IndiGo संकट पर मंत्री नायडू का सख्त रुख; कहा- एयरलाइन ने पैदा की ऑपरेशनल समस्या, कार्रवाई तय

राज्यसभा में नायडू ने कहा कि यह एक ऑपरेशनल इश्यू था जो इंडिगो ने खुद बनाया। हम लगातार संपर्क में थे। 1 नवंबर को बैठक हुई थी। इंडिगो ने कुछ स्पष्टीकरण मांगा, जो दे दिया गया। वे अपना रोस्टर बनाए रखने में विफल रहे। हमने जांच के आदेश दे दिए हैं।

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नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू

By Gaurav Kumar:

IndiGo: नागरिक उड्डयन मंत्री किंजारापु राम मोहन नायडू ने सोमवार को कहा कि इंडिगो में जारी संकट 'इंडिगो द्वारा पैदा की गई ऑपरेशनल समस्या' है। उन्होंने बताया कि सरकार एयरलाइन के साथ लगातार संपर्क में थी, लेकिन कंपनी नए ड्यूटी-टाइम नियमों के लिए मिले पूरे एक महीने के बावजूद अपना पायलट रोस्टर बनाए रखने में नाकाम रही।

राज्यसभा में नायडू ने कहा कि यह एक ऑपरेशनल इश्यू था जो इंडिगो ने खुद बनाया। हम लगातार संपर्क में थे। 1 नवंबर को बैठक हुई थी। इंडिगो ने कुछ स्पष्टीकरण मांगा, जो दे दिया गया। वे अपना रोस्टर बनाए रखने में विफल रहे। हमने जांच के आदेश दे दिए हैं। इसका उदाहरण सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि पूरे एविएशन सेक्टर के लिए होगा।

उन्होंने जोर दिया कि मंत्रालय की प्राथमिकता सुरक्षा और नियमों का कड़ाई से पालन है। नायडू ने कहा कि हम पायलट्स की सुरक्षा की भी परवाह करते हैं और पूरे सिस्टम की भी। इसलिए सभी एयरलाइनों को साफ बता दिया है कि उन्हें नियमों का पालन करना ही होगा।

नायडू ने बताया कि DGCA ने 1 नवंबर से सभी एयरलाइनों के साथ बातचीत की थी और माना कि कंपनियों को कुछ समस्याएं थीं, लेकिन 'सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं' हुआ। उन्होंने कहा कि 1 नवंबर से 1 दिसंबर तक नई व्यवस्था लागू करने के लिए एयरलाइनों के पास पूरा एक महीना था। हमने देशभर में किराए कैप किए हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि यात्रियों से मनमाने दाम न वसूले जाएं। स्थिति बेहद गंभीरता से ली जा रही है। किसी भी गैर-अनुपालन पर उदाहरण पेश करेंगे और सख्त कार्रवाई करेंगे। उड्डयन मंत्री ने यह भी कहा कि इंडिगो ने 1 दिसंबर की बैठक में कोई चिंता नहीं जताई थी।

DGCA ने IndiGo लीडरशिप को जवाब देने के लिए  दिया और समय

इसी बीच DGCA ने इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स और अकाउंटेबल मैनेजर इसिड्रो पोरकेरस को शो-कॉज नोटिसों का जवाब देने के लिए 24 घंटे का अतिरिक्त समय दिया है।

अब उन्हें सोमवार शाम 6 बजे तक जवाब देना होगा। नियामक ने पहले रविवार तक स्पष्टीकरण मांगा था, लेकिन वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार दोनों कार्यकारी अधिकारियों ने देशव्यापी संचालन के पैमाने और कई अनिवार्य कारकों का हवाला देते हुए अधिक समय मांगा।

अव्यवस्था की शुरुआत संशोधित Flight Duty Time Limitations (FDTL) के दूसरे चरण से हुई, जो 1 नवंबर से लागू है। इन नियमों में नाइट लैंडिंग सीमित की गई है और पायलट आराम अवधि बढ़ाई गई है। इंडिगो इन नई जरूरतों के अनुरूप क्रू उपलब्धता नहीं जुटा पा रही, जिससे पूरे सप्ताह भर कैंसिलेशन की सीरीज चली।

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