भावना देता है।

आज के डिजिटल और सोशल मीडिया युग में जहां "I Love You" एक सामान्य वाक्य बन गया है, वहीं इसका संस्कृत में अनुवाद न केवल भाषिक सौंदर्य को दर्शाता है, बल्कि भाव की गंभीरता भी बढ़ा देता है।

संस्कृत में "I Love You" का भावात्मक और व्याकरणिक अनुवाद है: "अहं त्वां स्नेहयामि"। इसमें 'अहं' का अर्थ है 'मैं', 'त्वाम्' का अर्थ है 'तुम्हें' और 'स्नेहयामि' का तात्पर्य है 'प्रेम करता/करती हूँ'।

भाषा विशेषज्ञों के अनुसार, यदि प्रेम का स्वरूप अधिक गहन और आत्मिक हो, तो "अहं त्वामनुरजामि" कहना अधिक उपयुक्त होता है। यहां 'अनुरजामि' शब्द 'अनुराग' से लिया गया है, जो प्रेम का अधिक आत्मिक और स्थायी रूप दर्शाता है।

दिलचस्प बात यह है कि संस्कृत में प्रेम के लिए केवल एक शब्द नहीं है। ‘स्नेह’, ‘प्रेम’, ‘रति’, ‘अनुराग’ और ‘ममकार’ जैसे शब्द विभिन्न प्रकार के भाव और रिश्तों के अनुसार उपयोग किए जाते हैं।

संस्कृत में प्रेम व्यक्त करना केवल एक भाषायी अभ्यास नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक अनुभव है। यही कारण है कि अब कई युवा अपने विवाह आमंत्रण पत्रों से लेकर सोशल मीडिया पोस्ट तक में संस्कृत श्लोकों और वाक्यों का उपयोग कर रहे हैं। इससे न केवल भाषा का प्रचार होता है, बल्कि भावनाएं भी अधिक प्रभावशाली ढंग से व्यक्त होती हैं। संस्कृत में 'प्रेम' केवल एक क्षणिक भावना नहीं, बल्कि आत्मा से आत्मा का संबंध माना जाता है। 

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