'हिंडनबर्ग की रिपोर्ट एक सीधी चुनौती थी...': गौतम अडाणी का शेयरधारकों को पत्र

24 सितंबर को शेयरधारकों को लिखे एक पत्र में उन्होंने कहा कि SEBI का यह फैसला अडाणी समूह के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ है, जिससे ग्रुप की नींव और भी मजबूत हुई है।

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By Gaurav Kumar:

Gautam Adani: अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी (Gautam Adani) ने बुधवार को कहा कि SEBI द्वारा हिंडनबर्ग मामले में ग्रुप को क्लीन चिट देना कंपनी की मजबूत गवर्नेंस और पारदर्शिता का बड़ा सबूत है। 24 सितंबर को शेयरधारकों को लिखे एक पत्र में उन्होंने कहा कि SEBI का यह फैसला अडाणी समूह के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ है, जिससे ग्रुप की नींव और भी मजबूत हुई है।

हिंडनबर्ग रिपोर्ट और SEBI की जांच

गौतम अडाणी ने लिखा कि 24 जनवरी 2023 की सुबह जब भारतीय बाजार खुला, तो हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की खबरें हर जगह थीं। यह सिर्फ अडाणी समूह पर सवाल नहीं था, बल्कि यह भारत की कंपनियों के ग्लोबल सपनों को भी चुनौती देने वाली थी।

उन्होंने आगे कहा कि पिछले हफ्ते SEBI ने अपने फैसले में सभी आरोपों को साफ तौर पर खारिज कर दिया। यह फैसला सच की जीत है। सत्यमेव जयते।

SEBI ने अपनी जांच में हिंडनबर्ग रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया है। SEBI ने कहा कि जिन ट्रांजैक्शनों की बात रिपोर्ट में की गई थी, वे उस समय रिलेटेड पार्टी डीलिंग्स के दायरे में नहीं आते थे। साथ ही, सभी लोन ब्याज समेत समय पर चुका दिए गए थे। जांच में कहीं भी कोई धोखाधड़ी या गलत तरीके से कारोबार करने के सबूत नहीं मिले।

वित्तीय प्रदर्शन और परियोजनाएं

गौतम अडाणी ने शेयरधारकों के साथ पिछले दो वर्षों में ग्रुप की प्रगति को भी बताया। उन्होंने बताया कि FY23 में समूह का EBITDA ₹57,205 करोड़ था, जो FY25 में बढ़कर ₹89,806 करोड़ हो गया  यानी 57% की बढ़त और दो साल की CAGR 25% रही। वहीं, कंपनी का ग्रॉस ब्लॉक भी ₹4,12,318 करोड़ से बढ़कर ₹6,09,133 करोड़ हो गया, जो कि 48% की बढ़त है।

प्रोजेक्ट की बात करें तो अडाणी ग्रुप ने कई बड़े माइलस्टोन हासिल किए हैं। भारत का पहला कंटेनर ट्रांसशिपमेंट पोर्ट अब विजिन्जम में शुरू हो चुका है। इसके साथ ही कोलंबो वेस्ट इंटरनेशनल टर्मिनल पर भी तेजी से काम चल रहा है।

रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में, समूह ने 6 GW क्षमता विकसित की है, जो गुजरात के खावड़ा में स्थित दुनिया का सबसे बड़ा सिंगल लोकेशन प्रोजेक्ट है।

इसके अलावा, कंपनी ने दुनिया का सबसे बड़ा कॉपर स्मेल्टर और मेटलर्जिकल कॉम्प्लेक्स विकसित किया है। साथ ही, अब तक 7,000 सर्किट किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइन बिछाई जा चुकी है और 4 GW नई थर्मल पावर क्षमता भी जोड़ी गई है। ये सभी आंकड़े और प्रोजेक्ट अडाणी समूह की तेजी से बढ़ती ताकत और विस्तार को दर्शाते हैं।

भविष्य के वादे और निवेशक आभार

अडाणी ने कहा कि यह संकट हमारे लिए मजबूती का अवसर बन गया और समूह गवर्नेंस, नवाचार और इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश को और तेज़ करेगा। उन्होंने शेयरधारकों के विश्वास, धैर्य और समर्थन के लिए आभार जताया।

पत्र के अंत में गौतम अडाणी ने कवि सोहन लाल द्विवेदी की पंक्तियां लिखीं उद्धृत कीं:

"जो नाव लहरों से डरती है, वो कभी किनारे नहीं पहुंचती,
लेकिन जो लगातार कोशिश करते रहते हैं, वो अंत में जरूर जीतते हैं।"

 

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