Census 2027: जनगणना की तारीखों का हुआ ऐलान! सरकार ने जारी किया नोटिफिकेशन - इस बार होगी डिजिटल और जातीगत जनगणना

जनगणना की मुख्य तारीख 1 मार्च 2027 से जबकि ठंडे और बर्फ से ढके हुए और असमान समय वाले क्षेत्रों में जनगणना 1 अक्टूबर, 2026 से शुरू होगी।

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By Gaurav Kumar:

Census 2027: गृह मंत्रालय ने भारत की अगली जनगणना की नई तारीखों की घोषणा कर दी है। यह दो चरणों में आयोजित की जाएगी। मंत्रालय ने कहा कि जनगणना की प्रक्रिया 2026 और 2027 में होगी। यह आजादी के बाद 8वीं जनगणना होगी और सन् 1872 में जनगणना प्रक्रिया शुरू होने के बाद से ये 16वीं जनगणना होगी।

जनगणना की मुख्य तारीख 1 मार्च 2027 से जबकि ठंडे और बर्फ से ढके हुए और असमान समय वाले क्षेत्रों में जनगणना 1 अक्टूबर, 2026 से शुरू होगी।

केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख, जम्मू और कश्मीर और हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड राज्यों के लिए जनगणना 1 अक्टूबर, 2026 को शुरू होगी जबकी देश के बाकी हिस्सों के लिए जनगणना 1 मार्च, 2027 से शुरू होगी।

सरकार ने बताया है कि जनगणना के लिए मुख्य तारीख 1 मार्च, 2027 को रात 12 बजे होगी। हालांकि, कुछ जगहों जैसे- लद्दाख
जम्मू और कश्मीर के बर्फ से ढके हुए और असमान समय वाले क्षेत्र, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की जनगणना की तारीख 1 अक्टूबर, 2026 को रात 12 बजे होगी।

पहली बार डिजिटल जनगणना

डिजिटल उपकरणों से लैस लगभग 1.3 लाख जनगणना अधिकारियों के साथ लगभग 34 लाख गणनाकार और सुपरवाइजर देश भर से जनसंख्या से संबंधित डेटा जुटाने के लिए बड़े पैमाने पर काम करेंगे। एक सरकारी बयान के अनुसार, जनगणना में जाति गणना भी शामिल होगी। इसके अलावा, स्व-गणना का प्रावधान जनता के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को केंद्रीय गृह सचिव, रजिस्ट्रार जनरल और भारत के जनगणना आयुक्त मृत्युंजय कुमार नारायण और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जनगणना की तैयारियों की समीक्षा की।

जनगणना दो चरणों में की जाएगी। पहला चरण, जिसे हाउसलिस्टिंग ऑपरेशन (HLO) के रूप में जाना जाता है, प्रत्येक घर की आवास स्थितियों, संपत्तियों और सुविधाओं के बारे में जानकारी जुटाएगा। दूसरा चरण, जिसे जनसंख्या गणना (PE) कहा जाता है, प्रत्येक घर में प्रत्येक व्यक्ति के जनसांख्यिकीय, सामाजिक-आर्थिक, सांस्कृतिक और अन्य डिटेल जुटाएगा।

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